तवांग (अरुणाचल प्रदेश), भारतीय वायुसेना का एक हेलीकॉप्टर एमआई-17 वी5 शुक्रवार को अरुणाचल प्रदेश के ेतवांग में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसमें सवार सभी सात लोगों की मौत हो गई है। हेलीकॉप्टर ने खिरमू सैन्यअड्डे से उड़ान भरी थी। इसमें आईएएफ के पांच और सेना के दो जवान सवार थे।
रक्षा मंत्रालय के एक अधिकारी ने पहचान उजागर न करने के अनुरोध के साथ आईएएनएस को बताया कि इस घटना में सभी सातों कर्मियों की मौत हो गई है।
अधिकारी ने कहा, “हेलीकॉप्टर यान्से चौकी से 500 मीटर की दूरी पर तवांग में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हेलीकॉप्टर से केरोसिन के कैन फेंके जाने थे। इनमें से एक केरोसिन कैन खुल गया और हेलीकॉप्टर के पिछले हिस्से के रोटोर में उलझ गया।”
इससे पहले अरुणाचल प्रदेश पुलिस के प्रमुख संदीप गोयल ने आईएएनएस को बताया कि सेना, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल और पुलिस के बचाव दल ने हेलीकॉप्टर का पता लगाने के लिए अभियान शुरू किया है।
दुर्घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
इससे पहले जुलाई में बाढ़ बचाव मिशन पर रवाना भारतीय वायुसेना का हेलीकॉप्टर पापुम पारे जिले में दुर्घटनागस्त हो गया था, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी, जिनमें आईएएफ चालक दल के तीन सदस्य और भारतीय रिजर्व बटालियन (आईआरबी) का एक कर्मी था।
अरुणाचल प्रदेश में मौसम में बदलाव से हेलीकॉप्टर के संचालन में अमूमन मुश्किलें आती हैं, जिससे इस तरह की दुर्घटनाएं होती रहती हैं।
मई में असम-अरुणचाल प्रदेश सीमा के पास सुखोई-30 लड़ाकू विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इसमें आईएएफ के दो पायलट सवार थे।
अरुणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दोरजी खांडू और चार अन्य की 2011 में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी।