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चुनाव में राम नाम की दुषाला ओढ़ लेती है कांग्रेस : शिवराज

Congress wears the scarf of Ram's name in elections: Shivraj
Congress wears the scarf of Ram's name in elections: Shivraj

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा पर हमला बोलते हुए आज कहा कि भगवान राम का विरोध करने वाली कांग्रेस चुनाव के समय राम नाम की दुषाला ओढ़ लेती है, पर उनका पाखंड उनकी ज़ुबान पर आ ही जाता है।


श्री चौहान ने अपने वीडियो संदेश में श्रीमती वाड्रा और श्री राहुल गांधी के संदर्भ में कहा कि दोनों भाई-बहन मध्यप्रदेश में आकर झूठ बोलते हैं। कल उन्होंने इतिहास को भी गलत बता दिया। श्रीमती वाड्रा ने कहा कि भगवान राम को 13 वर्ष का वनवास हुआ था, जबकि भारत का बच्चा-बच्चा जानता है कि वनवास 14 वर्ष का हुआ था। भगवान राम का विरोध करने वालों को सही जानकारी कहां से होगी ।


उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोग चुनाव के कारण राम-नाम की दुषाला ओढ़ते हैं, पर ये जो पाखंड करते हैं वह उनकी जुबान पर आ ही जाता है।


इसके साथ ही श्री चौहान ने कहा कि कल श्रीमती वाड्रा स्वर्गीय राजीव गांधी की पोल खोल रही थी, कि उन्होंने कभी विकास किया ही नहीं। वे अपने क्षेत्र अमेठी में जाते थे तो जनता उन्हें डांटती थी, एक साल हो गया, सड़क नहीं बनवाई, स्कूल की मरम्मत नहीं करवाई। उन्होंने खुद यह बता दिया कि कांग्रेस का विकास से कोई लेना-देना ही नहीं है, उनके स्वर्गीय पिताजी ने भी कोई विकास नहीं किया। कांग्रेस का विकास से कभी वास्ता रहा नहीं ।


श्री चौहान ने मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रियों कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर हमला बोलते हुए कहा कि कमलनाथ मध्यप्रदेश को कभी मद्य प्रदेश, चौपट प्रदेश जैसे नामों से बुलाते हैं। कमलनाथ किसका अपमान कर रहे हैं। ये मध्यप्रदेश और यहां की जनता का अपमान है।


उन्होंने कहा कि पार्टी के दोनों नेता अपने-अपने बेटा-बेटी को स्थापित करने में लगे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस के गठबंधन के लोग ही कह रहे हैं कि कांग्रेस धोखेबाज पार्टी है। ये बेईमान, चालू और धोखेबाज पार्टी है।

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कमलनाथ आए तो बंद हो जाएगी लाड़ली बहना और किसान सम्मान निधि योजना : शाह

If Kamal Nath comes, Ladli Bahana and Kisan Samman Nidhi scheme will be closed: Shah
If Kamal Nath comes, Ladli Bahana and Kisan Samman Nidhi scheme will be closed: Shah

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव से पूर्व आज कांग्रेस पार्टी और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस को शासन मिलता है तो वो बस अपना घर भरने का काम करती है और श्री कमलनाथ राज्य में आए तो लाड़ली बहना और किसान सम्मान निधि जैसी योजनाएं बंद हो जाएंगी।

श्री शाह प्रदेश के शिवपुरी के करैरा में भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी के समर्थन में चुनावी सभा काे संबोधित करने आए थे। उनके साथ पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा भी उपस्थित रहे।

इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार मध्यप्रदेश को बीमारू से बेमिसाल राज्य जिसने बनाया, उस डबल इंजन सरकार को चालू रखने के लिए वोट देना है। भाजपा ने सबके कल्याण के लिए काम किया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस को शासन मिलता है तो वो अपना घर भरने का काम करती है। भाजपा विकास करती है। उन्होंने श्री कमलनाथ से सवाल किया कि जब वे 2002 में प्रदेश छोड़ कर गए थे तो यहां का बजट कितना था और अब कितना है। उन्होंने राज्य सरकार के विकास कार्यों की गिनती भी कराई।

उन्होंने डॉ भीमराव अंबेडकर का स्मरण करते हुए कहा कि कांग्रेस ने जीवन भर उनका अपमान किया। उन्हें भारत रत्न नहीं देने दिया और संसद में भी नहीं आने दिया। उन्होंने कहा कि दलितों और आदिवासियों के लिए नरेंद्र मोदी सरकार ने लगातार बजट बढ़वाया।

उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस श्री कमलनाथ को आगे कर रही है। उनके पिछले कार्यकाल में उन्होंने कमीशनखोरी, स्थानंतरण और भ्रष्टाचार जैसे उद्योग राज्य में स्थापित कराए। शिवराज सिंह चौहान सरकार की 51 से ज्यादा गरीब कल्याण योजनाएं बंद कर दीं। इसी क्रम में उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ आ गए तो लाड़ली बहना योजना भी बंद होगी और किसानों को मिलने वाली 12 हजार रुपए की राशि भी बंद हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ‘फोर सी’ (करप्शन, कमीशन, कम्युनल दंगे और क्रिमिनल पॉलिटिक्स) की नीति है। पार्टी का गरीब कल्याण से कोई लेना देना नहीं है।

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भाजपा केवल ‘पुलिस, पैसे और प्रशासन’ के सहारे : कमलनाथ

Will bring right to health law if government is formed: Kamal Nath
Will bring right to health law if government is formed: Kamal Nath

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भारतीय जनता पार्टी पर पुलिस, पैसे और प्रशासन के दम पर सरकार चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि अब जनता इस ‘कुशासन’ से मुक्ति चाहती है।


श्री कमलनाथ ने नरसिंहपुर के करेली में आयोजित कांग्रेस की चुनावी सभा में कहा कि स्कूली बच्चों को विश्व की सबसे बड़ी स्कॉलरशिप देने का काम कांग्रेस की सरकार करने वाली है। उन्होंने लोगों से अपील की कि ज़ब वोट देने जायें तो कांग्रेस के वचनपत्र को पढ़कर जायें।


उन्होंने आरोप लगाया कि प्रदेश में स्वास्थ्य, पंचायत व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था सब चौपट हैं और रोजगार भी नहीं है। प्रदेश का प्रत्येक व्यक्ति भ्रष्टाचार से पीड़ित है।


श्री कमलनाथ ने आरोप लगाया कि सरकार ने मध्यप्रदेश के भविष्य पर ताला लगा रखा है और यह ताला केवल 50 प्रतिशत कमीशन देने पर ही खुलता है। उन्होंने कहा कि ये युवाओं, महिलाओं , किसानों के भविष्य का चुनाव है।
श्री कमलनाथ ने कहा कि सरकार आने पर कांग्रेस फिर से किसानों का कर्ज माफ करने वाली है। साथ ही धान का समर्थन मूल्य ढाई हजार रुपए देने का काम होगा।

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मध्यप्रदेश कमलनाथ का प्रदेश नहीं, इसलिए उन्हें यहां से लगाव ही नहीं : शिवराज

Madhya Pradesh is not Kamal Nath's state, hence he has no attachment with it: Shivraj
Madhya Pradesh is not Kamal Nath's state, hence he has no attachment with it: Shivraj

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए कहा कि ये प्रदेश उनका नहीं है, इसलिए उनकाे यहां से लगाव नहीं है और इसीलिए वे प्रदेश को बदनाम करते हैं।

श्री चौहान ने अपने वीडियो संदेश में कहा कि मध्यप्रदेश कमलनाथ का प्रदेश है ही नहीं, उनको मध्यप्रदेश से लगाव नहीं है, इसीलिए वो मध्यप्रदेश को बदनाम करते हैं।

उन्होंने कहा कि श्री कमलनाथ द्वारा प्रदेश को ‘चौपट प्रदेश’ कहना प्रदेश और यहां की जनता का अपमान है।

इसी क्रम में उन्होंने कहा कि अगर श्री कमलनाथ को उनसे (श्री चौहान स्वयं से) राजनैतिक बैर है तो वे उनका अपमान करें, प्रदेश का अपमान क्यों कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में धन संपदा, वन संपदा, खनिज संपदा, जन संपदा, प्राकृतिक संसाधन सब कुछ है। श्री कमलनाथ यहां के लोगों को चौपट कह रहे हैं, ये प्रदेश और देश का अपमान जनता सहन नहीं करेगी।

श्री चौहान ने कहा कि कल उन्होंने श्री कमलनाथ को सेठ कहा तो वे आपत्ति व्यक्त करने लगे। श्री कमलनाथ स्वयं कहते हैं कि वे निजी प्लेन में घूमते हैं। निजी प्लेन किसी किसान, मजदूर या गरीब के पास नहीं होता। श्री कमलनाथ का एक पाँव देश में और दूसरा विदेश में रहता है। ऐसे व्यक्ति को सेठ ना कहें तो क्या कहें।

श्री कमलनाथ और श्री दिग्विजय सिंह को कल रात कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व द्वारा दिल्ली बुलाए जाने से जुड़ी खबरों पर श्री चौहान ने कहा कि ये ‘जय और वीरू’ की जोड़ी है, जिसे दिल्ली बुलाया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस में लूट के लिए आपस में लड़ाई है। उन्होंने कहा कि पहले 2003 तक ‘मिस्टर बंटाढार’ (श्री दिग्विजय सिंह) ने पूरे प्रदेश को लूटा और बर्बाद कर दिया, इसके बाद सवा साल में श्री कमलनाथ जी ने भी लूट का अड्डा बना दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब लड़ाई इस बात की है कि अब आगे कौन लूटे और कितना लूटे। क्या दिल्ली भी इसमें शामिल है।

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जहां भाजपा को लाभ की थी गुंजाइश, वहां नहीं हो पाया गठबंधन : कमलनाथ

Where BJP had scope for profit, alliance could not be formed: Kamal Nath
Where BJP had scope for profit, alliance could not be formed: Kamal Nath

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच गठबंधन पर हुई कथित तनातनी के बीच प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज कहा कि जहां गठबंधन के परिणामस्वरूप भारतीय जनता पार्टी को लाभ होने की गुंजाइश थी, वहां ये संभव नहीं हो पाया।

श्री कमलनाथ ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कांग्रेस के सपा और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के साथ गठबंधन से जुड़े सवाल पर कहा कि इस बारे में कोशिश की गई थी। सीटों पर भी बात हुई थीं। इसके बाद सवाल आया कि किन सीटों पर गठबंधन हो। जहां कांग्रेस के लोगों ने कहा कि गठबंधन से भाजपा को लाभ होगा, वहां गठबंधन नहीं हो पाया।

वहीं कांग्रेस की ओर से कल चार सीटों पर प्रत्याशी बदलने को लेकर श्री कमलनाथ ने कहा कि जहां उम्मीदवार ने कह दिया कि वे चुनाव नहीं लड़ना चाहते या कहीं कोर्ट केस निपट गया, तो वहां परिवर्तन किए गए हैं।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस सभी 230 सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है। वहीं सपा भी 46 सीटों पर अपने प्रत्याशी मैदान में उतार चुकी है।

इसके पहले समझा जा रहा था कि ‘इंडिया’ गठबंधन में शामिल दलों कांग्रेस और सपा का प्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए भी गठबंधन होगा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। इसी बीच प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रदेश कांग्रेस प्रमुख कमलनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयानों ने भी पिछले दिनों खूब सुर्खियां बटोरीं थीं। श्री कमलनाथ ने गठबंधन से जुड़े सवाल को ‘छोड़ो अखिलेश-वखिलेश’ कह कर टाल दिया था। वहीं श्री यादव ने इस मामले में कांग्रेस पर धोखा देने तक का आरोप लगा दिया था। श्री यादव ने यहां तक कह दिया था कि अगर उन्हें पता होता कि कांग्रेस ये कदम उठाएगी तो वे अपने नेताओं को श्री कमलनाथ और श्री दिग्विजय सिंह के पास बात करने के लिए नहीं भेजते।

सरकार बनने पर लाएंगे स्वास्थ्य का अधिकार कानून : कमलनाथ

Will bring right to health law if government is formed: Kamal Nath
Will bring right to health law if government is formed: Kamal Nath

मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने आज कहा कि राज्य में कांग्रेस की सरकार बनने पर प्रदेश में स्वास्थ्य का अधिकार कानून लाया जाएगा।


श्री कमलनाथ ने एक्स पर पोस्ट में आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी के 18 साल के कार्यकाल में प्रदेश स्वास्थ्य सेवाओं के मामले में देश के सबसे पिछड़े राज्यों में शामिल हो गया है। यहां बीमार और गर्भवती महिलाओं को एंबुलेंस नहीं मिलती, आयुष्मान कार्ड धारकों को इलाज नहीं मिलता, मृतकों का उपचार दिखाकर घोटाला किया जाता है और व्यापम तथा नर्सिंग कॉलेज जैसे घोटालों से प्रदेश की छवि खराब की जाती है।


उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस सरकार बनते ही स्वास्थ्य का अधिकार कानून बनायेंगे। प्रदेश के नागरिकों के लिए वरदान स्वास्थ्य बीमा योजना प्रारंभ होगी, जिसमें परिवार सहित 25 लाख रुपए तक का स्वास्थ्य बीमा एवं 10 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा शामिल रहेगा।

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आधी रात को जारी हुई कांग्रेस प्रत्याशियों की सूची, प्रदेश में बस एक सीट शेष

List of Congress candidates released at midnight, only one seat left in the state
List of Congress candidates released at midnight, only one seat left in the state

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने देर रात 88 प्रत्याशियों के नामों की दूसरी सूची जारी कर दी। इसके साथ ही अब पार्टी के कुल 230 में से 229 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम सामने आ गए हैं।

कल देर रात लगभग पौने 12 बजे जारी हुई इस सूची में तीन सीटों पर पूर्व में घोषित प्रत्याशी बदल दिए गए हैं। पार्टी को अब एकमात्र बैतूल जिले की आमला सीट पर प्रत्याशी घोषित करना शेष रह गया है।

पार्टी ने इसके पहले 15 अक्टूबर को अपने 144 प्रत्याशियों की सूची जारी की थी। कल जारी सूची में पुरानी सूची के तीन प्रत्याशियों को बदला गया है। दतिया से पार्टी ने अब राजेंद्र भारती को प्रत्याशी घोषित किया गया है। भारतीय जनता पार्टी ने यहां से प्रदेश के कद्दावर मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा को प्रत्याशी बनाया है। कांग्रेस ने पहले यहां से भाजपा के बागी अवधेश नायक काे प्रत्याशी बनाया था, लेकिन क्षेत्र में कथित विरोध के चलते प्रत्याशी बदला गया है।

वहीं शिवपुरी जिले के पिछोर से शैलेंद्र सिंह के स्थान पर अरविंद सिंह लोधी को और नरसिंहपुर जिले के गोटेगांव (अजा) से शेखर चौधरी के स्थान पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एन पी प्रजापति को प्रत्याशी घोषित किया गया है। श्री प्रजापति को पहली सूची में स्थान नहीं मिला था, जिसके बाद उनके पार्टी छोड़ने तक की अटकलें सामने आ गईं थीं।

सूची के अनुसार सुमावली से कुलदीप सिकरवार, मुरैना से दिनेश गुर्जर, दिमनी से केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ रविंद्र सिंह तोमर, अंबाह (अजा) से देवेंद्र रामनारायण सखवार और भिंड से पूर्व मंत्री चौधरी राकेश सिंह चतुर्वेदी को प्रत्याशी बनाया गया है।

कल जारी सूची के अनुसार गोहद (अजा) से केशव देसाई, ग्वालियर से सुनील शर्मा, गुना (अजा) से पंकज कनेरिया, बीना (अजा) से श्रीमती निर्मला सप्रे, खुरई से सुश्री रक्षा राजपूत, रहली से श्रीमती ज्योति पटेल, सागर से श्रीमती निधि जैन, निवाड़ी से अमित राय, दमोह से अजय टंडन, पन्ना से भरत मिलन पांडे, मैहर से धर्मेश घई, रामपुर बघेलान से रमाशंकर पयासी और सिरमौर से रामगरीब कौल को उम्मीदवार बनाया गया है।

सेमरिया से अभय मिश्रा, देवतालाब से पद्मेश गौतम, रीवा से राजेंद्र शर्मा, सीधी से ज्ञान सिंह, देवसर (अजा) से बंशमणि प्रसाद वर्मा, धौहनी (अजजा) से श्रीमती कमलेश सिंह, ब्यौहारी (अजजा) से रामलखन सिंह, जयसिंहनगर (अजजा) से नरेंद्र मरावी, कोतमा से सुनील सराफ, बांधवगढ़ (अजजा) से सुश्री सावित्री सिंह, मानपुर (अजजा) से तिलक राज सिंह, विजयराघवगढ़ से नीरज बघेल और मुडवारा से मिथिलेश जैन को पार्टी ने टिकट दिया है।

बहोरीबंद से सौरभ सिंह, जबलपुर कैंट से अभिषेक चौकसे, पनागर से राजेश पटेल, निवास (अजजा) से चैन सिंह वरकड़े, मंडला (अजजा) से डॉ अशोक मर्सकोले, वारासिवनी से विकी पटेल, गाडरवारा से श्रीमती सुनीता पटेल, जुन्नारदेव (अजजा) से सुनील उइके, अमरवाड़ा (अजजा) से कमलेश शाह, चुरई से सुरजीत मेड़ सिंह, सौंसर से विजय चौरे, परासिया (अजा) सोहन वाल्मीकि, पांढुर्णा (अजजा) से नीलेश उइके, सिवनीमालवा से अजय बलराम पटेल और होशंगाबाद से गिरिजाशंकर शर्मा को चुनावी रण में उतारने का निर्णय लिया गया है।

सोहागपुर से पुष्पराज सिंह, पिपरिया (अजा) से गुरुचरण खरे, भोजपुर से राजकुमार पटेल, सांची (अजा) से डॉ जी सी गौतम, कुरवाई (अजा) से श्रीमती रानी अहिरवार, सिरोंज से गगनेंद्र रघुवंशी, भोपाल उत्तर से आतिफ अकील, भोपाल दक्षिण पश्चिम से पी सी शर्मा, गोविंदपुरा से रवींद्र साहू, हुजूर से नरेश ज्ञानचंदानी, इछावर से शैलेंद्र पटेल और नरसिंहगढ़ से गिरीश भंडारी को टिकट दिया गया है।

ब्यावरा से पुरुषोत्तम दांगी, सारंगपुर (अजा) से श्रीमती कला महेश मालवीय, शुजालपुर से रामवीर सिंह सिकरवार, देवा से प्रदीप चौधरी, खांतेगांव से दीपक जोशी, बागली (अजजा) से गोपाल भोंसले, हरसूद (अजजा) से सुखराम साल्वे, खंडवा (अजा) से कुंदन मालवीय, नेपानगर (अजजा) से श्रीमती गेंदूबाई चौहान, बुरहानपुर से सुरेंद्र सिंह शेरा, सेंधवा (अजजा) मोंटू सोलंकी, पानसेमल (अजजा) से चंद्रभाग किराड़े, मनावर (अजजा) डॉ हीरालाल अलावा, धार से श्रीमती प्रभा गौतम और बदनावर से भंवर सिंह शेखावत प्रत्याशी होंगे।

इंदौर तीन से दीपक पिंटू जोशी, इंदौर पांच से सत्यनारायण पटेल, डॉ अंबेडकरनगर (महू) से रामकिशोर शुक्ला, उज्जैन दक्षिण से चेतन प्रेमनारायण यादव, बदनावर से राजेंद्र सिंह सोलंकी, रतलाम ग्रामीण (अजजा) लक्ष्मण डिंडोरे, रतलाम (शहर) से पारस सखलेचा, जावरा से हिम्मत श्रीमल, मल्हारगढ़ (अजा) से परशुराम सिसोदिया, नीमच से उमराव सिंह गुर्जर और जावद से समंदर पटेल पर पार्टी ने दाव खेला है।

रीवा जिले की देवतालाब विधानसभा सीट से विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम वर्तमान में विधायक हैं। कांग्रेस ने इस सीट पर उनके भतीजे पद्मेश गौतम को मैदान में उतारा है। भाजपा ने इस बार फिर से यहां से गिरीश गौतम को ही चुनाव में उतारा है। पद्मेश 2022 में हुए जिला पंचायत सदस्य के चुनाव में गिरीश गौतम के बेटे राहुल गौतम को हरा चुके हैं।

बैतूल जिले की आमला सीट को लेकर अटकलें हैं कि पार्टी वहां से छतरपुर में पदस्थ रहीं डिप्टी कलेक्टर निशा बागरे को प्रत्याशी बनाना चाहती है। सुश्री बागरे ने सरकारी सेवा से त्यागपत्र राज्य सरकार को सौंप दिया है, लेकिन वह मंजूर नहीं किया गया है। सुश्री बागरे की ओर से यह मामला अदालत में ले जाया गया है। माना जा रहा है कि यदि शीघ्र ही सुश्री बागरे का त्यागपत्र स्वीकृत हो गया, तो पार्टी उन्हेें प्रत्याशी बना सकती है।

राज्य में सभी 230 सीटों पर चुनाव के लिए अधिसूचना शनिवार 21 अक्टूबर को जारी होने के साथ ही नामांकनपत्र दाखिले का कार्य प्रारंभ हो जाएगा, जो 30 अक्टूबर तक चलेगा। अगले दिन 31 अक्टूबर को इनकी जांच होगी और दो नवंबर तक प्रत्याशी नाम वापस ले सकेंगे। एक ही चरण में 17 नवंबर को सभी सीटों पर मतदान होगा और तीन दिसंबर को मतगणना के साथ नयी सरकार को लेकर तस्वीर साफ हो जाएगी।

मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कहा कि पार्टी प्रत्याशी प्रदेश का भविष्य संवारने के लिए चुनावी मैदान में उतरे हैं।

श्री कमलनाथ ने एक्स पर पोस्ट किया, कांग्रेस ने चुनाव के लिए अपने 88 प्रत्याशियों की दूसरी सूची जारी कर दी है। पार्टी के प्रत्याशी सिर्फ विधायक बनने के लिए खड़े नहीं हो रहे हैं, बल्कि मध्यप्रदेश का भविष्य संवारने के लिए चुनाव के मैदान में उतरे हैं।

उन्होंने प्रत्याशियों का आह्वान किया कि सभी प्राणपण से अपने कर्तव्य में जुट जाएं और प्रदेश से 18 साल के ‘कुशासन’ का अंत करने के लिए कमर कस लें। प्रदेश में प्रचंड बहुमत से कांग्रेस पार्टी की सरकार बनाएं।

दिग्विजय से बोले कमलनाथ, गलती हो या ना हो गाली खानी पड़ेगी

Kamal Nath said to Digvijay, whether it is a mistake or not, you will have to face abuses.
Kamal Nath said to Digvijay, whether it is a mistake or not, you will have to face abuses.

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व कांग्रेस के दो बड़े नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह के बीच कथित गुटबाजी की खबरों के दौरान आज उस समय रोचक स्थिति पैदा हो गई, जब श्री कमलनाथ ने एक मंच से कहा कि उन्होंने श्री सिंह को बहुत पहले उनके लिए (श्री कमलनाथ के लिए) ‘गाली खाने’ की ‘पावर ऑफ अटॉर्नी’ दी थी और ये आज तक ‘वैलिड’ है।
दोनों नेता विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस का वचन पत्र जारी किए जाने के समारोह के दौरान मंच साझा कर रहे थे। इस दौरान श्री कमलनाथ ने अपने संबोधन की शुरुआत में कहा कि अभी उनके पास श्री सिंह के ‘कपड़े फाड़ने’ से जुड़ी बात सामने आई है। इसी क्रम में उन्होंने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए हल्के फुल्के लहजे में कहा कि अगर श्री सिंह आपकी बात ना मानें तो आप भी इनके कपड़े फाड़ें।
इसी बीच मंच पर उपस्थित श्री सिंह श्री कमलनाथ को बीच में टोक कर बोले कि फॉर्म ए और फॉर्म बी पर पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष) के दस्तखत होते हैं, तो कपड़े किनके फटने चाहिए। उनकी बात पर वहां मौजूद कांग्रेस के सभी नेताओं ने ठहाके लगाए।
इसके फौरन बाद श्री कमलनाथ ने कहा कि उनका और दिग्विजय सिंह का संबंध बहुत पुराना है और हंसी मजाक के साथ प्यार का भी है। इसी दौरान श्री सिंह मंच पर किसी अन्य से बात करने लगे, जिस पर श्री कमलनाथ ने उन्हें टोकते हुए कहा कि ‘दिग्विजय सुनते रहो’।
अपनी बात आगे बढ़ाते हुए श्री कमलनाथ ने मजाकिया लहजे में कहा कि बहुत पहले मैंने इन्हें (श्री दिग्विजय सिंह को) ‘पावर ऑफ अटॉर्नी’ दी थी कि कमलनाथ के लिए पूरी गाली खाइए और ये ‘पावर ऑफ अटॉर्नी’ आज के दिन भी वैलिड है।
इस पर श्री सिंह ने हंसते हुए उन्हें एक बार फिर टोका और पूछा कि गलती कौन कर रहा है, ये तो पता होना चाहिए। उनकी बात पूरी होते ही श्री कमलनाथ ने उनकी ओर इशारा करते हुए कहा कि गलती हो या ना हो, गाली तो खानी है। इन्होंने (श्री सिंह ने) मेरे लिए (श्री कमलनाथ स्वयं के लिए) बहुत कड़वे घूंट पिए हैं, आगे भी पीने पड़ेंगे।
दरअसल कल देर शाम सोशल मीडिया पर श्री कमलनाथ का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें वे कथित तौर पर असंतुष्टों के बीच कहते हुए सुनाई दे रहे थे कि वे जाकर श्री दिग्विजय सिंह और उनके पुत्र जयवर्धन सिंह के ‘कपड़े फाड़ें।’
बताया जा रहा है कि इस वीडियाे में श्री कमलनाथ भाजपा से कांग्रेस में आए शिवपुरी के नेता वीरेंद्र रघुवंशी और उनके समर्थकों से ये बात कर रहे हैं। श्री रघुवंशी भाजपा छोड़ कर आने के बाद शिवपुरी से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनके स्थान पर पिछोर से विधायक रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता के पी सिंह को टिकट दे दिया गया। बताया जा रहा है कि श्री कमलनाथ इसके लिए श्री सिंह को जिम्मेदार मानते हुए श्री रघुवंशी को ये परामर्श दे रहे हैं।
इसके बाद आज सुबह श्री सिंह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बिना किसी का नाम लिए पोस्ट किया, ‘जब परिवार बड़ा होता है तो सामूहिक सुख और सामूहिक द्वंद्व दोनों होते हैं। समझदारी यही कहती है कि बड़े लोग धैर्यपूर्वक समाधान निकालें। ईश्वर भी उन्हीं का साथ देते हैं जो मन और मेहनत का मेल रखते हैं।’
दोनों नेताओं के बीच के इस घटनाक्रम के बाद से भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं ने दाेनों के बीच गुटबाजी की अटकलों को और हवा देनी शुरु कर दी थी

कमलनाथ के ‘कपड़े फाड़ो’ वीडियो वायरल होने के बाद बोले दिग्विजय, बड़े धैर्यपूर्वक समाधान निकालें

Kamal Nath said to Digvijay, whether it is a mistake or not, you will have to face abuses.
Kamal Nath said to Digvijay, whether it is a mistake or not, you will have to face abuses.

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की प्रत्याशियों की सूची जारी होने के बाद उपजे कथित असंतोष और इसी बीच पूर्व मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के असंतुष्टों के बीच दिग्विजय सिंह को लेकर दिए कथित बयान का वीडियो वायरल होने के बाद श्री सिंह ने आज कहा कि परिवार बड़ा होने पर सामूहिक द्वंद्व भी होते हैं और बड़े लोग धैर्यपूर्वक समाधान निकालें।

श्री सिंह ने आज एक्स पर बिना किसी का नाम लिए पोस्ट किया, ‘जब परिवार बड़ा होता है तो सामूहिक सुख और सामूहिक द्वंद्व दोनों होते हैं। समझदारी यही कहती है कि बड़े लोग धैर्यपूर्वक समाधान निकालें। ईश्वर भी उन्हीं का साथ देते हैं जो मन और मेहनत का मेल रखते हैं।’

इसके पहले कल देर शाम सोशल मीडिया पर श्री कमलनाथ का एक वीडियो वायरल हो गया था, जिसमें वे कथित तौर पर असंतुष्टों के बीच कहते हुए सुनाई दे रहे थे कि वे जाकर श्री दिग्विजय सिंह और उनके पुत्र जयवर्धन सिंह के ‘कपड़े फाड़ें।’ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल समेत पार्टी के कई नेताओं ने इस वीडियो को वायरल किया था।

बताया जा रहा है कि इस वीडियाे में श्री कमलनाथ भाजपा से कांग्रेस में आए शिवपुरी के नेता वीरेंद्र रघुवंशी और उनके समर्थकों से ये बात कर रहे हैं। श्री रघुवंशी भाजपा छोड़ कर आने के बाद शिवपुरी से कांग्रेस का टिकट मांग रहे थे, लेकिन उनके स्थान पर पिछोर से विधायक रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता के पी सिंह को टिकट दे दिया गया। बताया जा रहा है कि श्री कमलनाथ इसके लिए श्री सिंह को जिम्मेदार मानते हुए श्री रघुवंशी को ये परामर्श दे रहे हैं।

कांग्रेस की सूची जारी होने के बाद से राज्य में कुछ स्थानों से पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के इस्तीफे की खबरें हैं।

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कांग्रेस की सूची लोकतांत्रिक, भाजपा की ऊपर से नीचे थोपी हुई : कमलनाथ

People are going to give opportunity to Congress to work by making BJP sit in opposition: Kamal Nath
People are going to give opportunity to Congress to work by making BJP sit in opposition: Kamal Nath

मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस की ओर से प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के एक दिन बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आज कहा कि कांग्रेस की सूची लोकतांत्रिक है, जबकि भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी ऊपर (केंद्रीय नेतृत्व) से नीचे थोपे गए हैं।
श्री कमलनाथ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया, ‘कांग्रेस ने प्रत्याशियों की नहीं, मप्र के भविष्य-निर्माताओं की सूची जारी की है। सूची से जनता को सकारात्मक रूप से ये सूचित किया गया है कि जिनमें निःस्वार्थ भाव से जनसेवा का व्रत लेने का संकल्प है, उन्हें ही जनता का प्रतिनिधित्व करने के लिए आम जनता व कार्यकर्ताओं के कहने पर ये अवसर दिया गया है।’
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस की लिस्ट इस मायने में भाजपा से अलग है कि कांग्रेस की लिस्ट लोकतांत्रिक है क्योंकि ये संगठन के अंतिम पायदान तक के कार्यकर्ता की सलाह को सम्मान देते हुए बनी है। इसकी दिशा लोकतंत्र की मूल भावना के अनुरूप नीचे-से-ऊपर की ओर है, जबकि भाजपा की लिस्ट ऊपर-से-नीचे थोपी गयी है। ये एकाधिकारिता के अहंकार से चुनाव लड़ने का आदेश है और भाजपा के नेताओं, पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का अपमान, इन अर्थों में भाजपा की सूची अलोकतांत्रिक है।’
कांग्रेस के 144 प्रत्याशियों की सूची कल सुबह जारी की गई थी।