Home Tags Donald Trump

Tag: donald Trump

जॉर्जिया चुनाव मामला: अदालत ने सह-प्रतिवादी स्कॉट हॉल दोषी ठहराया

Georgia election case: Court finds co-defendant Scott Hall guilty
Georgia election case: Court finds co-defendant Scott Hall guilty

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से जुड़े जॉर्जिया चुनाव हस्तक्षेप मामले में सह-प्रतिवादियों में से एक स्कॉट हॉल को फुल्टन काउंटी सुपीरियर कोर्ट ने दोषी ठहराया है।


श्री हॉल पर सात आरोप हैं, जिसमें आरोप लगाया गया है कि वह जॉर्जिया में 2020 के चुनाव में मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडेन की जीत को पलटने के लिए पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प के साथ एक साजिश का हिस्सा थे। श्री स्कॉट पर विशेष रूप से कॉफ़ी काउंटी में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों के साथ छेड़छाड़ करने का आरोप है।

फुल्टन काउंटी के न्यायाधीश स्कॉट मैकेफी ने शुक्रवार को उसके खिलाफ प्रत्येक मामले के लिए 12 महीने की परिवीक्षा लगाई, जिसके कारण प्रभावी रूप से पांच साल की परिवीक्षा अवधि के साथ-साथ प्रत्येक मामले के लिए 1,000 डॉलर का जुर्माना यानी कुल 5,000 डॉलर का जुर्माना लगाया। इसके अलावा ने स्कॉट को मतदान या चुनाव प्रशासन से संबंधित किसी भी गतिविधि में भाग नहीं लेने का आदेश दिया।

Also Read: समय से पहले सेवानिवृत्त हुआ ऑस्ट्रेलिया के रक्षा बल का एमआरएच-90 ताइपन हेलिकॉप्टर

ट्रम्प ने राष्ट्रपति चुनाव में तोड़फोड़ मामले में न्यायाधीश को हटाने की मांग की

Trump demands removal of judge in presidential election sabotage case
Trump demands removal of judge in presidential election sabotage case

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में तोड़फोड़ मामले में संघीय न्यायाधीश को हटाने की मांग की है।

ट्रम्प के वकीलों ने सोमवार को अमेरिकी जिला न्यायाधीश तान्या छुटकन की टिप्पणियों पर तर्क दिया। टिप्पणियां पिछली 06 जनवरी को दो प्रतिवादियों को सजा सुनाते समय की गई थी। न्यायाधीश छुटकन ने संकेत दिया कि उनका मानना ​​है कि ट्रम्प पर ‘मुकदमा चलाया जाना चाहिए और कैद किया जाना चाहिए।’

पूर्व राष्ट्रपति के वकीलों ने अदालत में दायर याचिका में कहा कि न्यायाधीश छुटकन ने अन्य मामलों के संबंध में सुझाव दिया है कि ट्रम्प पर मुकदमा चलाया जाना चाहिए और उन्हें जेल में डाल दिया जाना चाहिए। मामला शुरू होने से पहले और उचित प्रक्रिया के बिना दिए गए ऐसे बयान स्वाभाविक रूप से अयोग्य ठहराने वाले हैं।’

ट्रम्प पर अमेरिकी विशेष वकील जैक स्मिथ द्वारा 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के परिणामों को विकृत करने के कथित प्रयास को लेकर चार आरोप लगाए गए हैं। वह आपराधिक आरोपों का सामना करने वाले पहले पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति हैं। उन्हें चार मामलों में दोषी ठहराया गया है। उन्होंने हालांकि सभी आरोपों में खुद को निर्दोष बताया है।

ट्रम्प ने जॉर्जिया मामले में सामने आए सात मामलों को खारिज करने की भी मांग की। उन्होंने तर्क दिया कि राष्ट्रपति के रूप में अपनी आधिकारिक क्षमता में किए गए कार्यों के लिए उन्हें अभियोजन से छूट प्राप्त है।

Also Read: भितरकनिका राष्ट्रीय उद्यान में 1.23 लाख से अधिक मानसून पक्षी देखे गए

डोनाल्ड ट्रंप की बढ़ी मुश्किलें, जॉर्जिया चुनाव नतीजे पलटने के मामले में करेंगे आत्मसमर्पण?

Donald Trump's difficulties increased, will he surrender in case of overturning Georgia election results?
Donald Trump's difficulties increased, will he surrender in case of overturning Georgia election results?

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप पर कई मामले दर्ज होने के चलते उनकी मुश्किलें लगातार बढ़ रही हैं। बता दें कि फिलहाल ट्रंप चार आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं और इन मामलों के चलते उन पर कुल 91 आरोप लगाए गए हैं।

क्या ट्रंप चुनाव नतीजे पलटने के मामले आत्मसमर्पण कर सकते हैं?

डोनाल्ड ट्रंप और 18 अन्य आरोपियों पर साल 2020 के राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जॉर्जिया के चुनावी नतीजों को पलटने की कोशिश का गंभीर आरोप है। जिसके चलते सोमवार को इस मामले में आरोप तय किए गए। बता दे कि 25 अगस्त तक ट्रंप समेत सभी आरोपियों को आत्मसमर्पण करने का निर्देश भी दिया गया है।


डोनाल्ड ट्रंप अगले साल होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से प्रमुख उम्मीदवार के रूप में सामने हैं। बुधवार को राष्ट्रपति चुनाव की पहली डिबेट होनी हैं। अब जॉर्जिया चुनाव नतीजों को पलटने के मामले के चलते हो सकता है कि ट्रंप इस पहली डिबेट में शामिल भी ना हो। हालांकि अभी तक कुछ भी तय नहीं हुआ है।

Also Read: इंडोनेशिया में मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में यौन उत्पीड़न के बाद मिस यूनिवर्स संगठन ने इंडोनेशिया से संबंध किए समाप्त

साल 2020 राष्ट्रपति चुनाव के दौरान जॉर्जिया मामले में ट्रंप पर आरोप है कि उन्होंने जॉर्जिया के शीर्ष चुनाव अधिकारी को फोन करके चुनाव नतीजे पलटने के लिए पर्याप्त वोट ढूंढने का आदेश दिया था। लेकिन चुनाव अधिकारी ने ऐसा करने से साफ मना कर दिया था। अगर इस मामले में ट्रंप और उनके सहयोगियों के दोषी पाए जाने पर अधिकतर 20 साल की सजा हो सकती है।

अमेरिका वियना संधि के प्रोटोकॉल से निकल रहा बाहर, फिलीस्तीन से जुड़ा है मामला

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा कि अमेरिका वियना संधि के ऑप्शनल प्रोटोकॉल से बाहर निकल रहा है। बुधवार को व्हाइट हाउस में प्रेस को संबोधित करते हुए बोल्टन ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फैसला किया है कि अमेरिका राजनयिक संबंधों पर वियना संधि को लेकर हुए विवाद के कारण ऑप्शनल प्रोटोकॉल से बाहर निकल रहा है। बोल्टन ने कहा कि हमारा यह कदम फिलीस्तीन के उस मामले से जुड़ा है, जिसमें फिलीस्तीन ने अमेरिका के दूतावास को तेल अवीव से हटाकर जेरूसलम ले जाने पर सवाल खड़े किए थे। यह प्रोटोकॉल 1964 में अस्तित्व में आया था,जिसमें अमेरिका भी शामिल था।

बोल्टन ने आगे कहा की मैं जोर देकर यह कहना चाहता हूं कि अमेरिका राजनयिक मामलों पर वियना संधि से जुड़ा रहेगा लेकिन हम उम्मीद करते हैं कि सभी पक्ष संधि के तहत अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का पालन करेंगे।

क्या है वियना संधि?

वियना संधि एक अंतरराष्ट्रीय समझौता है जिसमे अबतक लगभग 191 देशों ने अपनी सहमति जताकर हस्ताक्षर किए हैं। 1961 में वियना कन्वेंशन हुआ था जिसमे इस अंतराष्ट्रीय संधि का प्रावधान किया गया।वियना संधि को 18 अप्रैल 1961 में पारित किया गया था पर लागू 24 अप्रैल 1964 से किया गया। इसमें हस्ताक्षर करने वाले देशों के द्वारा दूसरे देशो के राजनयिकों को विशेष सुविधाए उपलब्ध करायी जाती है ताकि राजनयिक बगैर किसी डर के अपने मूल देश के हितो के बारे में पक्ष रख सके। वियना संधि में कुल 53 आर्टिकल ( अनुच्छेद ) हैं।

उत्तर कोरिया की आईटी कंपनियों पर अमेरिका ने लगाया प्रतिबंध

अमेरिका ने चीन और रूस स्थित उत्तर कोरिया के नियंत्रण वाली दो सूचना एवं प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका ने कंपनियों पर अवैध रूप से प्योंगयांग को धन भेजने का आरोप लगाया। वित्त मंत्री स्टीवन मनुचिन ने कहा, “इन प्रतिबंधों का उद्देश्य विदेश स्थित आईटी कंपनियों से अवैध रूप से धन को उत्तर कोरिया भेजने से रोकना है।”

यह प्रतिबंध ऐसे समय में लगाए गए हैं, जब अमेरिका कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण के लिए उत्तर कोरिया सरकार पर दबाव बना रही है। मंत्री ने कहा,”जब तक उत्तरी कोरिया पूरी तरह से परमाणु निरस्त्रीकरण पर खरा नहीं उतरता, तब तक अमेरिका प्रतिबंधों को पूरी तरह कार्यान्वित करना जारी रखेगा।”

व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि परमाणु निरस्त्रीकरण पर कोई प्रगति नहीं हुई है जबकि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप उत्तरी कोरियाई नेता किम जोंग-उन के साथ दूसरे शिखर सम्मेलन पर विचार कर रहे हैं। ट्रंप और उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग-उन ने सिंगापुर में बीते जून में ऐतिहासिक मुलाकात की थी।

ट्रम्प ने ईरान को दी चेतावनी,कहा-अमेरिका को दोबारा धमकी मत देना,नहीं तो नतीजे भयानक होंगे

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी को चेतावनी दी। ट्रम्प ने अपने ट्वीट में लिखा है- आइंदा अमेरिका को धमकी मत देना, नहीं तो ऐसे गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे जिसके उदाहरण इतिहास में मुश्किल से ही मिलते हैं। उन्होंने अपनी बात पर जोर देने के लिए पूरा संदेश कैपिटल लेटर में लिखा। इससे पहले रुहानी ने ट्रम्प को चेतावनी देते हुए कहा था कि वे सोते शेर को न छेड़ें।

क्या कारण है की दोनों देश दे रहे है एक-दूसरे को धमकी

अमेरिका ने ईरान पर नए सिरे से लगाए प्रतिबंध : अमेरिका ने मई में ईरान से ऐतिहासिक परमाणु करार खत्म कर दिया था। साथ ही उस पर नए सिरे से प्रतिबंध लगाए थे, जो अगस्त से प्रभावी हो रहे हैं। अमेरिका के इस कदम के बाद से ही दोनों देशों के बीच टकराव और बढ़ गया। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के दौरान ट्रम्प ने इस संधि को अमेरिका के लिए नुकसानदायक बताया था। उन्होंने कहा थी कि वे सत्ता में आने के बाद इसे खत्म कर देंगे।

रुहानी ने कहा था- हमसे टकराए तो सबसे बड़ी जंग होगी

रूहानी ने रविवार को ईरानी राजनयिकों के एक समारोह में कहा था, “ईरान के दुश्मनों अच्छे से समझ लो हमारे साथ जंग सभी जंगों से बड़ी होगी। ईरान के साथ शांति देश की सभी शांति से बड़ी है।” ईरानी राष्ट्रपति रुहानी ने ट्रम्प को चेतावनी देते हुए कहा, “शेर की पूंछ से मत खेलिए, आपको पछताना पड़ेगा।”

ट्विटर ने बंद किये फेक अकाउंट, पीएम मोदी की घटी लोकप्रियता, फॉलोअर्स हुए ‘गायब’

सबसे बड़े सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर ने फेक एकाउंट्स को बंद कर दिए है। जिससे पीएम मोदी सहित बहुत सी बड़ी हस्तियों के फॉलोअर्स कम हो गए हैं। ट्विटर पर फेक अखाउंट बंद होने के कारण पीएम मोदी के 3 लाख फॉलोअर्स गायब हो गए हैं। जी हां, वहीं अगर राहुल गांधी और सुषमा स्वराज की बात करें तो उनके भी फॉलोअर्स गायब हुए हैं। अगर हम बात करें दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की तो उनके फॉलोअर्स में भी कटौती हुई है।

ट्विटर पर जितने भी लोगों ने फेक अकाउंट बनाया है, ट्विटर ने उन सबको डिलीट कर दिया है। इससे बड़े बड़े नेता, सेलेब्स और कई लोगों के फॉलोअर्स कम हुए हैं और अब उनकी असली लोकप्रियता सामने आई है। ट्विटर के करीब 7 करोड़ फर्जी अकाउंट डिलीट किये हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के फॉलोअर्स की संख्या में करीब 3 लाख की गिरावट हुई है। पहले पीएम मोदी के 4 करोड़ 34 लाख फॉलोअर्स थे जो कि घटकर 4 करोड़ 31 लाख हो गए हैं।

वहीं, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की बात करें तो उनके करीब 74 हजार फॉलोअर कम हुए हैं तो केजरीवाल के 92 हजार फॉलोअर कम हुए हैं। साथ ही राहुल गांधी के 20 हजार फॉलोअर्स चलते बने हैं। पहले राहुल गांधी के 72 लाख 40 हजार फॉलोअर्स थे जो घटकर 72 लाख 20 हजार हो गए हैं।

ऐसा नहीं कि सर्फ भारतीय नेताओं के फॉलोअर्स में कमी आई है। ट्विटर द्वारा संदिग्ध गतिविधियों के लिये खातों को हटाने के चलते अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीब एक लाख, जबकि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के चार लाख फॉलोअर कम हो गए। बताया जाता है कि माइक्रो ब्लागिंग साइट का यह कदम अपने प्लेटफार्म को अधिक साफ-सुथरा बनाने के लिए उठाया है।

ट्रंप के चेहरे’ जैसी दिखने वाली एक्स्टैसी गोलियां हुई जब्त :इंडियाना पुलिस

अमेरिका के इंडियाना राज्य की पुलिस ने मादक पदार्थों के खिलाफ अपने अभियान के दौरान 129 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने ऐसी एक्स्टैसी गोलियां जब्त की हैं जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चेहरे जैसी दिखती हैं। नारंगी रंग की ये गोलियां एक ओर से ट्रंप के चेहरे जैसी दिखती हैं, वहीं दूसरी ओर उनपर ‘ ग्रेट अगेन ’ लिखा है। यह ‘ ग्रेट अगेन ’ (फिर से महान) शब्द ट्रंप के चुनावी नारे ‘ मेक अमेरिका ग्रेट अगेन ’ से लिया गया लगता है।

एक्स्टैसी गोलियां एक प्रकार का मादक पदार्थ हैं जिन्हें ‘ लव पिल ’ के नाम से जाना जाता है। मादक पदार्थ तस्कर मार्केटिंग के लिहाज से अकसर अलग – अलग आकार और रंग में टैबलेट बनाते है ताकि उनका प्रयोग करने वाले लोगों की दिलचस्पी बनी रहे।

किम जोंग ट्रम्प मुलाकात :ट्रम्प ने कहा शुक्रिया ,किम ने कहा कई बाधाएं पार कर मिले

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग की बहुप्रतिक्षित मुलाकात भारतीय समय के अनुसार बुधवार की सुबह 6 बजे हुई। दोनों नेता पहली बार गर्मजोशी के साथ मिले और उनके बीच पहले दौरे की वार्ता हुई। इसके साथ ही द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य बनाने और कोरियाई प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण के उद्देश्य से दोनों नेताओं के बीच ऐतिहासिक शिखर वार्ता की शुरुआत हुई। ट्रंप और किम के बीच यह मुलाकात सिंगापुर के लोकप्रिय पर्यटन स्थल सेंटोसा के लग्जरी होटल कापेला सिंगापुर में हुई। दोनों नेताओं ने करीब 12 सेकंड तक हाथ मिलाया।

65 साल चले विवाद के बाद अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच दस्तावेज पर हस्ताक्षर हुए। किम ने कहा कि लोगों को ये मुलाकात किसी साइंस फिक्शन फिल्म की तरह लग सकती है। महीनों की लंबी कूटनीतिक खींचतान और बातचीत के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है।

अमेरिका और उत्तर कोरियाई ध्वजों के सामने दोनों एक दूसरे की तरफ आगे बढ़े और दृढ़ता से एक – दूसरे का हाथ थाम लिया। इस दौरान उन्होंने एक – दूसरे से कुछ शब्द कहे और उसके बाद होटल के पुस्तकालय के गलियारे में चले गए।

ट्रम्प को उम्मीद आगे रिश्ते शानदार रहेंगे
मौजूदा अमेरिकी राष्ट्रपति और एक उत्तर कोरियाई नेता के बीच हो रही यह पहली शिखर वार्ता ट्रंप और किम के बीच कभी बेहद तल्ख रहे रिश्तों को भी बदलने वाली साबित होगी। अमेरिका ने इस बात पर जोर दिया है कि उसे कोरियाई प्रायद्वीप में पूर्ण परमाणु निरस्त्रीकरण से कम कुछ भी मंजूर नहीं है।

ट्रंप ने कहा था कि किम के पास इतिहास रचने का ‘‘ एक मौका ’’ है। वार्ता शुरू होने से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने उम्मीद जताई कि यह ऐतिहासिक शिखर वार्ता ‘‘ जबर्दस्त सफलता ’’ वाली होगी। उनके बगल में किम जोंग बैठे हुए थे ट्रंप ने आगे कहा , ‘‘ हमारे रिश्ते बेहद शानदार होंगे। इस ऐतिहासिक मुलाकात पर ’’ ट्रंप से जब यह पूछा गया कि शुरुआत में कैसा महसूस हुआ तो उन्होंने कहा, ‘‘ वास्तव में बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं।

कई रोड़े पार किये है मुलाकात के लिए
उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग ने कहा कि सिंगापुर में हो रही इस बैठक की राह में कई ‘‘ रोड़े ’’ थे। ‘‘ हमनें उन बाधाओं को पार किया और आज हम यहां हैं। ’’ इस पर ट्रंप ने कहा , ‘‘ आपका बहुत शुक्रिया। ’’ किम मुलाकात के वक्त से 7 मिनट पहले पहुंचे तो ट्रम्प ने पहनी लाल टाई

ऐसा उन्होंने सम्मान व्यक्त करने के लिये किया क्योंकि यह संस्कृति है , जिसमें युवा बुजुर्गों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिये उनसे पहले पहुंचते हैं। ट्रंप ने जो लाल टाई पहनी हुई थी वह भी किम के प्रति कुछ सम्मान व्यक्त करने वाली हो सकती है क्योंकि उत्तर कोरियाई लाल रंग को पसंद करते हैं। किम और ट्रम्प ने एकल बैठक करके बाहर निकले और फिर विस्तारित द्विपक्षीय बैठक के लिये चले गए। यह पूछे जाने पर कि बातचीत कैसी रही , ट्रंप ने कहा , ‘‘ बहुत , बहुत अच्छी। शानदार रिश्ते। ’’

परमाणु हथियार के सवाल पर सिर्फ मुस्कुराये किम

इस वार्ता के एजेंडे में उत्तर कोरिया की परमाणु क्षमताएं हैं। अमेरिका को उम्मीद है कि वह आर्थिक सहायता के बदले उत्तर कोरिया को इन्हें छोड़ने के लिये राजी कर लेगा। वार्ता की पूर्व संध्या पर अमेरिका ने ‘‘ पूर्ण , सत्यापित और अपरिवर्तनीय ’’ परमाणु निरस्त्रीकरण के बदले उत्तर कोरिया को ‘ विशिष्ट ’ सुरक्षा गारंटी की पेशकश की थी।

किम से कम से कम तीन बार पूछा गया कि क्या वह परमाणु हथियार छोड़ देंगे , इसकी प्रतिक्रिया में वह सिर्फ मुस्कुरा दिए । किम ने कहा- दुनिया बड़ा बदलाव देखेगी। ट्रंप ने कहा कि वह मानते हैं कि वह और किम ‘‘ बड़ी समस्या , बड़ी दुविधा को दूर कर लेंगे ’’ और साथ काम करके हम इसका ध्यान रखेंगे। किम ने कहा , ‘‘ आगे चुनौतियां आएंगी लेकिन हम ट्रंप के साथ काम करेंगे। हम इस शिखर वार्ता को लेकर सभी तरह की अटकलों और संदेहों से पार पा लेंगे और मेरा मानना है कि शांति के लिये यह अच्छा है। ’’

जी 7 शिखर सम्मेलन में नहीं जाएँगी सुश्री ट्रम्प,सिंगापुर यात्रा की भी कोई योजना नहीं

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की पत्नी मेलानिया ट्रम्प कनाडा के क्यूबेक में इस सप्ताह शुरू होने जा रहे जी 7 शिखर सम्मेलन में नहीं जाएंगी तथा उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के साथ श्री ट्रम्प की 12 जून को सिंगापुर में होने वाले शिखर सम्मेलन में भी उनके जाने की योजना नहीं है। सुश्री ट्रम्प गत वर्ष इटली में हुए जी 7 की बैठक में भाग लिया था लेकिन इस वर्ष 10 मई से सार्वजनिक रूप से नहीं देखी गई हैं। वह 14 मई को किडनी का उपचार कराने के लिए अस्पताल में भर्ती हुई थीं और 19 मई को उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई थी।

सुश्री ट्रम्प की प्रवक्ता स्टेफनी ग्रिशम ने कहा, “वह (सुश्री ट्रम्प) जी 7 में शामिल नहीं होंगी और इस समय सिंगापुर यात्रा करने की भी कोई योजना नहीं है।”
सुश्री ट्रम्प ने 30 मई को सार्वजनिक रूप से उनकी अनुपस्थिति को लेकर मीडिया में चल रही खबरों के बारे में ट्वीट कर कहा, “मुझे लगता है कि मीडिया इस बात को लेकर अधिक व्यस्त है कि मैं कहां हूं और मैं क्या कर रही हूं? आश्वस्त रहें, मैं व्हाइटहाउस में अपने परिवार के साथ हूं, बहुत अच्छा महसूस कर रही हूं और बच्चों तथा अमेरिकी लोगों की ओर से कड़ी मेहनत कर रही हूं!”