भारतीय जनता पार्टी ने शनिवार को अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में बड़ा फैसला लिया है। पार्टी के मौजूदा अध्यक्ष अमित शाह का कार्यकाल जनवरी 2019 में समाप्त होने वाला है इसलिए पार्टी ने निर्णय लिया है कि 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव पार्टी अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में ही होंगे। चुनाव को देखते हुए पार्टी ने संगठन चुनाव को एक साल के लिए टालने का निर्णय लिया है। आम चुनाव बीतने के बाद ही संगठन के लिए चुनाव होगा।
आपको बता दे कि भाजपा ने अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में सभी को साथ लेते हुए 2014 से अधिक बहुमत से सरकार बनाना सुनिश्चित करने के लिये काम करने का संकल्प लिया है। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में पार्टी ने एक महत्वपूर्ण बैठक में यह संकल्प लिया है। पार्टी के राष्ट्रीय पदाधिकारियों एवं राज्य इकाई के अध्यक्षों की बैठक में ‘‘अजेय भाजपा’’ के नारे को अंगीकार किया गया है।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इस साल के अंत तक मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान सहित पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत के लिये पूरा जोर लगाने का संकल्प लिया गया है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में होने वाले विधानसभा के लिये भाजपा ने विशेष जोर लगाने की प्रतिबद्धता जतायी है। उन्होंने बताया, ‘‘भाजपा को पूरा भरोसा है कि वह 2019 के लोकसभा चुनाव में 2014 के लोकसभा चुनाव से अधिक बहुमत से जीत दर्ज करेगी।’’