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शाह के बेटे का व्यापार बेतहाशा बढ़ने पर मोदी चुप क्यों : राहुल

थराड (उत्तरी गुजरात),  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने यहां सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कटाक्ष करते हुए सवाल किया कि क्या मोदी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से ‘डरकर’ उनके बेटे जय शाह की कंपनी की जबर्दस्त कमाई पर चुप हो गए हैं? उत्तरी गुजरात में हुई चुनावी रैली में राहुल ने आश्चर्य जताते हुए कहा कि मोदी देश को कांग्रेस मुक्त करने का दावा करते हैं, लेकिन वह अपने भाषणों में आधा समय विपक्षी दल कांग्रेस को देते हैं और बाकी समय खुद के बारे में बताते हैं।

राहुल गांधी ने कहा, “अमित शाह के बेटे जय शाह महज 50,000 रुपये की कंपनी को सिर्फ तीन महीने में 80 करोड़ की कंपनी बना देते हैं, लेकिन मोदी जो भ्रष्टाचार मिटाने की बात करते हैं, वह अमित शाह से डरते हैं और इस बारे में एक शब्द भी नहीं बोलते हैं।”

उन्होंने कहा, “आप उनके सभी भाषणों को गौर से सुनिए। वह भ्रष्टाचार के बारे में नहीं बोलते।”

राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री के 15 लाख रुपये हर नागरिक के खाते में जमा करने के वादे को याद करते हुए भी उन पर बरसे और कहा कि 15 पैसे भी किसी के खाते में नहीं आए।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने एक बार फिर मोदी सरकार को सूटबूट की सरकार होने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने सिर्फ उद्योगपतियों की जेब भरने का काम किया है।

राहुल ने मोदी के गुजरात चुनाव में पाकिस्तान के दखल व कांग्रेस से मिलीभगत का आरोप लगाए जाने का जिक्र किए बिना कहा, “चुनाव गुजरात में है और मोदीजी जापान, पाकिस्तान व अफगानिस्तान के बारे में बात कर रहे हैं।”

राहुल ने कहा कि बीते तीन महीने में गुजरात के लोगों ने जो प्यार उन पर बरसाया है, उससे एक खास रिश्ता बना है। उन्होंने कहा, “आपने मेरे साथ एक आजीवन रिश्ता बनाया है, मैं इसे कभी नहीं तोड़ूंगा।”

कांग्रेस नेता उत्तर व मध्य गुजरात में दूसरे चरण के चुनाव के लिए प्रचार कर रहे थे।

दूसरे चरण के तहत 93 सीटों के लिए मतदान 14 दिसंबर को होगा। मतगणना 18 दिसंबर को होगी। गुजरात चुनाव के कारण ही हिमाचल प्रदेश में मतगणना एक माह से रुकी हुई है, जो इसी दिन होगी।

मोदी धड़ल्ले से झूठ बोल रहे : राहुल

देवदार (गुजरात),  कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी बातों में अब वजन नहीं रह गया है, क्योंकि वह गुजरात और देश से किए गए वादों पर धड़ल्ले से झूठ बोल रहे हैं। उत्तर और मध्य गुजरात में चुनाव रैलियों को संबोधित करते हुए, राहुल ने 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी द्वारा किए गए वादों को याद दिलाया, जिसमें मोदी ने विदेशों से काला धन वापस लाने और प्रत्येक भारतीय के बैंक खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने की बात कही थी।

गांधी ने तंज कसते हुए कहा, “नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आपके अपने बैंक खातों में 15 लाख रुपये मिलेंगे, आपको 15 पैसे भी नहीं मिले हैं।”

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने लोगों से पूछा कि क्या पिछले साल नोटबंदी के दौरान पैसा जमा करने के लिए कोई ‘सूट बूट’ वाला शख्स कतार में लगा था।

उन्होंने कहा, “पिछले दरवाजे के जरिए, भारत में सभी चोरों का पैसा मोदीजी की नाक के नीचे से सफेद में तब्दील हो गया।”

गांधी ने यह भी कहा कि मोदी ने 2014 के अपने चुनावी भाषण में वादा किया था कि हर साल दो करोड़ नौकरियों का निर्माण करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि किसानों को उनके उत्पाद के लिए सही दाम मिले।

राहुल ने कहा, “क्या ऐसा हो रहा है?” गांधी ने जोर से पूछा। जवाब में भीड़ ने कहा, “नहीं, नहीं।”

गांधी ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच कहा, “प्रधानमंत्री के शब्दों में वजन होना चाहिए। मोदीजी के शब्दों में अब कोई वजन नहीं रहा, क्योंकि वह हर वादे पर झूठ बोल रहे हैं।”

उन्होंने कहा कि लोगों ने यह सब देख लिया है और इस बार जनता धोखा नहीं खाएगी।

गांधी ने दोहराते हुए कहा कि गुजरात विधानसभा चुनाव में हार को लेकर मोदी घबरा और डर गए हैं और इसी कारण वह हर वक्त अपने बयान बदल रहे हैं।

राहुल ने कहा, “मैंने मोदीजी के भाषणों को सुना और उनका विश्लेषण किया। वह दावा करते हैं कि कांग्रेस खत्म हो चुकी है, अगर ऐसा है तो वह आधा से ज्यादा वक्त कांग्रेस की बातें क्यों करते रहते हैं।”

उन्होंने कहा, “मोदी आधा वक्त कांग्रेस के बारे में और आधा भाषण में सिर्फ अपने बारे में बात करते हैं।”

राहुल ने कहा, “अचानक आपकी विकास की लंबी चर्चा गायब हो गई। आपके पास गुजरात में भाजपा सरकार के पिछले 22 सालों की रपट देने के लिए कुछ नहीं हैं। यही कारण है कि आपको इन सबकी जरूरत है, मोदीजी।”

गांधी ने वादा किया, “अगर पार्टी गुजरात की सत्ता में आती है तो हम किसानों के ऋण माफ करने के लिए नीति और शिक्षा व स्वास्थ्य पर सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी सुनिश्चित करने के साथ बेरोजगारी को कम करने की नीति लेकर आएंगे।”

गांधी ने दोहराया, “यह चुनाव मेरे या मोदी के बारे में नहीं है, बल्कि गुजरात और गुजरातियों के भविष्य के लिए है।”

उन्होंने यह भी कहा कि मोदी उनके खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते रहे हैं, लेकिन वह कभी ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं करेंगे।

उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मेरे खिलाफ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हैं, लेकिन मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा, क्योंकि राहुल गांधी प्रधानमंत्री कार्यालय का सम्मान करता है।”

राहुल ने कहा, “मैं प्रधानमंत्री के खिलाफ एक भी गलत शब्द का प्रयोग नहीं करूंगा। यह हमारी पार्टी, महात्मा गांधी और सरदार पटेल ने हमें सिखाया है।”

‘नीच’ वाले बयान पर राहुल ने अय्यर से कहा-माफी मांगें

नई दिल्ली,  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए ‘नीच’ शब्द का प्रयोग करने के लिए माफी मांगने को कहा। ट्विटर पर अपनी राय जाहिर करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि राजनीतिक विरोधियों के लिए ऐसी भाषा का इस्तेमाल करना कांग्रेस पार्टी की संस्कृति नहीं है।

राहुल ने अपने ट्वीट में लिखा, “भाजपा और प्रधानमंत्री कांग्रेस पार्टी पर हमला करने के लिए नियमित तौर पर गंदी भाषा का इस्तेमाल करते रहे हैं। लेकिन, कांग्रेस की अलग संस्कृति और परंपरा है। मैं मणिशंकर अय्यर द्वारा प्रधानमंत्री के लिए प्रयुक्त लहजे व भाषा की सराहना नहीं करता हूं। मैं खुद और कांग्रेस की ओर से उनसे यह आशा करता हूं कि उन्होंने जो कुछ भी कहा है उसके लिए वह माफी मांगें।”

इससे पहले अय्यर ने कहा था कि मोदी ‘बहुत नीच किस्म का आदमी’ है जो गंदी राजनीति कर रहे हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में राहुल एकमात्र उम्मीदवार

नई दिल्ली,  एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सत्ता के हस्तांतरण के तहत कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी अगले सप्ताह कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करने को तैयार हैं। अध्यक्ष पद के चुनाव में राहुल अकेले उम्मीदवार हैं, इसलिए उनका चयन तय है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए सोमवार को नामांकन पत्र दाखिल करने के अंतिम दिन राहुल (47) के खिलाफ एक भी कांग्रेस उम्मीदवार की ओर से पर्चा दाखिल नहीं किया गया।

47 वर्षीय राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी की कमान संभालने वाले नेहरू-गांधी परिवार के छठे वारिस हैं। सोमवार को उन्होंने कांग्रेस मुख्यालय में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ता के बीच उत्सव के माहौल में अपना पर्चा दाखिल किया। उनकी मां और वर्तमान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने बेटे के लिए पहले नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर किए। राहुल गाांधी 2013 से कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं।

राहुल गांधी के दाखिल 89 नामांकन पत्रों के प्रस्तावकों में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, जिन्होंने हाल ही में राहुल को पार्टी का ‘डार्लिग’ यानी लाडला कहा था, पर्चा दाखिल करते समय राहुल के साथ थे।

नाम वापसी की आखिरी तारीख 11 दिसंबर है, जब उनके चयन की घोषणा की जा सकती है क्योंकि उनके मुकाबले में कोई उम्मीदवार नहीं है। नामांकन पत्रों की जांच मंगलवार को होगी।

निर्वाचरण अधिकारी मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने पत्रकारों को बताया कि विभिन्न प्रदेशों से 89 नामांकन पत्र निर्वाचन अधिकारी को सुपुर्द किए। प्रमुख कांग्रेसी नेताओं ने राहुल के नाम पर पर्चे दाखिल किए, जिनमे पूर्व प्रधानमंत्री, कांग्रेसी कार्यकारिणी समिति के सदस्य, सांसद, प्रदेश कांग्रेस प्रमुख शामिल थे।

हालांकि रामचंद्रन ने विस्तृत विवरण नहीं दिया और कहा कि सभी पर्चे एक उम्मीदवार के पक्ष में दाखिल हुए हैं। जाहिर है कि वे उम्मीदवार राहुल गांधी ही हैं।

पार्टी अध्यक्ष पद के निर्वाचन कार्यालय की ओर से कुल 90 नामांकन पत्र जारी किए गए थे, लेकिन एक पत्र नहीं दाखिल किया जा सका क्योंकि उसके लिए पर्याप्त प्रस्तावक नहीं थे।

नामांकन पत्र भरने की यह प्रक्रिया विवाद से बच नहीं पायी और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में मुगल वंश को याद किया, जिसे लपकने में प्रधानमंत्री ने देर नहीं की और उन्होंने उसमें कुछ जोड़कर ‘औरंगजेब राज’ कहा।

अय्यर ने राहुल गांधी के बारे में डायनेस्टी अर्थात वंश की राजनीति को लेकर भाजपा के ताने का जवाब देते हुए कहा, ” जब शाहजहां जहांगीर की जगह आए तो क्या कोई चुनाव हुआ था? और आरंगजेब ने जब शाहजहां की जगह ली थी तो क्या कोई चुनाव हुआ था। सबको मालूम था कि बादशाह की गद्दी पर पर स्वत: उनके वारिस का हक होगा।”

उन्होंने आगे कहा, “लेकिन, लोकतंत्र में चुनाव होते हैं। मैं खुलेआम (शहजाद) पुनावाला को नामांकन दाखिल करने और मुकाबले में आने को आमंत्रित करता हूं।” साथ ही उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी ने पूनावाला का नाम नहीं सुना था।

मणिशंकर अय्यर भाजपा की आलोचनाओं का जवाब दे रहे थे जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस नेता पूनावाला ने कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव को ढकोसला और राहुल की प्रोन्नति को धोखा बताया है।

मोदी ने अय्यर की टिप्पणी का जिक्र करते हुए गुजरात में अपने एक चुनावी भाषण में कहा, “अय्यर एक परिवार के प्रति अपनी निष्ठा दिखाने में कभी संकोच नहीं करते हैं, गर्व से कहते हैं कि शाहजहां ने जहांगीर की जगह ली थी तो क्या कोई चुनाव हुआ था? और जब औरंगजेब ने शाहजहां की गद्दी संभाली थी तो कोई चुनाव हुआ था ?”

मोदी ने कहा कि कांग्रेस नेता मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी नहीं कुनबा है।

यह तय है कि राहुल अपनी मां सोनिया गांधी से पार्टी प्रमुख का उत्तराधिकार ग्रहण करने में कामयाब होंगे। सोनिया गांधी 1998 से कांग्रेस की अध्यक्ष हैं और इस पद पर उनका कार्यकाल सबसे लंबा रहा है। मोतीलाल नेहरू, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी भी कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं।

राहुल के नामांकन पत्र दाखिल पर हस्ताक्षर करने वालों में मोतीलाल वोरा, अहमद पटेल, तरुण गोगई, वी. नारायणसामी, अशोक गहलोत, कमलनाथ, आनंदशर्मा, जयपाल रेड्डी, सुशील कुमार सिंदे, ज्योतिरादित्य सिंधिया, कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, गुलाम नबी आजाद, मल्लिकार्जुन खड़गे, सलमान खुर्शीद , पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और कर्ण सिंह जैसे प्रमुख कांग्रेस नेता शामिल थे।

गुजरात में महिलाओं को न्याय क्यों नहीं मिलता : राहुल गांधी

नई दिल्ली,  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से रविवार को अपना पांचवां सवाल पूछते हुए राज्य में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध, उनकी सुरक्षा, स्वास्थ्य एवं शिक्षा की स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने मोदी पर गुजरात की महिलाओं से झूठे वादे करने का आरोप लगाया। गुजरात में 22 सालों से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सत्ता में है और यहां महिलाओं के खिलाफ अपराधों में सजा की दर सिर्फ तीन फीसदी है।

राहुल ने विभिन्न केंद्रीय एजेंसियों और संस्थानों के रिकॉर्ड का हवाला देते हुए कहा कि गुजरात मानव तस्करी में तीसरे, महिलाओं पर एसिड हमलों में पांचवें और नाबालिग बच्चियों सें बलात्कार के मामले में 10वें स्थान पर है।

उन्होंने मोदी से पूछा कि राज्य में महिलाओं की साक्षरता दर 2001 में 70 प्रतिशत से घटकर 2011 में 57 प्रतिशत क्यों रह गई। मोदी अक्टूबर 2001 से मई 2014 तक गुजरात के मुख्यमंत्री रहे।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “महिलाओं को न्याय क्यों नहीं मिलता। महिलाओं के खिलाफ आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने वाले अभियुक्तों में से केवल 3 प्रतिशत को ही दोषी ठहराया जाता हैं।”

राहुल गांधी ने कहा, “गुजरात के अहमदाबाद और सूरत जैसे दो सबसे महत्वपूर्ण शहर देश में महिलाओं के खिलाफ हाने वाले अपराध के मामले में शीर्ष 10 शहरों में शुमार हैं।”

उन्होंने कहा, “गुजरात बालिका शिक्षा में 20वें स्थान पर क्यों हैं।”

राहुल गांधी ने नौ दिसंबर तक राज्य में विधानसभा होने तक हर रोज मोदी से एक सवाल पूछने के वादे के तहत सवाल पूछा।

उन्होंने प्रधानमंत्री से राज्य में महिलाओं के स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में भी पूछा। उन्होंने कहा कि राज्य में मातृ मृत्यु दर बढ़कर 85 हो गई है, जिससे गुजरात एमएमआर में कमी वाले 15 राज्यों में 11 स्थान पर पहुंच गया है।

राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “राज्य में नवजात बच्चों की 67 फीसदी माताएं सरकारी एम्बुलेंस से निशुल्क परिवहन की सुविधा से वंचित क्यों हैं?”

राहुल गांधी ने पूछा, “राज्य की 55 प्रतिशत महिलाओं में एनीमिया से ग्रसित क्यों हैं?”

राहुल ने गुजरात के सरकारी स्कूलों में बढ़ी फीस को लेकर मोदी पर निशाना साधा

नई दिल्ली,  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुजरात के सरकारी शिक्षण संस्थानों में छात्रों से ज्यादा फीस वसूलने को लेकर सवाल किया। राहुल ने गुजरात विधानसभा चुनाव होने मोदी से हर रोज एक सवाल पूछने के अपने वादे के तहत कहा, “22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब। गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्री जी चौथा सवाल।”

राहुल ने मोदी पर शिक्षा जैसे नेक पेशे को गुजरात के सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में व्यवसाय के रूप में बदलने का आरोप लगाया।

राहुल ने पूछा, “महंगी फीस छात्रों पर बोझ बन रही है। न्यू इंडिया का सपना कैसे साकार होगा?”

उन्होंने आगे कहा, “जब बात शिक्षा में निवेश की आती है तो गुजरात 26वें स्थान पर क्यों है? हमारे युवाओं ने क्या गलती की है?”

राहुल ने गुजरात चुनाव होने तक हर रोज मोदी से एक सवाल पूछे जाने की रणनीति के तहत यह सवाल पूछा।

राहुल ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर 2012-2016 के बीच सरकारी बिजली कंपनियों की बिजली उत्पादन क्षमता घटाने और निजी कंपनियों से ऊंची दरों पर बिजली खरीदने का आरोप लगाया।

राहुल ने गुरुवार को गुजरात पर 2,41,000 करोड़ रुपये के बढ़े ऋण के लिए प्रधानमंत्री को आड़े हाथों लिया था और कहा था कि यह मोदी के कुप्रबंधन और प्रचार के चलते हुआ। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि राज्य के लोगों को इसकी सजा क्यो मिले?

कांग्रेस ने बुधवार को मोदी से 2012 के उस वादे के बारे में पूछा था, जिसमें उन्होंने गुजरात के लोगों को 50 लाख नए घर उपलब्ध कराने की बात कही थी।

गुजरात में दो दशकों से अधिक समय से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार है।

गौरतलब है कि 182 सदस्यों वाली गुजरात विधानसभा के लिए दो चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण के तहत नौ और दूसरे चरण के तहत 14 दिसंबर को चुनाव होगा। मतगणना 18 दिसंबर को होगी।

राहुल का एक जीएसटी दर का विचार मूर्खतापूर्ण : जेटली

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नई दिल्ली,  वस्तु एवं सेवा कर को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच चल रही जुबानी जंग शुक्रवार को भी जारी रही। वित्तमंत्री अरुण जेटली ने कहा कि एक जीएसटी दर को लेकर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का विचार ‘बड़ा मूर्खतापूर्ण विचार’ है। जेटली ने ट्वीट किया, “राहुल गांधी ने 18 फीसदी की एक दर वाले जीएसटी का सुझाव दिया है। यह 18 फीसदी की सीमा के सुझाव से अलग है। यह बड़ा मूर्खतापूर्ण विचार है। क्या एक हवाई चप्पल और एक बीएमडब्ल्यू कार पर एक कर की समान दर को लगाया जा सकता है?”

उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना पर प्रतिक्रिया दी।

कर दर की सीमा 18 फीसदी करने के लिए हो रही बहस को मोदी ने ‘बड़ा मूर्खतापूर्ण विचार’ कहा था, जिसपर चिदंबरम ने गुरुवार को कहा था कि अगर यह विचार मूर्खतापूर्ण है तो क्या मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) अरविंद सुब्रह्मण्यम और कई अन्य अर्थशास्त्री मूर्ख हैं?

चिदंबरम ने ट्वीट किया था, “अगर कर की दर सीमा 18 फीसदी करने की बात करना मूर्खतापूर्ण विचार है तो सीईए अरविंद सुब्रह्मण्यम और कई अन्य अर्थशास्त्री भी मूर्ख हैं? क्या प्रधानमंत्री यही कहना चाह रहे हैं?”

चिदंबरम ने प्रधानमंत्री की गुजरात के मोरबी रैली में दिए गए भाषण का हवाला दिया, जहां मोदी ने कहा था, “यह उन लोगों के लिए स्वाभाविक है, जिन्होंने डकैतों को याद रखने के लिए अपने सारे जीवन लूटपाट की है। वे ‘बड़े मूर्खतापूर्ण विचार’ के जरिए चाहते हैं कि गरीबों की बुनियादी जरूरतों की चीजें 18 फीसदी की दर सीमा में लाई जाएं। उसी समय, वे सिगरेट और शराब को सस्ता चाहते हैं। यह क्या तर्क है?”

राहुल बोले- गुजरात में भारी जीत हासिल करेगी कांग्रेस

Valsad: Congress vice-president Rahul Gandhi addressing a rally during his road show at Valsad district, in Gujarat on Friday. PTI Photo(PTI11_3_2017_000156B)

थारा (गुजरात),  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनाव में भारी जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि एक राजनीतिक सुनामी आ रही है, जिससे सत्तारूढ़ भाजपा भयभीत है।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी भाजपा और कांग्रेस के बीच लड़ाई को सच और झूठ के बीच लड़ाई करार दिया।

राहुल ने अपने तीन दिवसीय क्षेत्रवार प्रचार अभियान के चौथे पड़ाव पर लोगों से वोटों के जरिए अपने गुस्से का इजहार करने का आग्रह किया।

उन्होंने एक रैली में एक पूरा वाक्य गुजराती में बोला और कहा, “गुजरात मा मोदीजी आवे, अमित शाहजी आवे, यूपी ना सीएम योगीजी आवे, तोये भाजपा सरकार नाहीं आवे।” यानी यहां नरेंद्र मोदी, अमित शाह या उप्र के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी कोई भी आए, लेकिन गुजरात में भाजपा सरकार नहीं आएगी।

उत्तर गुजरात के बनासकांठा जिले में थारा में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, “कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पिछले 22 वर्षो से भाजपा शासन को झेला है और अब समय आ गया है कि आप ने जीएसटी, नोटबंदी के बारे में जो महसूस किया है, और सरकार ने लोगों को नर्मदा बांध पर और बदलाव लाने के जो झांसे दिए हैं, उसे मतदान केंद्रों पर जाहिर कीजिए।”

गुजरात में खेती की दुर्दशा का जिक्र करते हुए राहुल ने कहा कि किसानों ने देश के लिए सबकुछ किया, उन्होंने अपना खून और पसीना बहाया। “आप बड़े धनी उद्योगों के कर्ज माफ कर सकते हैं, फिर किसानों के लिए ऐसा क्यों नहीं कर सकते?”

राहुल ने मोदी को बताया तानाशाह – बोले देश की अर्थव्यवस्था को कर दिया बर्बाद

नई दिल्ली,  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को नोटबंदी की पहली वर्षगांठ पर केंद्र सरकार के नोटबंदी और जीएसटी (वस्तु एवं सेवाकर) के फैसलों की कड़ी आलोचना करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लोकतांत्रिक तरीके से चुना गया तानाशाह करार दिया। राहुल गांधी ने फाइनेंशियल टाइम्स में लिखे एक लेख में कहा कि प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि बीते साल 8 नवंबर को लिया गया नोटबंदी का फैसला भ्रष्टाचार का सफाया करने के लिए है, लेकिन इन 12 महीनों में उन्होंने केवल एक चीज का सफाया किया है, वह है हमारी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था पर से भरोसे का सफाया।

राहुल गांधी ने वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) को लेकर भी मोदी सरकार पर हमला किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बेरोजगारी के कारण उपजे गुस्से को सांप्रदायिक घृणा में बदलने का आरोप लगाया।

राहुल गांधी ने कहा, “नोटबंदी से भारत के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)में दो फीसदी की गिरावट आई। इसने असंगठित क्षेत्र को तबाह कर दिया व साथ ही कई लघु व मध्यम व्यवसायों को खत्म कर दिया। इसने लाखों मेहनतकश भारतीयों के जीवन को बर्बाद कर दिया। भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र के अनुसार 2017 के पहले चार महीनों में नोटबंदी की वजह से 15 लाख से अधिक लोगों ने अपनी नौकरियां गवां दीं।”

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने जीएसटी को जल्दीबाजी में और गलत तरीके से लागू किया गया कदम बताया।

राहुल गांधी ने कहा, “इसने आजीविका को तबाह कर दिया है और इसने आधुनिक समय में ‘लाइसेंस राज’ को जन्म दे दिया है, जिसमें कठोर नियंत्रण लागू कर दिए गए हैं और सरकारी अधिकारियों को व्यापक अधिकार दिए गए हैं।”

राहुल ने कहा, “ये दो अधिनियम ऐसे समय में आए हैं जब वैश्विक ताकतों को भारत की अर्थव्यवस्था से विशेष उम्मीदें हैं।”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उभरने को बेरोजगारी के कारण उपजे क्रोध व हताशा से जोड़ा। उन्होंने साथ ही इसी हताशा को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चुने जाने व ब्रिटेन के यूरोपीय संघ से अलग होने की भी वजह माना।

राहुल गांधी ने कहा, “मोदी जैसे लोकतांत्रिक रूप से चुने गए तानाशाहों का उदय दो कारणों से होता है – पहला संपर्क में व्यापक स्तर पर वृद्धि व संस्थानों पर इसके गहरा प्रभाव व दूसरा चीन का वैश्विक रोजगार बाजार पर प्रभुत्व।”

मोदी ने हिमाचल के पर्यटन, फल उत्पादकों का नुकसान किया : राहुल

शिमला,  कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लिया और कहा कि वह हिमाचल प्रदेश के ‘पर्यटन और फल उद्योग को नुकसान पहुंचा रहे हैं।’ राहुल ने राज्य में 9 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सिरमौर जिले के पोंटा साहिब में रैली के दौरान कहा, “मोदीजी ने सेब उत्पादकों, किसानों और जो भी पर्यटन उद्योग में हैं, उनका नुकसान किया है।”

उन्होंने कहा, “कांग्रेस छोटे उद्योगों का समर्थन करती है। हमलोग वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के विरोध में नहीं हैं। हमने केवल यह कहा था कि सरकार को इसे लागू करने से पहले इसका विस्तृत अध्ययन करना चाहिए।”

राहुल ने कहा, “लेकिन सरकार ने हमारी नहीं सुनी। अब इस निर्णय से सभी जूझ रहे हैं। जब हम 2019 में सत्ता में आएंगे, हमलोग जीएसटी को लोगों के लिए आसान बनाएंगे।”

हिमाचल में अपनी पहली चुनावी सभा में उन्होंने कहा कि मोदी उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव जीतना चाहते थे और यही वजह थी जिसके लिए उन्होंने लोगों की परेशानियों की परवाह किए बगैर 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की।

प्रधानमंत्री पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि रोजगार अभी भी बड़ा मुद्दा बना हुआ है लेकिन नरेंद्र मोदी सरकार युवाओं को रोजगार देने में विफल रही है।

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, “2014 में लोकसभा चुनाव से पहले चुनावी रैलियों में मोदी ने प्रत्येक वर्ष 2 करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था। लेकिन, हम क्या देख रहे हैं कि वह केवल बड़े उद्योगों के लिए काम कर रहे हैं। चीन दो दिनों में 1 लाख नौकरियां पैदा करता है लेकिन भारत एकदिन में केवल 450 नौकरी पैदा करता है। मुझे इस तरह के तथ्यों से शर्म आती है।”

गुजरात के बारे में उन्होंने कहा, “गुजरात में व्यापारी जीएसटी और नोटबंदी की वजह से दिक्कतों के लिए मोदी को दोषी ठहरा रहे हैं।”

राहुल ने कहा, “मोदी भ्रष्टाचार से लड़ने की बात करते हैं, लेकिन उन्हें तृणमूल नेता मुकुल राय, पूर्व कांग्रेस नेता नारायण राणे, कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस येदयुरप्पा को पार्टी में शामिल करने में कोई समस्या क्यों नहीं है? मध्यप्रदेश में व्यापम घोटाला हुआ, लगभग 50 लोग मारे गए। क्या मोदी ने इसपर कुछ बोला? क्या मोदी ने जय अमित शाह पर एक भी शब्द बोला? आप कहते हैं कि आप (मोदी) चौकीदार हैं, लेकिन आप ‘भागीदार’ हैं।”

नीति आयोग के आंकड़ों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, “हिमाचल प्रदेश का मॉडल ‘गुजरात मॉडल’ से बहुत आगे है।”

राहुल ने कहा, “हम कठिन मेहनत करते हैं। हम रात-दिन काम करते हैं। मोदी सरकार के जैसे नहीं, जो केवल वादे करती है।”

रैली को संबोधित करने से पहले राहुल सिख धर्मस्थल पोंटा साहिब भी गए।