Home Tags कय

Tag: कय

दुल्हन ने जयमाल के समय शादी करने से किया मना ,पुलिस भी थक गयी मनाकर

[ad_1]

उत्तर प्रदेश: में शादी को लेकर एक ऐसा ममला सामने आया| जहा बारात में सभी धूम-धाम से जशन मनाया जा रहा और नाच-गाने के साथ ही बारातियों ने खाना भी खा लिया था। उससे साथ ही शादी की रस्में भी शुरू हो गईं।जब समय आया जयमाला का तो। दूल्हे और दुल्हन ने एक दूसरे को जयमाला भी पहनाई।

इसी दौरान दुल्हन की नजर दूल्हे पर पड़ी। दूल्हे को देखते ही वो तपाक से बोली…मैं इससे शादी नहीं करूंगी। इतना सुनते ही वहा पूरा सन्नाटा छा गया।कानपुर में बिल्हौर के धर्मशाला गांव के प्रधान प्रवीण चंद्र ने बताया कि पुराना बारंडा गांव निवासी विनोद कुमार कटियार ने बेटी की शादी उन्नाव जिले के गंजमुरादाबाद क्षेत्र के हसनपुर मजरा (हसनापुर) गांव निवासी राजेश कटियार पुत्र नन्हू कटियार के साथ तय की थी।कानपुर में बिल्हौर के धर्मशाला गांव के प्रधान प्रवीण चंद्र ने बताया कि पुराना बारंडा गांव निवासी विनोद कुमार कटियार ने बेटी की शादी उन्नाव जिले के गंजमुरादाबाद क्षेत्र के हसनपुर मजरा (हसनापुर) गांव निवासी राजेश कटियार पुत्र नन्हू कटियार के साथ तय की थी।

[ad_2]

Source link

रामदेव साधु-संतों से बोले, ‘जब राम, कृष्ण स्मोकिंग नहीं करते थे तो फिर आप क्यों?’

[ad_1]

योग गुरु रामदेव संगम तट पर कुंभ मेला पहुंचे और साधु संतों से मुलाकात की। साथ ही उन्होंने साधु-संतों से स्मोकिंग छोड़ने की अपील की। उन्होंने कहा, हम राम और कृष्ण के भक्त हैं, उन्होंने अपने जीवन में कभी भी स्मोकिंग नहीं की। तो फिर क्या हमें करना चाहिए? हमें स्मोकिंग छोड़ने का अवश्य संकल्प लेना चाहिए।

उन्होंने कहा, हम साधुगण बड़े काम के लिए अपना घर, मां-बाप समेत सब कुछ छोड़ चुके हैं। तो हम स्मोकिंग क्यों नहीं छोड़ सकते हैं। उन्होंने कई साधुओं से चिलम इकट्ठा किया। और तंबाकू छोड़ने के लिए प्रतिज्ञा दिलवाई। रामदेव ने कहा, मैंने युवाओं से तंबाकू और स्मोकिंग छुड़वाए हैं तो महात्माओं से क्यों नहीं।

55 दिनों तक चलने वाला कुंभ मेला 15 जनवरी से शुरू हुआ और 4 मार्च को समाप्त होगा .दुनिया के सबसे बड़े इस मेले में 130 मिलियन श्रधालुओं के पहुचने की उम्मीद है . ऐसा माना जाता है की कुम्भ में संगम नहाने से पाप कट जाते है  इसलिए यमुना, सरस्वती के संगम पर डूबकी लगाते हैं।

शेयर करें

[ad_2]

Source link

प्रेमी को कई बार किया कॉल, नहीं उठाया तो व्हॉट्सऐप पर लिखा मैसेज और आत्महत्या कर ली

[ad_1]

नोएडा: उत्तर प्रदेश में नोएडा के सेक्टर 27 में रहने वाली दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा ने अपने प्रेमी से अनबन के कारण रविवार रात को अपनी पीजी में छत के पंखे से फंदा लगाकर कथित रूप से आत्महत्या कर ली।थाना सेक्टर 20 के प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पंत ने सोमवार को बताया कि सेक्टर 27 के सी- ब्लॉक स्थित पीजी में रहने वाली स्वाति सैनी (22) ने रविवार रात अपने कमरे की छत के पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। छात्रा दिल्ली विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई कर रही थी।

पंत ने बताया कि जांच के दौरान पुलिस को पता चला है कि स्वाति के स्वप्निल कुमार गुप्ता नामक युवक से प्रेम संबंध थे। दोनों की दोस्ती फेसबुक पर हुई थी। स्वप्निल गुप्ता गलगोटिया विश्वविद्यालय में बीटेक तृतीय वर्ष का छात्र है।

फोन नहीं उठा रहा था प्रेमी

उन्होंने बताया कि छात्रा ने बीती रात को अपने स्वप्निल को कई बार फोन करने का प्रयास किया, लेकिन उसने उसका फोन नहीं उठाया। इस बात से आहत होकर उसने उसको व्हॉट्सऐप पर मैसेज लिखा और उसके बाद आत्महत्या कर ली।

घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए रखवा दिया है। पुलिस छात्रा के प्रेमी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

शेयर करें

[ad_2]

Source link

सीएम योगी व केंद्रीय मंत्री पुरी ने एक्वा लाइन मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

[ad_1]

नोएडाः आखिर मेट्रो की बहुप्रतीक्षित एक्वा लाइन का आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा उद्घाटन हो गया।  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी ने नोएडा सेक्टर-137 मेट्रो स्टेशन से नोएडा मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की एक्वा लाइन मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। दोनों ने संयुक्त रूप से नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो का उद्घाटन किया।

मुख्यमंत्री, ग्रेटर नोएडा के ग्रेनो डिपो स्टेशन पर नोएडा की छह परियोजनाओं का लोकार्पण और तीन का शिलान्यास भी करेंगे। मेट्रो के उद्घाटन के बाद योगी सेक्टर-137 मेट्रो स्टेशन से 20 मिनट के मेट्रो का सफर तय करने के बाद ग्रेनो डिपो मेट्रो स्टेशन पहुंचेंगे। यहां वह नोएडा की छह परियोजनाओं यमुना पर नया पुल, सेक्टर-33 शिल्पहाट, सेक्टर-108 ट्रैफिक पार्क, सेक्टर-94 कमांड कंट्रोल सेंटर, शाहदरा ड्रेन पर पुलों का चौड़ीकरण और सेक्टर-62 के मातृ एवं बाल सदन का लोकार्पण भी करेंगे।

अधिकारियों के अनुसार यहां 11 ट्रेनें चीन से आई हैं। इस कॉरिडोर पर 21 स्टेशन हैं। 18 स्टेशनों पर पार्किंग की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा एक्वा लाइन के यात्रियों के लिए स्मार्ट कार्ड की भी व्यवस्था की गई है। इस कार्ड का उपयोग दूसरे अन्य कार्यों के लिए भी किया जा रहा है।

आपको बता दें कि इस लाइन का बजट बढ़ सकता था। लेकिन आबादी कम होने और इंजीनियरों के मेट्रो पिलर की ऊंचाई कम रखी जाने की वजह से इस लाइन का खर्च कम आया है। सफीपुर गांव के पास मेट्रो ट्रैक की ऊंचाई करीब-करीब जमीन के बराबर है। गांव के समीप से चार  केवी की हाइटेंशन लाइन क्रास कर रही है। इंजीनियरों ने अपने कौशल से यहां ट्रैक की ऊंचाई कम की। इससे एनएमआरसी को 120 करोड़ रुपये की बचत हुई।

इस लाइन पर प्रिंटेड टिकटें मिलेंगी। यहां टोकन की व्यवस्था नहीं होगी। इसका पहला ट्रायल डिपो स्टेशन से नॉलेज पार्क तक बीते वर्ष अक्तूबर-नवंबर में किया गया था। इस कॉरिडोर के सभी स्टेशनों में प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर, जल संचय की सुविधा और सोलर पैनल होंगे। इस कॉरिडोर को डीएमआरसी के ब्लू लाइन के सिटी सेंटर से सेक्टर-62 कॉरिडोर से वॉक वे जोड़ा जाएगा।

शेयर करें

[ad_2]

Source link

योगी सरकार ने किया नई स्कीम का ऐलान, निराश्रितों को मिलेगी 500 रुपये प्रति माह पेंशन

[ad_1]

लखनऊः उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने सभी निराश्रित लोगों को 500 रुपये प्रति माह पेंशन  देने का ऐलान किया है। पहले यह पेंशन 400 रुपये मिलती थी। अब प्रदेश सरकार ने इसमें 100 रुपये बढ़ाने का फैसला किया है।  निराश्रित व वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांगजन पेंशन के तहत यह पेंशन दी जाएगी।

समय समय पर अदालत भी यह कहती आई है कि निराश्रितों को आर्थिक सहायता देने के लिए सरकार को कदम उठाने चाहिए। इसलिए सरकार ने यह निर्णय लिया है।

सीएम योगी ने कहा कि यूपी सरकार इसके लिए बड़े पैमाने पर कैम्पेन करने जा रही है। जिसके तहत 30 जनवरी तक राज्य में कैंप लगेंगे।

गौरतलब है कि पेंशन पर फैसले से पहले उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आर्थिक रूप से निर्बल सामान्य वर्ग के लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने के फैसले को मंजूरी प्रदान कर दी है। यूपी में सरकारी नौकरियों और शैक्षणिक संस्थानों में सामान्य वर्ग के गरीब लोगों को 10 फीसदी आरक्षण देने की यह व्यवस्था 14 जनवरी से लागू हो गई है।

 

शेयर करें

[ad_2]

Source link

भारत के पहले राष्ट्रपति ने किया था कल्पवास, जानें- कल्पवास का महत्व

[ad_1]

पौष पूर्णिमा यानी 21 जनवरी से कल्पवास की शुरुआत हो गई है और यह अब माघी पूर्णिमा के साथ समाप्त होगा. मानव जीवन के लिए कल्पवास को आध्यात्मिक विकास का माध्यम माना जाता है, जिसके जरिए आत्मशुद्धि का प्रयास किया जाता है. प्रयागराज में चल रहे कुंभ में करोड़ों की तादाद में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं. प्रयागराज में गंगा-यमुना और सरस्वती के संगम पर कल्पवास की परंपरा आदिकाल से अभी तक चली आ रही है. मान्यता है कि प्रयागराज में कल्पवास से ब्रह्मा के एक दिन का पुण्य मिलता है. आइए जानते हैं आखिर कल्पवास क्या होता है और इसका महत्व क्या है.

पौष पूर्णिमा के साथ आरंभ होने वाले कल्पवास के दौरान श्रद्धालु संगम के तट पर अपना डेरा जमाते हैं और लगभग एक महीने तक वहीं रहते हैं. कल्पवास एक बहुत ही कठिन साधना है. कल्पवास के दौरान व्यक्ति को अपनी इच्छाओं पर नियंत्रण रखना पड़ता है. कल्पवास कर रहे व्यक्ति को जमीन पर सोना पड़ता है. कल्पवास शुरू करने के बाद इसे पूरे 12 वर्षों तक जारी रखना होता है. कल्पवास के दौरान साफ सुथरे पीले और सफेद रंग के कपड़ों का अधिक महत्व होता है. कल्पवास के दौरान व्यक्ति दिन में एक बार ही भोजन कर सकता है. साथ ही व्यक्ति को नियमपूर्वक तीन समय गंगा स्नान और यथासंभव भजन-कीर्तन, प्रभु चर्चा और प्रभु लीला का दर्शन करना जरूरी होता है.

साल 1954 में कुंभ मेले में भारत के सबसे पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने अकबर के किले में कल्पवास किया था. उनके कल्पवास के लिए खास तौर पर किले की छत पर कैंप लगाया गया था. यह जगह प्रेसिडेंट व्यू  के नाम से जानी जाती है

पद्म पुराण के अनुसार, कल्पवासी को इक्कीस नियमों का पालन करना चाहिए. कल्पवास में सत्य बोलना, अहिंसा, इन्द्रियों का शमन, दयाभाव, ब्रह्मचर्य का पालन, समेत कई अन्य नियमों का पालन करना पड़ता है. प्राचीन हिंदू वेदों में चार युगों- सतयुग, त्रेता, द्वापर और कलियुग में कुल वर्षों के बराबर काल “कल्प” का उल्लेख है. कहा जाता है कि  कल्पवास करने वाले व्यक्ति को पिछले सभी पापों से मुक्ति मिल जाती है. साथ ही कल्पवास करने वाले व्यक्ति को कुंभ के दौरान हर सूर्योदय के समय गंगा में डुबकी लगाकर सूर्य देव की पूजा करनी चाहिए.

 

– मान्यता है कि कल्पवास करने वाला व्यक्ति अगले जन्म में राजा के रूप में जन्म लेता है.

– मोक्ष का संकल्प लेकर कल्पवास करने वाले व्यक्तियों को मोक्ष की प्राप्ति होती है.

– माघ मास के दौरान कुंभ में स्नान करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति  होती है.

शेयर करें

[ad_2]

Source link

बीजेपी विधायक साधना सिंह की राह में रोड़ो का अंबार, राष्ट्रीय महिला आयोग ने किया नोटिस जारी करने पर विचार

[ad_1]

लखनऊः भाजपा विधायक की मुश्किलें बढ़ सकती हैं क्योंकि बसपा सुप्रीमो मायावती पर दिए बयान पर विवादित महिला आयोग विधायक को नोटिस जारी करेगा। साथ ही उन पर कार्रवाई की मांग केंद्रीय मंत्री ने भी की है। बसपा महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने भी उनके बयान पर पलटवार किया है।

भाजपा विधायक साधना सिंह (फाइल फोटो)

केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने लखनऊ में कहा कि हमारी पार्टी भाजपा के तो साथ है, लेकिन मायावती के खिलाफ  की गई अपमानजनक टिप्पणी के नहीं। उन्होने कहा कि वह हमारे दलित समुदाय की एक मजबूत महिला होने के साथ ही  एक अच्छी प्रशासक भी हैं। उन्होंने कार्रवाई की मांग की है।

इससे पहले, बीजेपी विधायक साधना सिंह द्वारा बसपा प्रमुख मायावती को लेकर दिए विवादित बयान पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने संज्ञान लिया है। आयोग विवादित बयान पर साधना सिंह को नोटिस भेजेगा।

सतीश चंद्र मिश्रा का कहना है कि भाजपा के स्तर को प्रदर्शित करने वाले शब्दों का इस्तेमाल हमारी पार्टी प्रमुख के लिए किया गया है। वह बेहद निंदनीय हैं।

बीजेपी पर हमला बोलते हुए मिश्रा ने कहा कि सपा और बसपा के गठबंधन के बाद बीजेपी नेताओं ने अपना मानसिक संतुलन खो दिया है। उन्हें आगरा या बरेली के मानसिक अस्पताल में भर्ती कराए जाने की जरूरत है।

यह आपको बताना जरूरी है कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर की विधायक साधना सिंह ने शनिवार को चंदौली के बबुरी में बसपा प्रमुख पर विवादित बयान देते हुए कहा था कि सत्ता के लिए चीरहरण करने वालों से मायावती ने हाथ मिला लिया है। और उनकी किन्नर से तुलना भी की।

भाजपा विधायक ने द्रौपदी से तुलना कर कहा कि उनके प्रण के विपरीत मायावती के सत्ता के लिए सब कुछ भुलाकर समझौता कर लिया।

गेस्ट हाउस कांड का हवाला देते हुए कहा कि तब भाजपा के लोगों ने ही उनकी मदद की थी। इतना ही नहीं मायावती को नारी जाति के लिए कलंक भी बताया। भाजपा विधायक द्वारा बसपा सुप्रीमो पर अभद्र टिप्पणी से चर्चा का बाजार गरमाया हुआ है।

[ad_2]

Source link

उतर प्रदेश में छह साल की नाबालिक के साथ तीन बच्चों के पिता ने किया दुष्कर्म

[ad_1]

उतर प्रदेश: एक मासूम बच्ची के साथ रेप करने की घटनाये रुकने का नाम ही नहीं ले रही है। यूपी के आजमगढ़ जिले में छह साल की मासूम के साथ दरिंदगी की सनसनी घटना सामने आयी है। जिले के मुबारकपुर क्षेत्र के एक गांव में गुरुवार की रात करीब दस बजे बिस्तर पर सो रही यह थी| छह साल की बच्ची को पड़ोसी गांव का युवक बिंदू गोंड़ उठा ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता की चीख पुकार सुनकर एक व्यक्ति ने गांव वालों को सूचना दी।

बच्ची के गायब होने पर उसके परिवार के लोग भी मौके पर पहुंचे। इस दौरान आरोपी वहा से फरार हो गया था। सौ नंबर पर सूचना के बाद पहुंची पुलिस ने बालिका को मेडिकल और इलाज के लिए महिला अस्पताल भेजा गया था।शुक्रवारकी सुबह गांव के लोगों ने आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करते हुए घर के पास अलीनगर चौक पर जाम लगा दिया। आधे घंटे के बाद पहुंची पुलिस ने डंडा पटककर जाम कर रहे लोगों को खदेड़ दिया। पीड़ित बालिका मुबारकपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली थी। वह गुरुवार की रात घर में सो रही थी। मां पड़ोसी के यहां टीवी देख रही थी। पिता बाजार गया था। पीड़ित परिवार के मुताबिक करीब सवा दस बजे गांव का उदय गोंड़ आया और उसने कहा कि पोखरे की तरफ किसी बच्ची के रोने की आवाज आ रही। इस पर बालिका की मां जब अपने घर में गई तो उसकी बेटी बिस्तर पर नहीं थी।

परिवार के लोग भागकर पोखरे के पास पहुंचे तो बच्ची अर्धनग्न हाल में खून से लतपथ कह रही थी। भीड़ को आता देख आरोपी फरार हो गया। आरोपी बिंदू गोंड़ तीन बच्चों का पिता है। वह बालिका के बगल वाले गांव डीह का निवासी है। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची।
बालिका को सीएचसी मुबारकपुर में भर्ती कराया गया, जहां से हालत गंभीर देख डाक्टर ने जिला महिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। पुलिस अभिरक्षा में इलाज चल रहा। शुक्रवार को दिन में 11.20 बजे के करीब गांव के लोगों ने आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर क्षेत्र के अली नगर चौराहे पर सड़क जाम कर दिया।

जाम लगने की सूचना पर सीओ सिटी इलामारन, एसपी सिटी कमलेश बहादुर भारी फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे। पुलिस जाम लगा रहे लोगों को खदेड़कर करीब 30 मिनट बाद जाम को समाप्त करा दिया। एसपी सिटी कमलेश बहादुर ने बताया कि पीड़िता का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

शेयर करें

[ad_2]

Source link

अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती है ,अवैध खनन मामले में ED ने दर्ज किया मनी लॉन्ड्रिंग का केस

[ad_1]

लखनऊ: समाजवादी पार्टी और बसपा के बीच गठबंधन के बाद अवैध खनन मामले में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. प्रवर्तन निदेशालय ने उत्तर प्रदेश के कथित अवैध खनन से जुड़े मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया है. ईडी की तरफ से यह केस सीबीआई के उस एफआईआर पर आधारित है, जिसमें 2012-16 के दौरान उत्तर प्रदेश के सभी खनन मंत्रियों के साथ अखिलेश यादव की भूमिका की भी जांच हो रही है.

गौतरतलब है कि अखिलेश यादव 2012 से 2017 तक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री थे, 2012 से 13 तक खनन मंत्रालय भी उन्हीं के पास था.  एजेंसी के मुताबित तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 2012-13 में 14 खनन टेंडर को मंजूरी दी थी, जिनकी जांच हो रही है. सूत्रों से मुताबिक समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव से अवैध खनन टेंडर मामले में पूछताछ हो सकती है. इंडिया टुडे को प्राप्त जानकारी के मुताबिक यूपी सरकार द्वारा 2012 से 2016 के दौरान कुल 22 टेंडर पास किए गए, जिसमें 14 टेंडर अखिलेश के खनन मंत्री रहते पास किए गए.

ईडी की यह कार्रवाई अवैध खनन मामले में सीबीआई द्वारा समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के नेताओं के यहां छापेमारी के बाद हुई है. इन छापेमारी को लेकर अखिलेश यादव समेत विपक्ष के तमाम नेताओं ने सीबीआई की आलोचना करते हुए आरोप लगाया था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार राजनीतिक लाभ के लिए जांच एजेंसी का दुरुपयोग कर रही है. सीबीआई ने अवैध खनन मामले में यूपी में कई जगहों समेत दिल्ली में छापेमारी की थी.

इस दौरान कई वरिष्ठ अधिकारियों समेत आईएएस बी. चंद्रकला के घर भी छापेमारी हुई थी. चंद्रकला बिजनौर, मेरठ और बुलंदशहर की डीएम रह चुकी हैं. इससे पहले भी अखिलेश यादव के कार्यकाल के दौरान चंद्रकला का नाम अवैध खनन मामले में सामने आ चुका है. इस मामले में समाजवादी पार्टी के एमएलसी रमेश मिश्रा और उनके भाई, खनन विभाग में क्लर्क आश्रय प्रजापति, अंबिका तिवारी, राम अवतार सिंह और उनके रिश्तेदार और संजय दीक्षित को आरोपी बनाया गया है. जांच एजेंसी के मुताबिक इन अधिकारियों ने कथित तौर पर 2012-16 में अवैध खनन की अनुमति दी थी.

सूत्रों के मुताबिक 22 खनन पट्टों में से 14 पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में दिए गए. बाकी पट्टे अन्य खनन मंत्री गायत्री प्रजापति के खनन मंत्री रहने के दौरान जारी किए गए. इसमें नियमों का उल्लंघन हुआ था. अखिलेश यादव और गायत्री प्रजापति ने खनन की मंजूरी दी थी, जिसे मुख्यमंत्री द्वारा अनुमोदित किया गया था. सरकारी नियम के मुताबिक 5 लाख रुपये से ऊपर सभी पट्टों पर मुख्यमंत्री की मंजूरी जरूरी होती है. सीबीआई के मुताबिक मामले में आरोपी बनाए गए लोगों ने अवैध तरीके से मंजूरी ली और नए सिरे से पट्टे दिए. इन लोगों ने पट्टाधारकों से अवैध वसूली की. इससे पहले इलाहाबाद हाईकोर्ट ने उत्तर प्रदेश के 5 जिलों-शामली, हमीरपुर, फतेहपुर, सिद्धार्थनगर और देवरिया में सीबीआई को अवैध खनन के आरोपों की जांच करने के निर्देश दिए थे.

शेयर करें

[ad_2]

Source link

शिवपाल का अखिलेश यादव पर हमला, कहा- नेताजी को गुंडा बताने वाली पार्टी से किया गठबंधन

[ad_1]

उत्तर प्रदेश: आज अपनी पार्टी की जनसभा करने पहुंचे प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के राष्ट्रीय संरक्षक शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अखिलेश ने उस पार्टी से गठबंधन किया जो नेताजी (मुलायम सिंह यादव) को गुंडा बताती थी. उन्होंने बड़े भाई रामगोपाल को भी निशाने पर लिया.सकलडीहा इंटर कॉलेज ग्राउंड में प्रसपा व बहुजन मुक्तिमोर्चा की संयुक्त मंडलीय रैली में उन्होंने कहा कि रामगोपाल ने सपा को बर्बाद कर दिया. इस मौके पर उन्होंने रामगोपाल यादव के पिटवाने वाले बयान को भी उठाया और कहा बड़े भाई हो पिटवा सकते हो.

अखिलेश के अलावा शिवपाल ने बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला. रैली को संबोधित करते हुए शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार ने नोटबंदी व जीएसटी से व्यापारियों की कमर तोड़ दी. किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य भी नहीं दी जा रही है. वहीं खाद का दाम कम करना सिर्फ एक लॉलीपॉप था. उत्तर प्रदेश की जनता को न्याय व सम्मान नहीं मिल पा रहा है. कहा कि इन सभी सवालों को लेते हुए सामान्य विचारधारा के लोग साथ मिलकर सर्कुलर मोर्चा को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं. प्रसपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ईवीएम में गड़बड़ी करने का आरोप भी बीजेपी पर लगाया.

चुनाव चिन्ह चाबी मिलने पर शिवपाल ने कहा अब सबकी चाबी उनके पास है. अब विकास और सरकार की चाबी उन्हें मिल गई है. शिवपाल ने मायावती पर पैसे लेकर टिकट देने की ख़बरों पर भी चुटकी ली. यौन शोषण के आरोपों को शिवपाल  मायावती की साजिश बताया. उन्होंने कहा कि लड़कियों को  देकर उनपर झूठे आरोप लगाए गए. सीबीआई जांच पर भी शिवपाल ने कहा, “आज सीबीआई से कौन डर रहा है. अखिलेश और मायावती डर रही हैं. मैं भी खनन समेत कई विभागों का मंत्री रहा, मुझे डर नहीं लगता. “

शेयर करें

[ad_2]

Source link