मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने महिला आरक्षण संबंधित विधेयक में अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के मामले पर विचार-विमर्श के लिए इस वर्ग से जुड़े लोगों की कल एक बैठक बुलाई है।
सुश्री भारती ने सोशल मीडिया पर स्वयं इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि राज्यसभा में भी महिला आरक्षण बिल पूर्ण बहुमत से पारित हो गया। अब यदि पिछड़े वर्गों को स्थान देने के लिए एक और संशोधन का मार्ग निकालना है, इसलिए भोपाल शहर एवं उसके आसपास के पिछड़े वर्ग के प्रमुख नेताओं के साथ विचार विमर्श हुआ। इसके बाद 23 सितंबर को एक और बड़ी बैठक बुलाने का फैसला हुआ।
अपनी एक अन्य पोस्ट में उन्होंने इस मामले को लेकर कांग्रेस पर भी हमला बोला।
उन्होंने कहा कि 1996 में पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने महिला आरक्षण बिल जब पेश किया तो उन्होंने (सुश्री भारती ने) इसमें ओबीसी आरक्षण प्रस्तावित किया। श्री देवगौड़ा पिछड़े वर्ग के थे एवं उनके हिमायती थे। उस दिन सदन में कांग्रेस और भाजपा बिना ओबीसी आरक्षण के ही इसको सदन में मंजूर करने के लिए एक मत थी एवं समर्थन के लिए तैयार थी। श्री देवगौड़ा ने इसको विशेष कमेटी को भेजा और यह बिल 27 साल लंबित रहा। अब अचानक कांग्रेस ओबीसी आरक्षण की बात करने लगी है तो जब मनमोहन सिंह सरकार थी तब इसको लागू क्यों नहीं किया।
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