मध्यप्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र बुधवार को अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया। सत्र शनिवार तक चलना था। सत्र एक देरी मंगलवार को शुरू हुआ था।
सत्र समय से पहले स्थगित किए जाने की सरकार की रणनीति की हवा मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस को नहीं लग पाई थी। जबकि विधानसभा सचिवालय ने संशोधित कार्यसूची भी जारी की थी। इस संशोधित कार्यसूची सभी विषय हंगामें के बीच पारित हो गए। इनमें 26 हजार करोड़ रुपए से अधिक का अनुपूरक अनुमान भी शामिल है। हंगामे के बीच छह संशोधन विधेयक भी पारित कर दिए गए। कुछ विधेयक करों से संबंधित थे।
मुख्य विपक्षी दल ने कई विषयों पर सदन में चर्चा के लिए स्थगन सूचनाएं दी थीं। इनमें सीधी का पेशाब कांड और महाकाल की मूर्तियां हवा में उड़ने का मामला भी शामिल है। अब विधानसभा का अगला सत्र आम चुनाव के बाद होगा। तब इन मुद्दों पर नियमानुसार चर्चा नहीं हो सकेगी।
