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छिंदवाड़ा जिला : जनसंख्या, राजनीति, और चुनावी समीकरण

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कमलनाथ मध्यप्रदेश की राजनीति का बड़ा नाम है, जिन्हें मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव की कमान कांग्रेस पार्टी ने सौंपी है। छिंदवाड़ा से लगातार दस बार सांसद कमलनाथ, छिंदवाड़ा मॉडल को लेकर पूरे मध्यप्रदेश में प्रसिद्ध हैं। इसी मॉडल के बलबूते कमलनाथ मैदानी जंग जीतने का प्रयास कर रहें हैं।

छिंदवाड़ा की 24.16 प्रतिशत जनता शहरी क्षेत्र में रहती है, जबकि 75.84 प्रतिशत लोग ग्रामीण इलाके में रहते हैं। छिंदवाड़ा आदिवासी बहुल इलाका है, जहां परासिया, जुन्नारदेव, अमरवाड़ा, छिंदवाड़ा, सौंसर, पांढुर्णा और चौरई मिलाकर सात विधानसभा आती हैं। जिनमें तीन अनुसूचित जनजाति(एससी) और एक अनुसूचित जाति की सीटें है। वर्तमान में चार पर भाजपा तो वहीं तीन पर कांग्रेस काबिज है।

छिंदवाड़ा की जनसंख्या,मतदाता और लिंग अनुपात

  1. आबादी : 2,090,922 (महिला : 1,026,454 पुरुष : 1,064,468)
  2. लिंग अनुपात : 964 प्रति 1000 व्यक्तिs
  3. साक्षरता दर : 81.46%
  4. मतदाता संख्या : 1,151,325

छिंदवाड़ा का जातिगत समीकरण

  1. हिंदू : 81 %
  2. मुसलिम : 13 %
  3. ईसाई : 1.6 %
  4. जैन : 3.4 %
  5. अन्य : 1 % (Source)

छिंदवाड़ा : 2013 विधानसभा चुनाव के नतीजे

2013 के नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में छिंदवाड़ा जिले की सात सीटों में से भाजपा चार और कांग्रेस तीन सीटों पर कब्जा कर पाई थी।

  1. जुन्नारदेव विधानसभा सीट : नाथनशाह केवरती भाजपा विधायक हैं। जुन्नारदेव आरक्षित सीट (एसटी) है, जहां भाजपा के नाथनशाह केवरती ने कांग्रेस उम्मीदवार सुनील उईके को 20,121 वोटों से हरा कर जीत हासिल की थी।
  2. अमरवाड़ा विधानसभा सीट : कमलेश शाह कांग्रेस विधायक हैं। अमरवाड़ा आरक्षित सीट (एसटी) है, जहां कांग्रेस के कमलेश शाह ने भाजपा प्रत्याशी उत्तम प्रेमनारायण ठाकुर को 4,063 वोटों से हरा कर जीत दर्ज की थी।
  3. चौरई विधानसभा सीट : पंडित रमेश दुबे भाजपा विधायक हैं। चौरई सीट से भाजपा के पंडित रमेश दुबे ने कांग्रेस के उम्मीदवार चौधरी गंभीर सिंह को 13,631 वोटों से हरा कर जीत हासिल की थी।
  4. सौसर विधानसभा सीट : नानाभाऊ नोहोद भाजपा विधायक हैं। सौसर सीट से भाजपा नानाभाउ ने कांग्रेस के उम्मीदवार भागवत महाजन को 8,416 वोटों से हरा कर जीत हासिल किया।
  5. छिंदवाड़ा विधानसभा सीट : चौधरी चंद्रभान सिंह भाजपा विधायक हैं। छिंदवाड़ा सीट से भाजपा के चंद्रभान सिंह ने कांग्रेस के प्रत्याशी दिपक सक्सेना को 24,778 वोटों से हराया।
  6. परासिया विधानसभा सीट : सोहनलाल वालमीक कांग्रेस विधायक हैं। परासिया सीट (एससी) से जहां से कांग्रेस के सोहनलाल ने भाजपा के उम्मीदवार को 6,862 वोटों से हराकर जीत हासिल की।
  7. पांढुर्णा विधानसभा सीट : जतन उईके कांग्रेस विधायक हैं। पांढुर्णा सीट (एसटी) है, जहां से कांग्रेस के जतन उईके ने भाजपा के टीकाराम कोराची को 14,478 वोटों से हराकर जीत दर्ज की है।

छिंदवाड़ा की राजनीति :

छिंदवाड़ा की राजनीति में कमलनाथ का नाम सबसे बड़ा है। कमलनाथ लगातार 10 बार सांसद भी रह चुकें है, इसके बावजूद कांग्रेस कभी सातों विधानसभा सीटों पर कब्जा करने में कामयाब नहीं हो पाई। वहीं भाजपा हर चुनाव में कांग्रेस से ज्यादा सीटों पर बाजी मार ले जाती है।

कांग्रेस और भाजपा के अलावा गोंडवाना गणतंत्र पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, गोंडवाना मुक्ति सेना, नेशनल पीपुल्स पार्टी, पीपुल्स रिपब्लिकन, लोकजन शक्ति, भारतीय जनशक्ति, जनता दल यूनाईटेड जैसी कई पार्टिंयां इस बार चुनाव में उतर रहीं है। विपक्षी गठबंधन ना होने की वजह से सभी पार्टियां अलग अलग चुनाव लड़ने वाली हैं।

छिंदवाड़ा में फ्लोराइड की समस्या

प्रदेश के 14 फ्लोराइड प्रभावित जिलों में से छिंदवाड़ा चौथे स्थान पर आता हैं। सरकार की तरफ से करोड़ो रुपय खर्च करने के बावजूद वहां के लोगों को फ्लोराईड पानी पीना पड़ रहा है। जिले में परासिया, जुन्नारदेव, तामिया और चौरई फ्लोराईड प्रभावित क्षेत्र है।

छिंदवाड़ा की सस्कृति

सतपुड़ा के जंगलो से घिरे छिंदवाड़ा जिले में आदिवासियों की तादात ज्यादा है। गोंड, परधान, भारिया, कोरकू जैसे जनजाति समुदाय रहते हैं। जिले में हिंदी, उर्दू, कोरकू, मूसई जैसी भाषा और बोलियों का प्रयोग किया जाता है। जिले के पोलू, भुजलिया, मेघनाथ, अखाड़ी, हरिज्योति जैसे त्योहारो को धूमधाम से मनाया जाता है। पांदुर्णा का गोटेमार मेला विश्वभर में प्रसिद्ध है। जिसमें दोनों तरफ के लोग एक दूसरे पर पत्थर फेंकते हैं। छिंदवाड़ा को कई मंदिरो और मस्जिदों का आर्शिवाद भी प्राप्त है।

र्शनीय स्थल :

जंगलो, झिलों और पहाड़ो के बीच में बसा खूबसूरत शहर छिंदवाड़ा ना सिर्फ कमलनाथ की राजनीति के लिए प्रसिद्ध है बल्कि यहां कई दर्शनीय स्थल हैं जिसे लोग दूर दूर से देखने आते हैं।
सिमरिया हनुमान मन्दिर (नागपुर रोड),हिंगलाज माता मन्दिर अम्बाडा, भरतादेव, तामिया, सप्तधारा मटकुली,पातालकोट,डोंगरदेव, खेडापति माता मन्दिर चांदामेटा, कपुरदा मन्दिर, चौरई, पेंच राष्ट्रीय उद्यान,जामसावली (हनुमान मन्दिर) सौसर,जुन्नारदेव पहली पायरी, अर्द्धनारीश्वर ज्योतिर्लिंग, मोहगांव हवेली, राजमहल हर्रई, कोकन पाठ झण्डा मन्दिर हर्रई, छोटा महादेव तामिया, वर-दिया (अमरवाड़ा) हनुमान दादा का सिद्ध मन्दिर, देवगढ़ का किला मोहखेड़, घोगरा वॉटर फॉल।

उघोग की स्थिति :

छिंदवाड़ा के सांसद कमलनाथ खुद एक उघोगपति है और छिंदवाड़ा के विकास और बेरोजगारी को दूर करने के लिए बाहरी उघोगों को जिले में स्थापित करने का प्रयाश करते रहते है। जिसमें हिंदुस्थान यूनीलिवर लिमिटेड, नकोडा टी.एम.टी, रेमंड ग्रूप, टेक पैक और कोयले की खदाने है जो हजारो लोगों को नौकरी देने का दावा करती हैं।

समस्या : एक ही जिले में इतने उघोग होने के बावजूद वहां के लोगों को नागपुर जैसे बड़े शहरों का रूख करना पड़ रहा है। बरोजगारी छिंदवाड़ा जिले की बहुत बड़ी समस्या है।

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