इन दिनों इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वस्नीयता को लेकर चुनाव आयोग खूब सुर्ख़ियों में है। अब तो इन खबरों ने चुनाव आयोग पर भी सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं। देश भर में ईवीएम ही मुख्य चर्चा का विषय है। इन चर्चाओं के बिच भी चुनाव आयोग द्वारा कोई आधिकारिक बयान जारी नही किया गया। इधर चुनाव आयोग के उड़ते हुए बयानों को लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सवाल उठाए हैं।
चुनाव आयोग ने ईवीएम छेड़छाड़ मामले में राजनीतिक दलों और विशेषज्ञों को खुली चुनौती है । केजरीवाल ने आज आयोग की इस खुली चुनौती पर सवाल उठाते हुए कहा कि बड़ी हैरत की बात है कि आयोग इसे सूत्रों के हवाले से मीडिया में क्यों प्रकाशित-प्रसारित करवा रहा है। आयोग क्यों नहीं इसके लिये अाधिकारिक वक्तव्य जारी करता?
श्री केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ” इस तरह की खबरें सूत्रों के हवाले से क्यों आ रही हैं। यह खबरें कितनी विश्वसनीय हैं, आयोग क्यों नहीं आधिकारिक वक्तव्य जारी करता, क्या ये खबरे केवल फैलायी जा रही हैं?”
मीडिया में सूत्रों के हवाले से ईवीएम की जांच की खुली चुनौती की जाे खबरें आयी हैं, उनमें कहा गया है कि आयोग मई के पहले सप्ताह से 10 मई के मध्य राजनीतिक दलों, वैज्ञानिकों और तकनीक के जानकारों को ईवीएम हैक करने की खुली चुनौती देगा।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने भी ट्वीट कर कहा,”ये खुला चैलेंज खुले में आने की बजाय ‘लीक’ होकर
मीडिया में क्यों आ रहा है। अभी तक चुनाव आयोग की ओर से न कोई चिट्ठी-पत्री है न प्रेस रिलीज।”