नई दिल्ली, भारतीय क्रिकेट टीम टेस्ट बिरादरी में शामिल सबसे नए सदस्य अफगानिस्तान की उसके पहले टेस्ट मैच की मेजबानी करेगी। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने सोमवार को इसकी घोषणा की। बीसीसीआई के कार्यकारी सचिव अमिताभ चौधरी ने यहां आयोजित विशेष आम बैठक के बाद कहा कि इस ऐतिहासिक टेस्ट की तारीख की घोषणा बाद में की जाएगी।
चौधरी ने कहा कि नए फ्यूचर टूर्स प्रोग्राम (एफटीपी) के मुताबिक 2019 से 2023 के बीच भारत तीन फारमेट में 81 मैचों की मेजबानी करेगा।
चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा, “अफगान टीम को अपना पहला टेस्ट मैच 2019 में आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेलना है लेकिन अफगानिस्तान के साथ ऐतिहासिक सम्बंधों को देखते हुए हमने अफगान टीम की पहले टेस्ट में मेजबानी करने का फैसला किया है।”
नए एफटीपी के मुताबिक भारत को घर में इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेलना है।
एसजीएम में लिए गए अहम फैसलों में बीसीसीआई द्वारा राजस्थान क्रिकेट संघ (आरसीए) पर लगा प्रतिबंध हटाना प्रमुख है। बीसीसीआई ने इस शर्त पर राजस्थान आरसीए पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है कि आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी इसके संचालन से दूर रहेंगे।
बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना ने सोमवार को आयोजित बोर्ड की विशेष आम बैठक के बाद आईएएनएस से कहा, “हां, कुछ शर्तो के साथ आरसीए पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया है।”
आरसीए को बीसीसीआई ने मई 2014 में सुशील मोदी के दोबारा इसका अध्यक्ष चुने जाने के बाद निलम्बित कर दिया था। निलम्बन के बाद से आरसीए का कामकाज बीसीसीआई देख रहा है।
आरसीए ने इस निलम्बन के खिलाफ अपील की थी, जिसमें बोर्ड ने कहा था कि वह सभी लम्बित मामलों को वापस ले और बीसीसीआई को किसी अन्य नए मामले में शामिल न करे।
सर्वोच्च न्यायलय द्वारा नियुक्त प्रशासकों की समिति (सीओए) ने राजस्थान क्रिकेट का संचालन करने के लिए गठित तदर्थ समिति को पहले ही भंग कर दिया है। इससे आरसीए पर से प्रतिबंध हटाने का रास्ता साफ हुआ।
अलवर जिला क्रिकेट संघ के प्रमुख और ललित मोदी के बेटे रुचिर ने बीसीसीआई द्वारा आरसीए की बहाली के फैसले पर खुशी जताई है।
रुचिर ने कहा, “आईपीएल में फिर से वापसी और अंतर्राष्ट्रीय मैचों में खेलने की अनुमति के साथ राजस्थान में क्रिकेट का वैभव लौट आएगा।”
इसके साथ ही रुचिर ने आरसीए प्रबंधन को अपना पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया है।
बीसीसीआई ने यह भी फैसला किया कि वह नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) के दायरे में नहीं आएगा। बोर्ड ने कहा कि वह पहले से ही वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) के नियमों का पालन करता आ रहा है।