“मैं कांग्रेस का सच्चा सिपाही हूँ, मैं तीन बार मध्यप्रदेश कांग्रेस का महामंत्री रहा हूँ और वर्तमान में कांग्रेस पार्टी का कोषाध्यक्ष हूँ. मुझे कांग्रेस पार्टी में कोषाध्यक्ष जैसा महेत्व्पूर्ण पद देने के लिए में प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ जी और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का धन्यवाद देना चाहता हूँ.”
पीसीसी में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेता गोविन्द गोयल ने भाजपा और शिवराज सरकार पर हमला बोला पर पूरी प्रेस वार्ता में उनका जोर यह बात बताने पर ज्यादा था कि वह कांग्रेस पार्टी के कोषाध्यक्ष है. तकरीबन 20 मिनट की प्रेस वार्ता में गोविन्द गोयल ने लगभग 10 बार यह बात दौहराई.
मध्यप्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष गोविन्द गोयल ने मुख्य प्रवक्ता शोभा ओझा के साथ पीसीसी में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए 2-3 घटनाओं का जिक्र किया और शिवराज सरकार पर झूठी ख़बरें फ़ैलाने और उनकी छवि धूमिल करने का आरोप लगाया.
दरअसल कांग्रेस नेता गोविन्द गोयल पिछले दिनों मीडिया की सुर्खिओं में थे. कभी उनपर नवरात्री के दौरान आरती करते हुए झांकी में आग लगाने का आरोप लगा तो कभी परवलिया में जमीन कब्जाने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप लगे साथ ही 19 अक्टूबर की शाम उन्हें भाजपा कार्यालय के बाहर देखा गया तो खबर फैली की गोविन्द गोयल भाजपा कार्यालय गये थे और जल्द ही बीजेपी में शामिल भी हो सकते है.
इन्ही सभी आरोपों पर सफाई देते हुए गोयल ने कहा कि न तो मेरे हांथ से आरती की थाली गिरी और न ही मेरे कारण झांकी में आग लगी. मेरे पास तस्वीर मौजूद है जब आग लगने पर मैं एक हाँथ से आरती कर रहा था वहीं दुसरे हाँथ से आग बुझा रहा था.
जमीन कब्जाने के आरोपों पर सफाई देते हुए गोयल ने कहा की परवलिया में मेरी कोई जमीन ही नही है. मैं उस दिन परवलिया गया ही नही, मैं तो उस दिन 12 बजे से शाम के 7 बजे तक पीसीसी में ही था.
भाजपा कार्यालय जाने के आरोप पर सफाई देते हुए गोयल ने कहा की ‘में भाजपा कार्यालय में नही गया, में बीजेपी कार्यालय के पास ‘पान की दुकान’ पर पान खाने गया था. तभी मुझे मीडिया के कुछ साथी मिल गये और में उनसे गले मिलने लगा. मुझे वहां देखकर मीडिया के लोगों ने खबर छाप दी कि में भाजपा कार्यालय गया था.’
गोयल ने कहा कि “भारतीय जनता पार्टी सोशल मीडिया का उपयोग करके मेरी छवि बिगाड़ने का षड्यंत्र कर रही है. भारतीय जनता पार्टी घबराई हुई है वहीं कांग्रेस पार्टी कमलनाथ जी के नेतृत्व में भाजपा से दो-दो हाँथ करने के लिए तैयार है. मैं कांग्रेस पार्टी में था, कांग्रेस पार्टी में हूँ और कांग्रेस पार्टी में ही रहूँगा. 1972 में जब कांग्रेस पार्टी ने मुझे निलंबित किया था तब भी मैं किसी और पार्टी में नही गया.
