20 अक्टूबर को मध्यप्रदेश प्रदेश अध्यक्ष कमल नाथ ने ट्वीट करते हुए चुनाव में बचे 40 दिन 40 सवाल पूछने की बात कही थी. इसी सिलसिले में कमल नाथ ने राज्यसभा में पूछे गए सवाल और कई सरकारी संस्थाओं की रिपोर्ट के आधार पर एक के बाद एक पांच ट्वीट करते हुए पहला सवाल किया है. सवाल में उन्होंने शिवराज सरकार में स्वास्थ्य सुविधाओं की पोल खोली है.
सवाल नंबर एक –
“मामा और मंत्री मदमस्त – स्वाथ्य सेवाएं क्यों कर दीं ध्वस्त ?”
मोदी सरकार ही खड़ा कर रही है मामा सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की बिगड़ती तबियत पर सवाल :
1)प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर 1117 चाहिए – 817 पद खाली ।
2)प्रसूति एवं स्त्री,बाल रोग सर्जन विशेषज्ञ डॉक्टर 1236 चाहिए-उपलब्ध सिर्फ 180 और 1056 डॉक्टरों की कमी।
3) नर्सिंग स्टाफ-1413 पद खाली
4) रेडियो ग्राफर-136 पद खाली
5) फाॅर्मेसिस्ट-218 पद खाली
6) प्रयोगशाला तकनीशियन-430 पद खाली
7)उपकेंद्र पर महिला स्वास्थ्यकर्मी -2016 पद खाली
8) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य कर्मी- 2174 पद खाली
9) उपकेंद्रों में पुरुष स्वास्थ्यकर्मी- 5458 पद खाली
10 ) पी एच सी में स्वास्थ्य सहायक – 628 पद खाली
11) प्रतिव्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार का खर्च मात्र 716 रु (राज्यों में सबसे निचले क्रम पर ) GSDP का मात्र1.04%
12)मोदी सरकार बताती है कि मध्यप्रदेश ऐसा दूसरा राज्य है जहाँ सबसे ज़्यादा 20 जिलों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहद ख़राब स्थिति में हैं। (डिंडोरी,छतरपुर,शहडोल,टीकमगढ़,बड़वानी,पन्ना,सीधी,झाबुआ,अलीराजपुर,मंडला,दमोह,सतना,अशोकनगर,श्योपुर,विदिशा,सिंगरौली,खंडवा,राजगढ,गुना,सिंगरौली )
सोर्स:- (31 जुलाई 2018 -अतारांकित प्रश्न संख्या (1550) राज्यसभा ,NHP -2018 , RHS -2017 ,NHM-(HPDs) रिपोर्ट ) ।
-40 दिन 40 सवाल-
“मोदी सरकार के मुँह से जानिए,मामा सरकार की बदहाली का हाल”
‘ हार की कगार पर मामा सरकार ‘
-सवाल नंबर एक –
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 20, 2018
“मामा और मंत्री मदमस्त – स्वाथ्य सेवाएं क्यों कर दीं ध्वस्त ?”
मोदी सरकार ही खड़ा कर रही है मामा सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं की बिगड़ती तबियत पर सवाल :
1)प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर 1117 चाहिए – 817 पद खाली ।
1/5 pic.twitter.com/5wR9nB2IjI
2)प्रसूति एवं स्त्री,बाल रोग सर्जन विशेषज्ञ डॉक्टर 1236 चाहिए-उपलब्ध सिर्फ 180 और 1056 डॉक्टरों की कमी।
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 20, 2018
3) नर्सिंग स्टाफ-1413 पद खाली
4) रेडियो ग्राफर-136 पद खाली
5) फाॅर्मेसिस्ट-218 पद खाली
6) प्रयोगशाला तकनीशियन-430 पद खाली
7)उपकेंद्र पर महिला स्वास्थ्यकर्मी -2016 पद खाली
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8) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र स्वास्थ्य कर्मी- 2174 पद खाली
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 20, 2018
9) उपकेंद्रों में पुरुष स्वास्थ्यकर्मी- 5458 पद खाली
10 ) पी एच सी में स्वास्थ्य सहायक – 628 पद खाली
11) प्रतिव्यक्ति स्वास्थ्य सेवाओं पर सरकार का खर्च मात्र 716 रु (राज्यों में सबसे निचले क्रम पर ) GSDP का मात्र1.04%
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12)मोदी सरकार बताती है कि मध्यप्रदेश ऐसा दूसरा राज्य है जहाँ सबसे ज़्यादा 20 जिलों में स्वास्थ्य सेवाएं बेहद ख़राब स्थिति में हैं। (डिंडोरी,छतरपुर,शहडोल,टीकमगढ़,बड़वानी,पन्ना,सीधी,झाबुआ,अलीराजपुर,मंडला,दमोह,सतना,अशोकनगर,श्योपुर,विदिशा,सिंगरौली,खंडवा,राजगढ,गुना,सिंगरौली )
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) October 20, 2018
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