सीधी में हुई घटना ने पूरे देश का ध्यान मध्यप्रदेश पर केंद्रित कर दिया हैं। वहीं दूसरी ओर शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित दशमत रावत को आज गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास पर बुलाकर उन्हें सम्मान के साथ कुर्सी पर बिठाया और पैर पखार कर उनसे माफी मांगी। दशमत रावत के साथ हुई अमानवीय घटना पर सीएम ने गहरा दुख जताया और कहा- ‘मन द्रवित है’। शिवराज सिंह ने कल कहा था कि जब से इस घटना की जानकारी प्राप्त हुई है, पीड़ित और उनके परिवार से मिलना चाहता हूं।
सीधी में आदिवासी युवक के मुंह पर पेशाब करने की घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होते ही लोगों में आक्रोश नजर आया। साथ ही यह घटना सियासी मुद्दा बन चुकी है। कांग्रेस नेता लगातार बीजेपी पर आदिवासी विरोधी होने के आरोप लगा रही हैं। लेकिन तमाम आलोचनाओं से घिरे मुख्यमंत्री शिवराज ने अब पीड़ित को बुलाकर और आरोपी के घर बुलडोज़र चलवा कर मास्टर स्ट्रोक खेला है। विपक्ष समेत जनता तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आपना संदेश ट्वीट के माध्यम से पहुंचाया।
सुदामा बोलकर दशमत को किया संबोधित पूछा हालचाल – सीएम शिवराज सिंह चौहान
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित दशमत को सुदामा कहकर संबोधित किया। पूछा क्या करते हो, घर चलाने के क्या साधन है। सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है कि नहीं? बेटी लाड़ली लक्ष्मी हैं। पत्नी को लाड़ली बहना का लाभ मिल रहा है या नहीं? आवास योजना का लाभ मिला है या नहीं? बेटी को पढ़ाना है, बेटियां आगे बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने दशमत से कहा दशमत तुम अब मेरे दोस्त हो।
जो हो गया वह हो गया – पीड़ित दशमत रावत
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से मिलने के बाद दशमत रावत ने बताया सभी मंत्रीयो ने उनसे और उनके परिवार से बात की जो उन्हें अच्छा लगा। साथ ही कहा जो हो गया वह हो गया।
पैसे का लालच नहीं, आप दशमत को भेजे घर – पीड़ित दशमत रावत की पत्नी
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने पीड़ित की पत्नी से फोन के माध्यम से बात की। और कहा मुझे आपके परिवार की फिक्र है।
