भारतीय जनता पार्टी में मध्यप्रदेश के लिए तीन चुनाव प्रभारी नियुक्त किए गए हैं। इनके जरिए भारतीय जनता पार्टी ओबीसी वोटर को साधने की कोशिश कर सकती है।
वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव की नियुक्ति इस बात की ओर साफ इशारा कर रही है कि पार्टी यादव वोटर को वापस अपने पाले में लाना चाहती है।
राज्य भाजपा में पिछले कुछ दिनों से यादव नेताओं की नाराजगी खुलकर सामने आई है। गुना के सांसद केपी यादव की नाराजगी ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर है।
सिंधिया के प्रभाव क्षेत्र वाले शिवपुरी एवं अशोकनगर से कुछ यादव नेता भाजपा छोड़कर कांगे्रस में शामिल हुए हैं। राज्य में ओबीसी के चेहरे के तौर पर अभी तक पार्टी सिर्फ शिवराज सिंह चौहान का ही उपयोग करती रही है।
लोधियों को साधने के लिए केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल का नाम पार्टी के अध्यक्ष के तौर पर चर्चा में बताया जाता है।
शुक्रवार को पार्टी ने भूपेन्द्र यादव के साथ रेल मंत्री अश्विन वैष्णव को सह प्रभारी बनाया गया है।
वैष्णव बैरागी समाज से आते हैं। मध्यप्रदेश में कुछ वरिष्ठ नेता पहले से ही चुनाव की तैयारी में जुटे हुए हैं। इनमें क्षेत्रीय संगठन मंत्री अजय जामवाल और मुरलीधर राव का नाम प्रमुख है।
मध्यप्रदेश के अलावा पार्टी ने राजस्थान का चुनाव प्रभारी प्रहलाद जोशी को बनाया गया है। इनके साथ नितिन पटेल और कुलदीप विश्नोई को सह प्रभारी बनाया गया है।
छत्तीसगढ़ का चुनाव प्रभारी ओम प्रकाश माथुर को बनाया गया है। इनके साथ डॉ.मनसुख मांडविया को सह चुनाव प्रभारी बनाए गए हैं। तेलंगाना में प्रकाश जावडेकर को प्रभारी बनाया गया। सुनील बंसल प्रभारी बनाए गए हैं।
प्रभारियों की नियुक्ति पार्टी की छह घंटे चली बैठक के बाद लिया गया। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हर वर्ग को साधने की सलाह पार्टी अध्यक्षों को दी है।
इसके साथ बूथ कमेटी मजबूत करने पर जोर दिया। हर राज्य में 51 प्रतिशत वोट हासिल करने का लक्ष्य तय किया गया है।हर बूथ पर कम से कम 11 लोगों की टोली बनाई जाएगी। बैठक में राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष रहे मौजूदराज्यों के प्रदेश संगठन मंत्री,प्रभारी भी रहे मौजूद।

लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं पावर गैलरी पत्रिका के मुख्य संपादक है. संपर्क- 9425014193