
व्यापमं में क्लीन चिट का अर्थ…….. व्यापमं में कोई घोटाला नहीं हुआ
प्रदेश के बहुचर्चित व्यापमं घोटाले में जांच एजेंसी सीबीआई ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को क्लीन चिट दे दी है। इसका अर्थ यह कतई नहीं है कि व्यापमं में कोई घोटाला नहीं हुआ है।
व्यापमं के घोटाले में जो आरोप मुख्यमंत्री पर लगाए जा रहे थे, उसमें वे पाक-साफ हो गए हैं।
बिल्कुल उसी तरह जैसे डंपर कांड में लोकायुक्त की जांच रिपोर्ट में मुख्यमंत्री को क्लीन चिट मिली थी।
वैसे भी यह अनुमान पहले से ही लगाया जा रहा था कि सीबीआई जांच में मुख्यमंत्री को घेरे में नहीं लिया जाएगा। केन्द्र में नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी की सरकार है।
क्या मोदी अपनी ही पार्टी के किसी मुख्यमंत्री को शूली पर चढ़ा देते? ऐसा अनुमान लगाने वालों की संख्या भी कम नहीं थी। लोकसभा के चुनाव में शिवराज सिंह चौहान ने जिस तरह से मध्यप्रदेश में मोदी के चेहरे से प्रचार में परहेज किया था, उसके कारण यह अनुमान लगाया जाना स्वभाविक है कि मोदी की ओर से इसका जवाब व्यापमं के मामले में आएगा।
जवाब आया लेकिन, कई लोगों की अपेक्षाओं पर पानी फेरने वाला है।
मुख्यमंत्री चौहान को जिस तरह क्लीन चिट मिली है उसमें यह तय माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के दिमाग में कोई सकारात्मक योजना चल रही है। भविष्य में इस क्लीन चिट का उपयोग पार्टी किस तरह करती है, देखना दिलचस्प होगा।