कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में फ्लोर टेस्ट से पहले मामला काफी गंभीर होता जा रहा है। येदियुरप्पा बहुमत साबित करने से पहले ही इस्तीफा दे सकते हैं। वे ऐसा जरूरी संख्याबल नहीं हो पाने की वजह से कर सकते हैं। जेडीएस और कांग्रेस के 2-2 विधायक शपथ लेने नहीं पहुंचे। वहीं, कांग्रेस-जेडीएस के कुछ विधायकों के शपथ लेने के बाद फ्लोर टेस्ट में शामिल नहीं होने की बात कही जा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोइली ने कहा है कि सारा देश देख रहा है कि बीजेपी हमारे विधायकों को खरीदने की कोशिश कर रही है। बता दें कि सीएम येदियुरप्पा को शाम 4 बजे सदन में बहुमत साबित करना है। भाजपा, कांग्रेस और जेडीएस के विधायकों ने शनिवार सुबह 11 से दोपहर 1 बजे तक शपथ ली। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस-जेडीएस की प्रोटेम स्पीकर के तौर पर केजी बोपैया की नियुक्ति पर रोक लगाने की याचिका को खारिज कर दिया।
येदियुरप्पा रहेंगे या जाएंगे,ये 2 स्थितियां होंगी खास
विधानसभा में कुल सीट: 224, 2 पर चुनाव नहीं हुए: 222
कुमार स्वामी दो सीट पर चुनाव जीते हैं। ऐसे में उनकी एक और एक प्रोटेम स्पीकर की सीट घटाने पर संख्या 220 रह जाती है।कर्नाटक में अभी भाजपा के पास 104, कांग्रेस के पास 78 और जेडीएस+बसपा के पास 38 विधायक हैं।
1.जीतने के लिए ऐसे हो सकते हैं विश्वास मत
11 विपक्षी विधायक गैरहाजिर रहें तो: 209
बहुमत के लिए जरूरी: 105
भाजपा-स्पीकर 103+ अन्य 2: 105
2. मौजूदा स्थिति
बहुमत के लिए जरूरी: 111
कांग्रेस 78+जेडीएस (38- 1स्वामी): 115
भाजपा (104- स्पीकर):103