मोदी ने गुजरातियों को एकजुट होने का संदेश दिया

नई दिल्ली,  गुजरात विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को मिली लगातार छठी जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार गुजरातवासियों से पिछले दो-तीन महीनों में जो कुछ भी हुआ, उसे भुलाकर प्रदेश के विकास के लिए एकजुट होने की अपील की। मोदी ने कहा, “आपकी ओर से मिला भारी समर्थन और जीत के बावजूद मैं आपसे कहना चाहता हूं कि 6.5 करोड़ गुजराती एकजुट हो जाएं और आगे बढ़ने की आकांक्षा रखें।”

मोदी ने अपने गृहराज्य के लोगों से अपील की, “जो कुछ हुआ, उसे पीछे छोड़ दीजिए, भूल जाइए कि किसने क्या किया और एक साथ आइए और एकजुट हो जाइए। एक भी गुजराती हमसे अलग नहीं है। एक बार फिर हाथ मिलाइए।”

जाति के आधार पर आरक्षण के वादे को लेकर पाटीदारों को अपनी ओर खींचने वाली कांग्रेस को स्पष्ट संकेत देते हुए मोदी ने कहा कि गुजरातियों को बांटने के लिए कुछ लोगों ने ‘अपनी चाल चली’, लेकिन वे कामयाब नहीं हो पाए।

मोदी ने आगे कहा, “आपलोगों ने उन्हें पराजित किया, लेकिन वे अभी भी अपनी चाल चल रहे हैं। इसलिए एकता और भाईचारे के मंत्र के साथ सबको एक साथ चलना चाहिए। हमें अब और सतर्क रहना होगा।”

मोदी ने कहा कि उनकी पार्टी को सत्ता में बरकरार रखने के लिए वोट देकर गुजरात के लोगों ने ‘विकास का मार्ग’ चुना।

उन्होंने कहा कि महानगरों से लेकर विधानसभा तक भाजपा की श्रंखलाबद्ध जीत इस बात की पुष्टि करती है कि लोग वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) समेत उनकी सुधारपरक नीतियों के पक्ष में हैं।

मोदी ने कहा, “भारत को प्रगति के मार्ग पर अग्रसर रखना है। इसे विकास की नई बुलंदियों पर ले जाना है। पहले ऐसा कहा जाता था कि जीएसटी के कारण गुजरात चुनाव में भाजपा सत्ता से बाहर हो जाएगी। लेकिन हमें हालिया महाराष्ट्र व अन्य जगहों पर हुए महानगरों के चुनाव से लेकर विधानसभा चुनावों तक हर जगह भारी जनादेश मिला है।”

उन्होंने कहा कि चुनाव के नतीजों से प्रमाणित हो गया है कि देश सुधार के लिए तत्पर है। मध्यम वर्ग खुद ऐसा मानता है और अपनी आकांक्षाएं पूरी करना चाहता है।

हिमाचल प्रदेश के चुनावी नतीजों पर मोदी ने कहा कि हिमाचल के चुनाव परिणाम यह प्रमाणित करता है कि अगर आप विकास नहीं करेंगे और बुरे कामों में संलिप्त रहेंगे, जोकि आपकी प्राथमिकता है तो लोग आपको पांच साल बाद स्वीकार नहीं करेंगे।

मोदी ने कहा कि गुजरात की जीत ‘साधारण’ नहीं है, क्योंकि उनके गुजरात से केंद्र की सत्ता में आने बाद भी भाजपा की छठी जीत है।

उन्होंने कहा, “हमें देश के स्वतंत्रता संग्राम के लिए संघर्ष करने का सम्मान नहीं मिला। लेकिन हमारे पास देश की प्रगति व विकास के लिए पूर्ण समर्पण और कड़ी मेहनत से काम करने का मौका है।”

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