एट्रोसिटी एक्ट के खिलाफ खड़ा हुआ सवर्ण संगठन अब सपाक्स संगठन नहीं, सपाक्स पार्टी हो गयी है। सपाक्स ने मंगलवार को अपनी पार्टी का गठन किया है। संगठन के संरक्षक रहे हीरालाल त्रिवेदी अब पार्टी अध्यक्ष होंगे। सपाक्स, प्रदेश में सभी 230 विधान सभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी।भोपाल में 30 सितंबर को हुई महाक्रांति रैली में सपाक्स ने 2 अक्टूबर को अपनी पार्टी को लॉन्च करने का ऐलान किया था। इसी के साथ वह सियासत के अखाड़े में बीजेपी-कांग्रेस को चुनौती देने जा रहा है।

बता दें कि रविवार को भोपाल में सपाक्स की महाक्रांति रैली हुई थी। उस रैली में एलान किया गया था कि 2 अक्टूबर को पार्टी का गठन किया जाएगा। उस घोषणा के मुताबिक सपाक्स अब संगठन से राजनीतिक दल बन गया है। सपाक्स ने प्रदेश कार्यकारिणी भी बनायी है। इसमें 4 उपाध्यक्ष भी बनाए गए हैं। महाक्रांति रैली के बाद सपाक्स ने सरकार पर आरोप लगाया था कि उसने रैली को नाकाम करने के लिए हर तरीके के हथकंडे अपनाए। लेकिन 18 ट्रेन रद्द करने के साथ-साथ भोपाल शहर में सभा की अनुमति नहीं दी गई। बावजूद इसके सवर्ण समाज के सैकड़ों लोग रैली में शामिल होने भोपाल आए। सपाक्स को करणी सेना सहित कई और संगठनों ने समर्थन दिया।

एट्रोसिटी एक्ट की चौसर पर मध्य प्रदेश की सियासत में कई खिलाड़ी मैदान में कूद चुके हैं। सपाक्स भी अपना पूरा दम दिखा रही है। सपाक्स की सियासत मजबूत पार्टियों के लिए आखिर कितनी मुश्किल पैदा करेगी ये आने वाला वक्त ही बताएगा।
