खंडवा एवं बुरहानपुर जिले में घोषित तौर पर भारतीय जनता पार्टी के दो गुट हैं, एक नंदकुमार चौहान का और दूसरा महिला एवं बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस का, इसको स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह भी किसी जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। विजय शाह के भी काफी समर्थक हैं।
खंडवा जिले की तीनों विधानसभा क्षेत्रों में भारतीय जनता पार्टी की स्थिति संतोषजनक नहीं कही जा सकती। कार्यकर्ताओं की नाराजगी इतनी ज्यादा है कि लोग सार्वजनिक तौर पर टांग खींचने से नहीं चूकते। संगठन के पदाधिकारियों में सामंजस्य की कमी है और विधायकों का विरोध है। राज्य भाजपा के कई बड़े नेता मुख्यमंत्री की यात्रा से पहले डैमेज कंट्रोल की कवायद कर चुके हैं।
जिले के खंडवा पंधाना और मांधाता में मुख्यमंत्री की सभाएं हुई। तैयारियों के संबंध में हुई बैठक में संभाग के यात्रा प्रभारी ने कार्यकर्ताओं को खरगोन जिले का उदाहरण देते हुए बताया था कि वहां महेश्वर के विधायक राजकुमार मेव के खिलाफ सभा में नारेबाजी करने वालों को पार्टी से निलंबित कर दिया है। इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं पर दबाव बनाया गया। यहां पर साम, दाम, दंड, भेद का उपयोग किया जा रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस क्षेत्र में पार्टी किस तरह से गुटबाजी से बाहर आ पाती है।

लेखक वरिष्ठ पत्रकार एवं पावर गैलरी पत्रिका के मुख्य संपादक है. संपर्क- 9425014193