राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) मानहानि के मामले में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर मानहानि का मुकदमा चलाया गया था। राहुल गांधी मंगलवार को सुबह मुंबई पहुंचे और सीधे भिवंडी की स्थानीय कोर्ट में पेश हुए थे। इस दौरान उनके साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण और अशोक गहलोत सहित कई कांग्रेसी नेता भी मौजूद थे। कोर्ट में सुनवाई के दौरान जज ने राहुल से कहा कि आपके बयान से आरएसएस की साख को नुकसान पहुंचा है।
भिवंडी की अदालत ने उन्हें दोषी मानते हुए आरोप तय किए हैं। इसके बाद उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 499 और 500 के तहत आरोप तय किए गए है। वहीं, राहुल गांधी ने कहा कि मैं दोषी नहीं हूं। मुझ पर लगे आरोप गलत हैं। अब इस मामले की अगली सुनवाई 10 अगस्त को होगी।
मोदी पर साधा निशाना
राहुल ने कोर्ट से बाहर निकलकर बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह लड़ाई लड़ेंगे और जीतेंगे। इतना ही नहीं, उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि मोदी सरकार बेरोजगारों और किसानों पर कुछ नहीं बोलती। इनकी हालत बहुत ही गंभीर है। उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ केस पर केस किए जाते हैं लेकिन, महंगाई-पेट्रोल दर बृद्धि पर पीएम मोदी कुछ नहीं बोलते। देश का किसान बीजेपी की नीतियों से परेशान है। मेरे ऊपर केस करते रहिए मुझे कुछ फर्क नहीं पड़ता। यह मेरी विचारधारा की लड़ाई है। मैं लड़ूंगा और जीतूंगा।
क्या आरोप है राहुल गांधी पर
राहुल गांधी ने 7 जुलाई 2014 को भिवंडी की एक रैली में कहा था कि आरएसएस के लोगों ने महात्मा गांधी की हत्या की थी। इसके खिलाफ आरएसएस की भिवंडी शाखा के सचिव राजेश कुंटे ने भारतीय दंड संहिता की धारा 499 (मानहानि) व 500 के तहत शिकायत की है। शिकायत में दावा किया गया है कि राहुल के इस बयान से आरएसएस की छवि धूमिल हुई है और उसकी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंची है।
आरोप तय होने के बाद अब शुरु होगा ट्रायल
राहुल गांधी पर आरोप तय होने पर उनके खिलाफ ट्रायल शुरु होगा। कोर्ट यह तय करेगी कि इस मामले का मुकदमा समरी ट्रायल के रुप में चलेगा अथवा समन ट्रायल के तौर पर। समरी ट्रायल में मामले से जुड़े सीमित सबूतों को देखा जाता है जबकि समन ट्रायल के दौरान सबूत का दायरा व्यापक हो जाता है। राहुल गांधी के वकील नारायण अय्यर ने कोर्ट से समरी नहीं बल्कि समन ट्रॉयल चलाने की मांग की है।