कर्नाटक विधानसभा चुनाव 2018 के नवनिर्वाचित 222 विधायकों में से 54 ऐसे हैं जिनके खिलाफ हत्या का प्रयास और अपहरण जैसे संगीन मामले दर्ज हैं।
कर्नाटक इलेक्शन वाच और एसोसिएशन फार डेमोक्रेटिक रिफार्म्स (एडीआर) ने राज्य विधानसभा के 15 मई को आये चुनाव परिणामों में 222 सीटों में से 221 पर विजयी विधायकों के स्वयं दिए गए हलफनामों की जांच-पड़ताल की है।
इन विधायकों में 77 विधायक ऐसे हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले हैं। करीब 54 विधायकों के खिलाफ हत्या के आरोप और अपहरण जैसे संगीन मामले हैं। राज्य विधानसभा में इस बार धनकुबेर विधायकों की बहुतायत है और 97 प्रतिशत अर्थात 215 विधायक करोड़पति हैं। विधायकों की औसत संपत्ति 34.59 करोड़ रुपए हैं।
आपराधिक छवि वाले भाजपा के 103 विधायकों में 41 प्रतिशत अर्थात 42 विधायक अपराधिक मामलों में मशहूर है। इस मामले में कांग्रेस दूसरे नंबर और जनता दल (सेक्युलर) तीसरे नंबर पर हैं। कांग्रेस के 78 में 23 और जेडीएस के 37 में से 11 विधायक इस श्रेणी के हैं।
आपराधिक मुकदमे वाले विधायक
भाजपा – 29
कांग्रेस – 17
जेडीएस – 8
करोड़ो की संपत्ति वाले विधायक
कांग्रेस – 11
जनतादल एस – 3
भाजपा- 1
कांग्रेस के कनकपुर से विजयी डी के शिवकुमार पर सर्वाधिक देनदारी है। उनके ऊपर 228 करोड़ रुपए से अधिक का कर्ज है जिसमें से पांच करोड़ रुपए से अधिक का विवादित है।
कर्नाटक जदएस अध्यक्ष एच डी कुमारस्वामी के ऊपर 104 करोड़ रुपए से अधिक की देनदारी है। श्री कुमारस्वामी रामनगरम से विजयी हुए हैं। कांग्रेस के इस बार कर्नाटक विधानसभा में सात महिलाएं जीतकर आई हैं। पिछली विधानसभा के 94 विधायक फिर से जीतकर आये हैं।