उपचुनाव की तारीख घोषित, परिणाम 24 अक्टूबर को, सरकार आदिवासियों व जनजातियों के लिए कर चुकी है कई बड़ी घोषणाएं

कार्यकाल के एक साल पूरा करने के करीब दो माह पहले ही कमलनाथ सरकार अग्निपरीक्षा से गुजरेगी। झाबुआ विधानसभा सीट पर उपचुनाव 21 अक्टूबर को होंगे। मतों की गिनती और परिणाम की घोषणा 24 अक्टूबर को होगी। ये सीट जीएस डामोर के लोकसभा सांसद बनने के बाद दिए गए इस्तीफे के बाद खाली हुई है। प्रदेश में सीटों के गणित के लिहाज से ये उपचुनाव काफी अहम होगा। वहीं कमलनाथ सरकार की लोकप्रियता का संकेत भी। किसानों की कर्ज माफी का मुद्दा भी इसी इलाके से उठा था। विस चुनाव से पहले मंदसौर में हुई विराट रैली में राहुल गांधी ने कर्ज माफी का वादा किया था। सरकार में आने के बाद कांग्रेस क्रमश: कर्जमाफी का दावा करती रही है। विपक्षी दल बीजेपी इस मुद्दे पर लगातार हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आरोप लगाते रहे हैं कि कर्जमाफी नहीं हुई है, किसानों को ठगा गया है।
मुआवजा का मुद्दा भी उठा

किसानों से ही जुड़ा मुआवजे का मामला भी है। प्रदेश में भारी बारिश से फसलें तबाह हो चुकी हैं। शिवराज गांव-गांव पहुंचकर किसानों से मिल रहे हैं। उन्होंने किसानों को मुआवजे की मांग उठाते हुए आंदोलन की चेतावनी दी है। मंदसौर और आसपास के जिलो में गांधी सागर बांध से डूब की स्थिति बनी है। इसे लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने हैं। फिलहाल सरकार ने किसानों और डूब प्रभावितों के लिए किसी तरह के मुआवजे की घोषणा नहीं की है।
झाबुआ को ध्यान में रखकर फैसले
कमलनाथ सरकार ने आदिवासियों को ध्यान में रखकर कई घोषणाएं कीं। आदिवासियों को साहूकारों के कर्ज से मुक्ति की बात कही गई। कमलनाथ ने कहा था कि अब कोई भी आदिवासी साहूकारों के कर्ज से दबा नहीं होगा। बतौर गिरवी साहूकारों के पास रखे गए गहने, जमीन के कागजात आदि प्रशासन उन्हें वापस कराएगा। इसके अलावा प्रदेश के 1 करोड़ 53 लाख आदिवासियों के लिए मुख्यमंत्री मदद योजना शुरू करने की तैयारी है। इसके तहत सरकार आदिवासियों को बच्चे के जन्म और 50 किलो और परिवार के किसी सदस्य की मौत पर मृत्युभोज के लिए 100 किलो अनाज देगी। पिछले दिनों ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने झाबुआ में आवास मिशन की शुरुआत की। इस योजना में आवासहीन को मुफ्त में जमीन और मकान बनाने के लिए 2.50 लाख रुपए दिए जाएंगे। इस दौरान उन्होंने 30 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास और भूमिपूजन किया था।
