इमरती देवी को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और कांगे्रस के वरिष्ठ नेता कमलनाथ की टिप्पणी के बाद उप चुनाव की दिशा बदलती दिखाई दे रही है। कमलनाथ की टिप्पणी को चुनावी मुद्दा बनाते हुए भारतीय जनता पार्टी ने पूरे प्रदेश में मौन व्रत धारण कर विरोध प्रदर्शन किया। अब तक कांगे्रस के दूसरी-तीसरी पंक्ति के नेता उनके चरित्र पर सवाल खड़े कर रहे थे।
कमलनाथ के आइटम कहते ही कांगे्रस के मंच पर लगे थे ठहाके
मध्यप्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ को उनके नाम से ही चिढ़ है।कमलनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद इमरती देवी उन लोगों में शामिल रहीं जो कि ज्योतिरादित्य सिंधिया को प्रदेश कांगे्रस कमेटी का अध्यक्ष बनाने की खुली वकालत करती रहीं थीं।
हाल ही में उन्होंने उस रहस्य का भी खुलासा किया,जिसके जरिए कमलनाथ पार्टी के विधायकों को अपने पक्ष में किए हुए थे। इमरती देवी ने कहा कि कांगे्रस के हर विधायक को पांच लाख रूपए प्रतिमाह दिए जाते थे।

हर मंत्री को पांच विधायकों की जिम्मेदारी दी गई थी। कमलनाथ रविवार को कांगे्रस उम्मीदवार सुरेश राजे के पक्ष में सभा करने के लिए डबरा गए थे। वहां उन्होंने राजे की तारीफ करते हुए कहा कि ये उन जैसे नहीं है। कमलनाथ ने इमरती देवी का नाम भूलने का उपक्रम करते हुए सभा में मौजूद लोगों से कमलनाथ के पूछने पर जनता ने उनका नाम लिया। कमलनाथ ने ठहाका लगाते हुए कहा कि वो भी आइटम है। इमरती देवी को आइटम बताते ही सबसे पहले विजयलक्ष्मी साधे मुंह पकड़कर ठहाके लगाने लगी। साधो भी अनुसूचित जाति वर्ग से ही हैं। वे भी कमलनाथ के मंत्रिमंडल में सदस्य थीं।
सुरेश राजे भी उठा चुके हैं इमरती देवी के चरित्र पर उंगली

मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल कहते हैं कि कांगे्रस बुरी तरह से बौखलाई हुई है। महिलाओं का सम्मान भी भूल गई है। जबकि,कांगे्रस पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष भी एक महिला है। कांगे्रस नेता और पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष जेपी धनोपिया कहते हैं कि कमलनाथ कभी हल्की बात नहीं करते। भाजपा गलत ढंग से बात को पेश कर रही है। दरअसल,पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की हिट लिस्ट में सबसे पहला नाम इमरती देवी का ही है। उप चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही कांगे्रस के नेता इमरती देवी पर हल्की टिप्पणी कर रहे हैं। कांगे्रस उम्मीदवार सुरेश राजे ने तो इमरती देवी के पति को लेकर ही सवाल खड़ा कर दिया।
आइटम की टिप्पणी से दलित वोटर को मोड़ने की कोशिश
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की नजर में आइटम असम्मानजनक शब्द नहीं है। वे कहते हैं कि शिवराज सिंह चौहान भी आइटम हैंऔर कमलनाथ भी आइटम हैं। शायद कमलनाथ यही चूक गए। सलमान खान और जैकलिन जैसे सितारों के साथ मंच शेयर कर चुके कमलनाथ यह बात अच्छी तरह जानते हैं कि आइटम गर्ल शब्द उत्पत्ति फिल्मों से ही हुई है। किसी महिला को यदि आइटम कहा जाएगा तो उसे फिल्मी अर्थ से ही देखा जाएगा। इमरती देवी,अनसुचित जाति वर्ग से हैं। शब्दों के जरिए कमलनाथ द्वारा इमरती देवी पर किए गए हमले को भारतीय जनता पार्टी दलित वर्ग के बीच भुनाने की कोशिश में लग गई है। राज्य में जिन 28 सीटों पर उप चुनाव होना है,उसमें 9 अनुसचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित हैं। जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित दो सीटों पर उप चुनाव है। कमलनाथ की टिप्प्णी के बाद महिला एवं बाल विकास मंत्री इमरती देवी कैमरे के सामने आईं। उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे। मीडिया से वे बोलीं कि मै कमलनाथ को बड़े भाई की तरह मानती रही लेकिन,वे राक्षस निकले।
मायवती ने की कमलनाथ की निंदा और मांगे बसपा के लिए वोट
बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायवती ने अनुसूचित जाति वर्ग की इमरती देवी के बारे में कमलनाथ की टिप्पणी को अति निंदनीय बताते हुए कहा कि इसका स्ंाज्ञान लेते हुए कांगे्रस आलाकमान को माफी मांगनास चाहिए। उन्होंने दलित समाज से सभी 28 सीटों पर बसपा के पक्ष में इकतरफा मतदान करने की अपील भी की है।
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