केरल के आईएएस अधिकारी एम.शिवशंकर के जरिए प्रवर्तन निदेशालय राज्य के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को घेरने में लगा हुआ है।
आईएएस अधिकारी शिवशंकर जेल में बंद हैं।
एक समय वे राज्य के सबसे ताकवर अधिकारी माने जाते थे।
सोने की तस्करी का मामला उजागर होने के बाद
भारतीय जनता पार्टी और कांगे्रस दोनों ही सड़कों पर प्रदर्शन कर रहीं हैं।
केरल में अगले वर्ष होना है विधानसभा चुनाव
विजयन के करीबी आईएएस अधिकारी की गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है,जब राज्य विधानसभा चुनाव की ओर बढ़ रहा है।
स्थानीय निकायों के चुनाव भी होना है।
विधानसभा के चुनाव अगले साल मई में संभावित हैं।
केरल में वाम लोकतांत्रिक मोर्चा की सरकार है।
एम.शिवशंकर 1995 बैच के आईएएस अधिकारी हैं।
एम.शिवशंकर के बयानों के आधार पर आरोपी स्वप्ना सुरेश से पूछताछ की जा चुकी है।
ईडी की ओर से कोर्ट में कहा गया कि स्वप्ना सुरेश और एम शिवशंकर से
जब्त मोबाइल के व्हाट्स ऐप चैट्स से पता चलता है कि
पूर्व प्रधान सचिव गोपनीय जानकारियां स्वप्ना के साथ साझा कर रहे थे, जोकि लाइफ मिशन प्रोजेक्ट से जुड़ी थीं।
यूनिटैक विल्डर्स का था स्वप्ना कनेक्शन

स्वप्ना सुरेश, एम.शिवशंकर से मिली सूचना को यूनिटैक बिल्डर्स एंड डेवलपर्स लिमिटेड के साथ साझा किया करतीं थीं।
ईडी के मुताबिक एम. शिवशंकर के पास कई प्रोजेक्ट्स का जिम्मा था.
इनमें स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, केएफओएन, लाइफ मिशन प्रोजेक्ट प्रमुख हैं।
मामले में अभी तक मिली जानकारी के मुताबिक स्वप्ना इन सभी प्रोजेक्ट्स से किसी ना किसी तरह जुड़ी थी और
अब तक उपलब्ध दस्तावेजी सबूत भी इसकी पुष्टि करते हैं।
सोने की तस्करी के लिए वाणिज्यिक दूतावास का उपयोग

ज्ञातव्य है कि सीमा शुल्क विभाग ने बीती
पांच जुलाई को 15 करोड़ रुपये मूल्य का 30 किलोग्राम सोना जब्त किया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए), सीमा शुल्क विभाग
और प्रवर्तन निदेशालय समेत केंद्रीय एजेंसियां इस मामले में अलग अलग जांच कर रही हैं।
एनआईए ने इस मामले में गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम कानून के
तहत सुरेश, सरिथ पीएस, संदीप नायर और फैजल फरीद सहित कई लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
सुरेश और सरिथ संयुक्त अरब अमीरात के वाणिज्य दूतावास के पूर्व कर्मचारी हैं।
मामला संयुक्त अरब अमीरात के तिरुवनंतपुरम स्थित
वाणिज्य दूतावास के एक अधिकारी के नाम का इस्तेमाल कर
राजनयिक सामान के जरिए सोने की तस्करी की कोशिश से जुड़ गया है।
केरल के मुख्यमंत्री विजयन का नाम लेने के लिए शिवशंकर पर दबाव है?
निलंबित आईएएस अधिकारी एम शिवशंकर ने आरोप लगाया है कि
उन्हें मामले में आरोपी बनाया गया है क्योंकि उन्होंने निशाना बनाये जाने के लिए
ईडी के हिसाब से कुछ राजनीतिक लोगों के नाम लेने से मना कर दिया।
शिवशंकर का इशारा इस बात की ओर था कि केन्द्रीय जांच एजेंसी राज्य के मुख्यमंत्री को निशाना बनाना चाहती है।
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