भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित की जानी वर्चुअल रैली के क्रम में सोमवार को प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने मुंगावली की सभा को संबोधित किया. इस सभा में ज्योतिरादित्य सिंधिया दिल्ली से शामिल हुए. सभा में गुना के सांसद के पी यादव का शामिल ना हो ना कई तरह की अटकलों को जन्म दे रहा है. सिंधिया से दूरी खुद के पी यादव बना रहे हैं या भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें अलग-थलग कर दिया यह सवाल भी महत्वपूर्ण है
सिंधिया की नसीहत गुटबाजी से रहें दूर
सिंधिया की नसीहत गुटबाजी से रहें दूर गुना के सांसद के पी यादव लोकसभा चुनाव से पहले तक ज्योतिरादित्य सिंधिया के करीबी लोगों में एक माने जाते थे ।चुनाव के पहले के पी यादव कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आ गए थे । पार्टी ने उन्हें गुना संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार बनाया और चुनाव भी जिताया। मार्च में राजनीतिक स्थितियां बदली और ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आ गए। सिंधिया के साथ उनके 22 समर्थक विधायक भी भारतीय जनता पार्टी को मिले । राज्य की सरकार भी एक बार फिर वापस मिल गई। भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेता इस बदलाव से खुश है । लेकिन कई जगह स्थानीय राजनीतिक समीकरणों के कारण कुछ नेताओं को सिंधिया का भारतीय जनता पार्टी में आना रास नहीं आ रहा ।जिन्हें सिंधिया के आने से राजनीतिक दिक्कत है उन नेताओं में केपी यादव भी शामिल है ।यद्यपि सिंधिया अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे हैं कि भाजपा नेता के तौर पर राजनीति करें और गुटबाजी से अपने आप को बचा कर रखें। पिछले दिनों कांग्रेस छोड़कर आए कार्यकर्ताओं से उन्होंने कहा कि वे अब भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता है उसी की रीति नीति के अनुसार काम करें।
सिंधिया ने कहा भाजपा ही मेरा परिवार है
राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज एक ट्वीट कर कहा कि मैने खुद को पूरे विश्वास के साथ भारतीय जनता पार्टी को सौंप दिया है। अब यही मेरा परिवार है। सिंधिया ने अपने ट्वीट में यह भी लिखा कि मेरे पूज्य पिताजी हो या मैं, हमनें राजनीति में कभी छल कपट का सहारा कभी नहीं लिया। सिंधिया के खिलाफ पिछले चार महिनें से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ-दिग्विजय सिंह सहित पूरी कांगे्रस प्रचार अभियान चला रही है। असंसदीय शब्दों का उपयोग भी कांगे्रस के नेताओं द्वारा की जा रहा है। सिंधिया ने अपने भोपाल प्रवास के दौरान भारतीय जनता पार्टी कार्यालय में आयोजति वर्चुयल रैली में कहा था कि पिछले 90 दिन से उन पर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। उन्होंने कमलनाथ और दिग्विजय सिंह का नाम लेते हुए कहा था कि टाइगर अभी जिंदा है।
https://twitter.com/JM_Scindia/status/1280063576665763840?s=20
क्या केपी यादव ने जन संवाद का बहिष्कार किया है

विधानसभा उप चुनाव को ध्यान में रखते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा और ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुंगावली और बमोरी में वर्चुयल जन संवाद रैली को संबोधित किया। इस रैली में स्थानीय सांसद केपी यादव की अनुपस्थिति की ओर सभी का ध्यान गया। यादव के समर्थकों की ओर से कहा कि पार्टी ने इस रैली में उन्हें आमंत्रित ही नहीं किया। इस सवाल पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने स्वीकार किया कि गुना सांसद कार्यक्रम में नहीं थे। लेकिन,क्यों इस सवाल का कोई जवाब प्रदेश अध्यक्ष विष्णु दत्त शर्मा ने नहीं दिया।
