
83 प्रतिशत सफल रहा ‘स्वच्छ भारत मिशन ‘
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वपूर्ण और महत्वाकांक्षी ‘स्वच्छ भारत मिशन ‘ को 83 प्रतिशत से अधिक लोगों ने सफल करार देते हुए कहा है कि पिछले वर्ष की तुलना में उनका इलाका साफ- सफाई के मामले में बेहतर हुआ है।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय ने आज यहां स्वच्छता का एक सर्वेक्षण जारी करते हुए कहा कि 83 प्रतिशत से अधिक लोगों ने स्वीकार किया है कि उनका क्षेत्र पिछले वर्ष की तुलना में अधिक स्वच्छ हुआ।
सर्वेक्षण के अनुसार 82 प्रतिशत से अधिक लोगों को स्वच्छता बुनियादी ढांचा और अधिक कूड़ेदान की उपलब्धता तथा घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित करने जैसी सेवाएं उपलब्ध हो रही है और इनमें सुधार आ रहा है। कुल 80 प्रतिशत लोगों ने कहा कि सामुदायिक और सार्वजनिक शौचालयों तक बेहतर पहुंच हो गयी है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि 404 शहरों और कस्बों के 75 प्रतिशत आवासीय क्षेत्र में अधिक स्वच्छता देखी गई और 185 शहरों में रेलवे स्टेशन के आसपास का पूरा इलाका स्वच्छ बना दिया गया है। इसके अलावा 297 शहरों और कस्बों के 80 प्रतिशत वार्डों में घर-घर जाकर कूड़ा एकत्रित किया जा रहा है।
सर्वेक्षण में देशभर के 17 हजार 500 स्थानों पर 18 लाख से अधिक लोगों को शामिल किया। सर्वेक्षण के अनुसार 434 शहरों और कस्बों की स्वच्छता रैंंिकग की घोषणा कल होगी। सर्वेक्षण में लोगों से छह प्रश्न पूछे गए।
इसके अलावा भारतीय गुणवत्ता परिषद के 421 सर्वेक्षकों ने 434 शहरों और कस्बों में 17,500 स्थानों का स्वयं जाकर निरीक्षण किया। जमीनी स्तर पर स्वच्छता का आंकलन करने के लिए तीसरे पक्ष ने स्थान पर जाकर इन शहरों और कस्बों में 2680 आवासीय, 2680 व्यवसायिक और 2582 वाणिज्यिक तथा सार्वजनिक शौचालयों का निरीक्षण किया गया।
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री एम. वेंकैया नायडू ने कहा कि देश के शहरों और कस्बों में पिछले एक वर्ष के दौरान स्वच्छता की स्थिति में महत्वपूर्ण सुधार हुआ है। इससे पुष्टि होती है कि ‘स्वच्छ भारत अभियान’ से जमीनी स्तर पर बेहतर परिवर्तन के लिए लोगों की सोच बदल रही है।
दो महीने चले सर्वेक्षण के तहत कुल 37 लाख से अधिक नागरिकों ने अपनी प्रतिक्रियाएं दी। सर्वेक्षण कराने वाली भारतीय गुणवत्ता परिषद ने प्रतिक्रियाओं का सावधानीपूर्वक सत्यापन करने और एक से अधिक उत्तरों को हटाकर 18 लाख से अधिक प्रतिक्रियाओं पर विचार किया।