पंजाब के आखिरी महाराजा दुलीप सिंह के जीवन आधारित फिल्म द ब्लैक प्रिंस इस मयाने में काफी अहम हो जाती हैं क्योंकि इसमें कोहनूर के बेशकीमती हीरे को अंगे्रजों द्वारा ले जाने का जिक्र भी है। दुलीप सिंह ने एक विदेशी युवती से विवाह किया तो महारानी विक्टोरिया ने ही उन्हें ब्लैक प्रिंस और पर्थशायर की उपाधि दी थी। द ब्लैक प्रिंस एक साथ तीन भाषाओं में रिलीज की गई है। फिल्म एतिहासिक पृष्ठभूमि की है, इस कारण यह बॉक्स आफिस पर हलचल नहीं मचा पाई। यह फिल्म में एक थी रानी ऐसी भी से हटकर नहीं है। दुलीप सिंह के प्रति सिख समुदाय की आपर आस्था है, इस कारण थियेटर में कुछ दिनों टिकी रह सकती है।
प्रीमियर में मौजूद रहे राजा-महाराज
भारतीय मूल के ब्रिटिश फिल्म निर्देशक कवि राज ने कलाकारों के सधे हुए अभिनय व खूबसूरत दृश्यों की मदद से ऐतिहासिक घटनाओं को सफलतापूर्वक पर्दे पर उतारा है। रियासतों और राजवाड़ों का जमान सालों पहले खत्म हो गया है। किंतु,पहचान अभी भी बाकी है। राजा-महाराजा की पहचान रखने वाले सैकड़ों लोग द ब्लैक प्रिंस के प्रीमियर को देखने के लिए दिल्ली के वसंत कुंज इलाके के थियेटर में मौजूद थे। इस मौके पर अभिनेत्री शबाना आजमी, अभिनेता व गायक सतिंदर सरताज और निर्देशक कवि राज मौजूद रहे। प्रीमियर के दौरान पंजाब के कपूरथला की महारानी गीता देवी, ग्वालियर के महाराजा व महारानी, जम्मू एवं कश्मीर के मृग्यांका सिंह और अंगत सिंह और महाराज मरतंद सिंह सहित कई शख्सियतें मौजूद रहीं। ‘द ब्लैक प्रिंस’ एक ऐतिहासिक ड्रामा है, जिसमें गायकी से अभिनय की दुनिया में प्रवेश करने वाले सतिंदर सरताज ने दुलीप सिंह की भूमिका निभाई है और जानीमानी अभिनेत्री शबाना आजमी दुलीप सिंह की मां की किरदार में हैं। शबाना आजमी कहती हैं कि “महाराजा रंजीत सिंह के बेटे महाराजा दुलीप सिंह पर आधारित यह फिल्म उनके बारे में जानने में मदद करेगी। समाज में बहुत से लोग उनके संघंर्षो से अपरिचित हैं। उन्होंने कहा, “फिल्म से जुड़े सभी सदस्यों ने बहुत अच्छा काम किया है। हम उम्मीद करते हैं कि दर्शक इस ऐतिहासिक ड्रामा को काफी पसंद करेंगे। फिल्म के कलाकारों सतिंदर सरताज (दुलीप सिंह), शबाना आजमी (महारानी जींद कौर), जेसन फ्लेमिंग और अमांडा रूट (क्वीन विक्टोरिया) ने अपने दमदार अभिनय से किरदारों के साथ पूरा इंसाफ किया है।