यूपीएससी ने 2017 में सिविल सर्विसेज एग्जामिनेशन की लिखित परीक्षा और 2018 में इंटरव्यू के आधार पर 27 अप्रैल को नतीजों का एलान किया। इसमें, हैदराबाद के अनुदीप दुरिशेट्टी ने टॉप किया। उधर, अनु कुमारी ने दूसरा और सचिन गुप्ता ने तीसरा स्थान पाया। मेरिट में आए 990 कैंडिडेट्स में से 476 उम्मीदवार सामान्य वर्ग के हैं। वहीं, 275 कैंडिडेट ओबीसी, 165 कैंडिडेट एससी और 74 कैंडिडेट एसटी से हैं।
टॉपर रहे अनुदीप दुरिशेट्टी गूगल में काम कर चुके हैं।
इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर अनुदीप ने एग्जाम में एंथ्रोपोलॉजी को ऑप्शनल सब्जेक्ट रखा था। वे ओबीसी श्रेणी से हैं। पिछले साल की टॉपर रही नंदनी केआर भी ओबीसी कैटेगरी से ही थीं। अनुदीप अभी आईआरएस में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात हैं। वह गूगल में भी जॉब कर चुके हैं। उन्होंने 2011 में बिट्स पिलानी से ग्रेजुएशन की थी। 2013 के एग्जाम में उनकी 790वीं रैंक आई थी।
II टॉपर अनु कुमारी: तैयारी के लिए डेढ़ साल बच्चे से भी दूर रही
अनु ने सोनीपत के शिवा शिक्षा सदन से 12वीं करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में बीएससी ऑनर्स किया। आईएमटी नागपुर से फाइनेंस और मार्केटिंग में एमबीए करने के बाद गुड़गांव में एक कंपनी में नौ साल नौकरी की। प्री-एग्जाम में एक अंक से चूकने के बाद नौकरी छोड़ दी। फिर डेढ़ साल के बच्चे को मां के पास छोड़ा और खुद मौसी के घर रहकर तैयारी की।
II टॉपर सचिन गुप्ता
सचिन के मुताबिक, एक बार पहले भी उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा दी थी। उसमें 575वीं रैंक आया। लेकिन, आईएएस बनने की जिद दिमाग में सवार रही। इसके चलते वह लगातार 18 घंटे पढ़ाई करने लगे।
180 आईएएस बनेंगे और 42 आईआरएस
कामयाब रहे कुल 990 कैंडिडेट्स में से 180 आईएएस अफसर बनेंगे। भारतीय विदेश सेवा के लिए 42, भारतीय पुलिस सेवा के लिए 150, केंद्रीय सेवा ग्रुप (क) के लिए 565 और ग्रुप (ख) सेवाओं के लिए 121। कामयाब उम्मीदवारों में 476 जनरल, 275 ओबीसी, 165 एससी और 74 एसटी कैटेगरी के हैं। यूपीएससी मेन्स की परीक्षा 28 अक्टूबर, 2017 को हुई थी।