प्रधानमंत्री ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर में लेह-लद्दाख क्षेत्र से जोड़ने वाली एशिया की सबसे लंबी टू-लेन जोजिला सुरंग परियोजना का शिलान्यास किया। वे लेह में बौद्ध धर्मगुरु की जन्मशती के समापन समारोह में भी शामिल हुए। मोदी ने कहा कि मैं पहला प्रधानमंत्री था जिसे मंगोलिया जाने का मौका मिला। वहां के लोग भारत के बारे में नहीं जानते लेकिन लेह के आध्यात्मिक गुरु कुशक बकुला को जानते हैं। साथ ही मोदी जम्मू-श्रीनगर में रिंग सड़क परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे।
लेह की इकोनॉमी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “केंद्र की योजनाओं से इस क्षेत्र की इकोनॉमी को नई ताकत मिलेगी। जोजिला टनल प्रोजेक्ट उन्नत टेक्नोलॉजी का भी बड़ा उदाहरण है। मुझे बताया गया कि टनल में सात कुतुबमीनार ऊंचाई वाली व्यवस्था बनाई गई है ताकि अंदर की हवा शुद्ध रह सके।
कल्चरल सेंटर-म्यूजियम बनाया जाएगा
प्रधानमंत्री ने कहा कि जो लंबे समय से कल्चरल सेंटर की मांग है, मैं भरोसा देता हूं आपके सपने के मुताबिक ही बनाया जाएगा। एक वर्चुअल म्यूजियम भी लेह में बनाया जाएगा। यहां के लोगों की इच्छा है कि मेडिकल कॉलेज होना चाहिए, आपके प्रस्ताव को गंभीरता से लूंगा। 3.5 घंटे से घटकर सिर्फ 15 मिनट का रह जाएगा सफर। सुरंग बनने के बाद जोजिला से गुजरने में लगने वाला वक्त 3.5 घंटे से घटकर सिर्फ 15 मिनट रह जाएगा।
वह श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में 330 मेगावॉट किशनगंगा जलविद्युत परियोजना को देश को समर्पित करेंगे।
