देश के कई राज्यों में इस समय नकदी का संकट शुरू हो गया है। मध्य प्रदेश, बिहार,दिल्ली और उत्तर प्रदेश, गुजरात,झारखंड समेत कई राज्यों में नकदी है ही नहीं। इस मसले पर गुजरात के वित्त मंत्री नितिन पटेल ने कहा कि बीते 4-5 दिनों से राज्य के कई शहरों में नकदी नहीं मिल रही है। हमने इस संकट के लिए भारतीय रिजर्व बैंक के रीजनल ऑफिस को पहले ही बता दिया था। हालांकि अभी तक स्थिति सही नहीं हो पाई है।
इसी संकट से जूझ रहे मध्य प्रदेश राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 2,000 रुपए की करेंसी बाजार से गायब हो गए हैं, इसके पीछे साजिश है।
वहीँ दूसरी और केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि कैश की किल्लत दो-तीन दिन में दूर हो जाएगी और देश में नकदी की कोई कमी नहीं है.शिव प्रताप शुक्ला ने कहा कि फिलहाल रिजर्व बैंक के पास 1,25,000 करोड़ रुपये की नकदी है. समस्या बस कुछ असमानता की हालत बन जाने की वजह से हुई है. कुछ राज्यों में कम करेंसी है तो कुछ में ज्यादा. सरकार ने राज्यवार समितियां बनाई हैं और रिजर्व बैंक ने भी अपनी एक कमिटी बनाई है ताकि एक से दूसरे राज्य तक नकदी का ट्रांसफर हो सके.
उन्होंने कहा, ‘रिजर्व बैंक पैसों की राज्यों में असमानता को खत्म कर रहा है. एक राज्य से दूसरे राज्य में पैसे पहुंच रहे हैं. बिना रिजर्व बैंक के आदेश के ही प्रांतों में स्थिति कैसे ठीक की जा सकती है, इसका अध्ययन कर रहे हैं. पैसे की कोई कमी नहीं है. नोटबंदी की तरह कमी नहीं होने देंगे. हालात ठीक हो जाएंगे.’