कर्नाटक चुनाव के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जारी बढ़ोतरी थमने का नाम नहीं ले रही है। सोमवार को पेट्रोल की कीमतों ने 84 का आंकड़ा पार किया। अब मंगलवार को डीजल भी 74 रुपये की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया है।
पेट्रोल-डीजल कीमत घटाने का फार्मूला निकाल रही है सरकार : अमित शाह
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने मंगलवार को कहा कि सरकार पेट्रोल डीजल की बढती कीमतों को लेकर गंभीर है और जल्द ही कीमतों में कमी लाने के लिए कोई फार्मूला निकाला जाएगा।
अमित शाह ने मोदी सरकार और भारतीय जनता पार्टी की चार साल की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार पेट्रोल डीजलों की कीमतों में वृद्धि काे गंभीरता से ले रही है। पेट्रोलियम मंत्री इस संबंध में तेल कंपनियों के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करेंगे। उन्होंने कहा “हम पेट्रोल डीजल की कीमतें घटाने के लिए फार्मूला निकाल रहे हैं।”
उल्लेखनीय है कि पेट्रोल डीजल की कीमतों में लगातार वृद्धि हो रही है। दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमत 76.87 रुपए और डीजल की कीमत 68.08 रुपए प्रति लीटर पहुंच गयी है। मुंबई में इनकी कीमत सबसे ज्यादा है। वहां पेट्रोल 84.70 रुपए और डीजल 72.48 रुपए है।
पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस की प्रतिक्रिया
कांग्रेस ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों के आसमान छूने पर चिंता जाहिर करते हुए मंगलवार को कहा कि बढी दरों से आम लोगों को राहत देने के लिए पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क सहित सभी तरह के करों में कमी के साथ-साथ इन दोनों ईंधनों को वस्तु एवं सेवाकर के दायरे में लाया जाना चाहिए।
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें आज सर्वकालिक ऊंचे स्तर पर पहुंच गयी हैं जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम कम हुए हैं। उन्होंने सरकार पर तेल के दाम में कमी लाने में असफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि आम जनता की जेब काटकर भाजपा सरकार खजाने को भरने में जुटी है। तेल की कीमतों में तत्काल कमी लाने का सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार को सबसे पहले पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क घटाना चाहिए। इसके अलावा भाजपा शासित राज्यों में इस पर लगने वाले वैट कर को कम किया जाना एवं पेट्रोल डीजल को वस्तु एवं सेवाकर (जीएसटी) के दायरे में लाया जाना चाहिए।