राष्ट्रीय राजधानी के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया, मंत्री गोपाल राय और सत्येंद्र जैन के धरने का आज चौथा दिन है। वो LG दफ़्तर में डटे हुए हैं। सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया आमरण अनशन पर हैं। LG दफ़्तर से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को चिट्ठी लिखी है और दिल्ली की समस्याओं से अवगत कराया है। उन्होंने कहा है कि वह इस मामले में हस्ताक्षेप करें और इसे सुलझाए। इस धरने को एलजी अनिल बैजल ने बेतुका बताया है और उन्होंने गृह मंत्री से मुलाकात की। वहीं आम आदमी पार्टी ने 13 जून शाम में मार्च निकालकर नाराज़गी जताई।
केजरीवाल ने ट्वीट करके आरोप लगाया है कि मेरा भाई पुणे से मुझसे मिलने आया। उसको मुझसे मिलने नहीं दिया गया। ये तो ग़लत है। इससे पहले बुधवार सुबह केजरीवाल ने एक ट्वीट कर दिल्लीवालों को गुड मॉर्निंग कहा। उन्होंने कहा कि आख़िर दिल्ली वाले क्या मांग रहे हैं। IAS अफ़सरों की हड़ताल ख़त्म करा, राशन की डोरस्टेप डिलिवरी लागू करो, नहीं होना चाहिए ये? दुनिया में कोई कह सकता है कि ये नहीं होना चाहिए?, फिर ये लोग क्यों नहीं कर रहे? आज चौथा दिन है। इनकी मंशा ठीक नहीं लग रही।
चिट्ठी में बयां किया दिल्ली का हाल
अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा है कि 3 महीने से दिल्ली के IAS अफ़सर हड़ताल पर है और मंत्रियों की बैठकों में IAS अफ़सर आते नहीं हैं। इससे दिल्ली की जनता के कई काम प्रभावित हो रहे। भारत के इतिहास में पहली बार IAS हड़ताल पर है और दिल्ली सरकार के अधीन होते तो 24 घंटे में हड़ताल ख़त्म हो जाती, लेकिन इन पर केंद्र और एलजी का नियंत्रण है। उनसे बार-बार गुहार के बाद भी एलजी हड़ताल ख़त्म नहीं करा रहे।
BREAKING: On Day 4 @ArvindKejriwal writes to PM @narendramodi: Union Govt has all the powers over IAS officers. Delhi is facing an unprecedented situation & LG is refusing to intervene. Requests PM with folded hands to get IAS officers to end strike so work in Delhi can restart pic.twitter.com/hZrg8UShkU
— Ankit Tyagi (@Ankit_Tyagi01) June 14, 2018
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण एक बड़ी समस्या है। पहले हर 15 दिनों में प्रदूषण की समीक्षा और प्लानिंग बैठक होती थी, लेकिन आईएएस अधिकारियों की हड़ताल की वजह से पिछले 3 महीनों से मीटिंग नहीं हो पाई है। पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में कहा कि अब लोग कहने लगे हैं कि हड़ताल केंद्र, एलजी की साज़िश है। आप तुरंत हड़ताल ख़त्म कराएं ताकि काम शुरू हो सके।