किसान एक जून से दस जून तक अपनी हड़ताल पर अड़े रहे तो शहरों में दूध और सब्जी भी नहीं मिल पाएगी। मध्यप्रदेश सरकार ने दूध के संकट से निपटने के लिए बड़े पैमाने पर दूध पावडर खरीदकर रख लिया। दूध पावडर की खरीदी दुग्ध संघों द्वारा की गई है। राज्य के दुग्ध संघ पहले से ही दूध की कमी के संकट से जुझ रहे हैं। दूध संकलन में 18 प्रतिशत की कमी आई है।
इसकी बड़ी वजह सरकार द्वारा किसानों से खरीदे जाने वाले दूध का उचित मूल्य न दिया जाना है। आंदोलन को देखते हुए जग्गाखेड़ी दुग्ध संयंत्र प्रबंधक अशोक बैरागी ने कलेक्टर एवं एसपी को पत्र लिखकर दूध वितरण के लिए जाने वाले वाहनों की सुरक्षा कराने की मांग की है। इंदौर दुग्ध संघ ने आंदोलन के दौरान दूध की आपूर्ति को सामान्य बनाए रखने के लिए 6 लाख लीटर दूध और सौ टन दूध पावडर का स्टॉक रखा है।