पंद्रह साल पूर्व दो साध्वियों का यौन शोषण किए जाने के मामले में डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को अदालत ने दोषी माना है। न्यायाधीश जगदीप सिंह के फैसले के बाद धर्मगुरु को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। अदालत 28 अगस्त को मामले में सजा सुनाएगी। अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद राम-रहीम समर्थकों ने पंजाब, हरिणाय और दिल्ली सहित कई स्थानों पर व्यापक हिंसा की है। इस हिंसा में तीस से ज्यादा लोग मारे गए हैं।
इस विवादास्पद धर्मगुरु के भक्तों द्वारा पंजाब के मालौट और मंसा शहरों में दो रेलवे स्टेशनों को जलाने की कोशिश की गई है। बड़े पैमाने पर हिसा को देखते हुए पंजाब के मंशा, भटिंडा और फिरोजपुर जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया है। पंचकुला शहर में धर्मगुरु के भड़के अनुयायियों ने अदालत के फैसले के बाद 100 से ज्यादा वाहनों में आग लगा दी।
उपद्रवियों से सख्ती बरतने का अदालत ने दिया था आदेश
पुलिस सूत्रों ने कहा कि सुरक्षा बलों ने डेरा समर्थकों को काबू में करने के लिए गोली चलाई, जिसमें 30 की मौत हो गई। डेरा समर्थकों ने व्यापक तोड़फोड़ की और कई वाहनों व भवनों में आग लगा दी। डेरा समर्थकों ने पत्रकारों और सुरक्षा बलों पर हमले किए। कुछ पत्रकार जान बचाने के लिए नजदीकी घरों में शरण लेने को मजबूर हुए। स्थानीय निवासियों का कहना है कि शहर के हिस्सों में धुएं का गुबार देखा गया।