गुजराती के प्रमुख कवि, नाटककार एवं विद्वान शीतांशु यशचंद्र को 27वां सरस्वती सम्मान दिया गया है। लोकसभा के पूर्व महासचिव डा. सुभाष सी. कश्यप की अध्यक्षता वाली 13 सदस्यीय चयन समिति ने श्री यशचंद्र को उनकी कविता पुस्तक ‘वखार‘ के लिए वर्ष 2017 का सरस्वती सम्मान पुरस्कार से सम्मानित किया गया ।
पुरस्कार में 15 लाख रुपये की राशि, एक ताम्र पत्र और प्रशस्ति पत्र शामिल है। गुजरात के भुज में 1941 में जन्मे श्री यशचंद्र को यह सम्मान भारतीय भाषाओं के साहित्य में प्रमुख योगदान को देखते हुए उनके काव्य संग्रह पर यह पुरस्कार दिया गया है जो 2009 में प्रकाशित हुआ था। श्री यशचंद्र को 2006 में पद्म श्री, 1998 में कवि सम्मान और 1996 में राष्ट्रीय सद्भावना पुरस्कार मिल चुका है। वह एक कुशल अनुवादक और नाट्ककार के रूप में भी जाने जाते हैं।
यह पुरस्कार 1991 में शुरू हुआ था और स्वर्गीय हरिवंश राय बच्चन को पहला पुरस्कार प्राप्त हुआ था। अब तक इस पुरस्कार को पाने वालों में सर्वश्री विजय तेंदुलकर, सुनील गंगोपाध्याय, एम. विरप्पा मोइली, गोविंद मिश्र जैसे प्रमुख लोग शामिल हैं। श्री यशचंद्र के तीन कविता संग्रह, 10 नाटक और आलोचना की तीन पुस्तकें छपी हैं। उन्हें 1987 में साहित्य अकादमी पुरस्कार भी मिल चुका है।