वायु सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि उनके गरुड़ कमांडो आपदा के समय हमेशा उपलब्ध रहते हैं।
हाल ही में हिमाचल प्रदेश में आई बाढ़ के दौरान आपदा राहत अभियान के रूप में जम्मू स्थित हेलीकॉप्टर इकाई द्वारा एक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस मौके पर जम्मू वायु सेना की हेलीकॉप्टर यूनिट के सीओ विंग कमांडर इरफान जुरियाल ने यहां पत्रकारों से कहा, “मैं आपके (मीडिया) माध्यम से केवल इतना कह सकता हूं कि लोग हम पर भरोसा कर सकते हैं और हम उन्हें किसी भी प्राकृतिक आपदा या आपदा जैसी स्थिति से बचाने के लिए उपलब्ध हैं।”
जम्मू वायु सेना स्टेशन के एयर-ऑफिसर-कमांडिंग (एओसी) एयर कमोडोर सागर सिंह रावत भी वरिष्ठ भारतीय वायुसेना अधिकारियों के साथ मौजूद थे। इस अवसर पर उऩ्होंने वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ पर प्रतिभागियों को बधाई भी दी।
पश्चिमी सीमाओं पर मंडरा रहे ड्रोन खतरों पर एयर कमोडोर रावत ने कहा, “हम किसी भी स्थिति के लिए तैयार हैं और सभी उपाय किए गए हैं। हमारा प्लेटफॉर्म दक्षता के साथ निगरानी और टोह लेने में सक्षम है। हमारे गरुड़ कमांडो फंसे हुए लोगों का कीमती जीवन बचाने के लिए उनका आत्मविश्वास बहाल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लोग हम पर भरोसा कर सकते हैं क्योंकि मानवीय सहायता और आपदा राहत (एचएडीआर) अभियानों के दौरान हम उन्हें किसी भी आपदा से बचाने के लिए हमेशा उपलब्ध हैं।”
हिमाचल प्रदेश कठिन अभियान के बारे में विवरण साझा करते हुए, विंग कमांडर ने कहा कि आपदा के दौरान, पठानकोट से कुल 73 हेलीकॉप्टर ने उड़ाने भरकर आपदा में फंसे 1004 यात्रियों को बचाया और उनके पास तीन टन राहत सामग्री पहुंचाई गई जबकि मंडी बेल्ट में, छह मरीजों, 21 यात्रियों को बचाया गया। इस अभियान के दौरान 69 प्रकार में 35 टन राहत सामग्री पहुंचाई गई।
Also Read: आचार संहिता के पूर्व की मंत्रिपरिषद् बैठक में पांच नई तहसील और 18 सिंचाई परियोजनाओं पर सहमति
