धनशोधन मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शनिवार को मांस निर्यातक मोइन कुरैशी को गिरफ्तार कर लिया। ईडी अधिकारियों ने बताया कि कुरैशी को शुक्रवार रात को गिरफ्तार किया गया।
ईडी ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत 2016 में विदेशी मुद्रा के अवैध लेनदेन और कर चोरी के लिए कुरैशी के खिलाफ मामला दर्ज किया था। कुरैशी के खिलाफ हवाला के जरिये दुबई, लंदन और यूरोप के कुछ स्थानों पर पैसे भेजने के आरोपों की जांच हो रही है। ईडी ने कहा कि जांच के दौरान कुछ तथ्य सामने आए हैं कि भारी मात्रा में अवैध पैसे का लेनदेन हुआ है।
ब्लैकबेरी मैंसेंजर ने खोली लेनेदेन की पोल
प्रवर्तन निदेशाल के आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि आयकर विभाग द्वारा संग्रहीत रिकॉर्डो के मुताबिक, बीबीएम (ब्लैकबेरी मैसेंजर) संदेश से पता चला है कि कुरैशी ने अपने रसूख से अवांछित लाभ पहुंचाने के लिए कई लोगों से भारी-भरकम रकम ली। ईडी के मुताबिक, कुरैशी और अन्य आपराधिक मामलों में शामिल आरोपित लोगों के बीच बीबीएम संदेशों का आदान-प्रदान हुआ। इसके साथ ही कुरैशी ने सरकार की अन्य जांच एजेंसियों से भी अवांछित लाभ लेने के लिए भी कई लोगों को बीबीएम संदेश भेजे थे।
कुछ रसूखदार लोग भी हो सकते हैं गिरफ्तार
प्रवर्तन निदेशालय को कुरैशी और उनके सहयोगियों के मोबाइल फोन से प्राप्त बीबीएम संदेशों के विश्लेषण से पता चलता है कि महत्वपूर्ण पदों पर बैठे कुछ अधिकारियों की काली कमाई को विदेशों में ठिकाने लगाया गया है। रिश्वत को पेरिस और ब्रिटेन जैसे विदेशी ठिकानों पर हस्तांतरित करने के लिए हवाला का इस्तेमाल किया गया। ईडी का कहना है कि कुरैशी ने हैदराबाद के एक कारोबारी की मदद के बदले उससे करोड़ रुपये की उगाही की थी। कुरैशी दिल्ली के हवाला कारोबारियों के जरिए हवाला लेनदेन में शामिल था और हवाला के जरिए पैसा दुबई, पेरिस, लंदन, अमेरिका, हांगकांग, इटली और स्विट्जरलैंड भेजा गया।