कठुआ में 8 साल की बच्ची से दरिंदगी और उन्नाव में दुष्कर्म की घटनाओं के विरोध में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इंडिया गेट पर १२ अप्रैल आधी रात को कैंडल मार्च निकाला। इस प्रदर्शन में प्रियंका वाड्रा, राॅबर्ट वाड्रा समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस नेता-कार्यकर्ता और आम लोग शामिल हुए। राहुल ने कहा कि यह मार्च राजनीति करने के लिए नहीं है, यह देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचारों को रोकने के लिए है। सरकार ऐसे मामलों में कुछ नहीं कर रही है। प्रधानमंत्री को महिलाओं को बचाने के लिए तुरंत काम शुरू करना चाहिए। उधर उन्नाव रेप केस में भी पहली शिकायत के 10 महीने बाद आरोपी विधायक के खिलाफ कार्रवाई हुई है। शुक्रवार तड़के करीब 5 बजे उसे सीबीआई ने हिरासत में ले लिया।
इंडिया गेट पर निर्भया कांड जैसा मंजर
– राहुल के इंडिया गेट पहुंचने से पहले ही दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से लोग यहां पहुंचने लगे थे। कई लोग अपने बच्चों को भी साथ लेकर पहुंचे थे।
– इंडिया गेट पर इतनी भीड़ दिखी कि 2012 में हुए निर्भया कांड की भी याद ताजा हो गई। वक्त भी इंडिया गेट पर लोग ऐसे ही इकट्ठा हुए थे। हालांकि, तब सत्ता में कांग्रेस थी और अब भाजपा है।
– इस मार्च में निर्भया के माता-पिता भी शामिल हुए।
राहुल गाँधी ने कहा, “हम चाहते हैं कि सरकार इस पर कार्रवाई करे। आज हिंदुस्तान की महिलाओं को बाहर निकलने से डर लग रहा है। जहां भी हम देखते हैं, कहीं-न-कहीं, कभी बच्ची को कभी महिला को मारा जाता है। रेप किया जाता है। और हम चाहते हैं कि सरकार इस मामले को रिसॉल्व करे। हिंदुस्तान की महिला शांति से सड़क पर उतरकर अपनी जिंदगी शांति से जी सके।”