1. अशोक की छाल से आयुर्वेद की उत्कृष्ट दवा अशोकारिष्ट बनाई जाती है। यह स्त्री रोगों , श्वेत प्रदर , रक्त प्रदर , गर्भाशय की कमजोरी, हार्मोन के असंतुलन , गर्भाशय में गाँठ, माहवारी के समय दर्द और अधिक रक्तस्राव आदि में काम आती है।
2. अशोक की छाल डिसेंट्री , वात के कारण शरीर में दर्द , स्किन की एलर्जी आदि के उपचार में काम आती है।
3. यह त्वचा का रंग उजला बनाती है , सूजन दूर करती है तथा रक्त विकार दूर करती है।
4. बिच्छू के डंक मारने पर अशोक की छाल लगाई जाती है , जो दर्द कम करती है।
5. इसके उपयोग से अशोक धृत भी बनाया जाता है। जो टॉनिक के रूप में दिया जाता है।
6. योनि की शिथिलता दूर करके योनि को टाइट करने के लिए अशोक की छाल का उपयोग किया जाता है।