कलियुगाब्द……………..5119
विक्रम संवत्……………2074
शक संवत्………………1939
मास…………………….कार्तिक
पक्ष……………………….कृष्ण
तिथी…………………..प्रतिपदा
रात्रि 10.03 पर्यंत पश्चात द्वितीया
रवि………………….दक्षिणायन
सूर्योदय………..06.20.02 पर
सूर्यास्त………..06.09.18 पर
तिथि स्वामी…………….ब्रह्मा
नित्यदेवी……………..कामेश्वरी
नक्षत्र………………………रेवती
संध्या 07.31 पर्यंत पश्चात अश्विनी
योग……………………..व्याघात
रात्रि 01.42 पर्यंत पश्चात हर्षण
करण………………………बालव
प्रातः 11.09 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु…………………………शरद
दिन………………………शुक्रवार आंग्ल मतानुसार :-
06 अक्टूबर सन 2017 ईस्वी ।
विक्रम संवत्……………2074
शक संवत्………………1939
मास…………………….कार्तिक
पक्ष……………………….कृष्ण
तिथी…………………..प्रतिपदा
रात्रि 10.03 पर्यंत पश्चात द्वितीया
रवि………………….दक्षिणायन
सूर्योदय………..06.20.02 पर
सूर्यास्त………..06.09.18 पर
तिथि स्वामी…………….ब्रह्मा
नित्यदेवी……………..कामेश्वरी
नक्षत्र………………………रेवती
संध्या 07.31 पर्यंत पश्चात अश्विनी
योग……………………..व्याघात
रात्रि 01.42 पर्यंत पश्चात हर्षण
करण………………………बालव
प्रातः 11.09 पर्यंत पश्चात कौलव
ऋतु…………………………शरद
दिन………………………शुक्रवार आंग्ल मतानुसार :-
06 अक्टूबर सन 2017 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक……………….6
शुभ रंग…………आसमानी👁🗨 राहुकाल :-
प्रात: 10.46 से 12.14 तक । दिशाशूल :-
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
शुभ रंग…………आसमानी👁🗨 राहुकाल :-
प्रात: 10.46 से 12.14 तक । दिशाशूल :-
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
✡ चौघडिया :-
प्रात: 07.50 से 09.18 तक लाभ
प्रात: 09.18 से 10.46 तक अमृत
दोप. 12.14 से 01.41 तक शुभ
सायं 04.37 से 06.05 तक चंचल
रात्रि 09.09 से 10.41 तक लाभ ।
आज का मंत्र :-
।। ॐ माधवाय नम: ।।
संस्कृत सुभाषितानि —
अष्टावक्र गीता – अष्टादश अध्याय :-
निर्वासनं हरिं दृष्ट्वा
तूष्णीं विषयदन्तिनः।
पलायन्ते न शक्तास्ते
सेवन्ते कृतचाटवः॥१८- ४६॥
अर्थात —
कामना रहित ज्ञानी सिंह है, उसे देखते ही विषय रूपी मतवाले हाथी चुपचाप भाग जाते हैं उनकी एक नहीं चलती उलटे वे तरह-तरह से खुशामद करके सेवा करते हैं॥४६॥