
सेना के जवानों को परोसे जाने वाले खाने में पतली दाल की शिकायत करने वाले जवान तेज बहादुर की दाल सेना ने पतली कर दी। तेज बहादुर को नौकरी से निकाल दिया गया है। तेज बहादुर ने एक वीडियो के जरिए सेना के जवानों को दिए जाने वाले घटिया खाने की शिकायत सोशल मीडिया पर की थी।
सेना ने शिकायत की जांच के बाद तेज बहादुर के खिलाफ कार्यवाही की है। यादव जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर तैनात बीएसएफ इकाई का हिस्सा था। उन्होंने वीडियो में आरोप लगाया था कि उन्हें पानी जैसी पतली दाल परोसी जाती है जिसमें सिर्फ हल्दी तथा नमक होता है और इसके साथ उन्हें जली हुई रोटी दी जाती है।
यादव ने इस वर्ष जनवरी माह में वीडियो पोस्ट डालकर जवानों को घटिया किस्म का भोजन दिए जाने का आरोप लगाया था। जांच के दौरान उन्हें जम्मू में बीएसएफ बटालियन में स्थानांतरित कर दिया गया था। वीडियो में उन्होंने कहा था कि सरकार तो सैनिकों के लिए आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध करवाती है लेकिन उच्चाधिकारी इन्हें अवैध ढंग से बाजार में बेच देते हैं । इसका खामियाजा बल में निचले स्तर पर जवानों को भुगतना पडता है।
बीएसएफ के अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि तेज बहादुर यादव को सीमा सुरक्षा बल ने स्टाफ कोर्ट ऑफ इनक्वायरी की रिपोर्ट के आधार पर बर्खास्त किया। जांच में तेज बहादुर के आरोप गलत पाए गए। बीएसफ के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा,जवान की बर्खास्तगी की कार्रवाई सीमा सुरक्षा बल अधिनियम के तहत की गई, यह अधिनियम अर्द्धसैनिक बल में काम करने वाले सभी जवानों पर लागू होता है।
बीएसएफ अधिकारी ने कहा कि यादव को अनुशासनहीनता के कुछ आरोपों में दोषी पाया गया। इसमें नियमों और कायदों का उल्लंघन करके वीडियो अपलोड करना भी शामिल है। तेज बहादुर निर्णय के खिलाफ तीन माह के भीतर अपील कर सकते हैं।