संसद में बजट सत्र के दौरान विपक्ष के हंगामे के विरोध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अप्रैल को उपवास रखा। उन्होंने सभी भाजपा सांसदों से भी अपने-अपने लोकसभा क्षेत्रों में उपवास रखने की अपील की। मोदी ने एक संदेश में कहा, “लोगों को जमा करिए और अपने क्षेत्रों में उपवास करिए। इसके जरिए लोकतंत्र के दुश्मनों को बेनकाब करिए।” मोदी कैबिनेट के मंत्री और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने भी देशभर में विभिन्न हिस्सों में जाकर उपवास के जरिए विपक्ष का विरोध किया
सांसदों से की अपील
– मोदी ने बुधवार को भाजपा सांसदों से अपील की, “कल 12 तारीख है। पार्लियामेंट को जिस तरह से बंदी बना दिया गया। मुट्ठीभर लोगों ने 2014 में जो सत्ता नहीं हासिल कर सके, ये लोग देश को आगे बढ़ने देना नहीं चाहते हैं। ये लोग पराजय को पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए इन लोगों ने एक दिन भी पार्लियामेंट के अंदर काम नहीं करने दिया। गरीब से गरीब लोगों के लिए वहां पर फैसले लिए जाते हैं, काम होते हैं। उनके राजनीतिक अहंकार और सत्ता की भूख के कारण लोकतंत्र को कुचलने का गुनाह किया गया है। हम सबका दायित्व बनता है कि जिन लोगों ने लोकतंत्र को कुचलने का प्रयास किया है, उनके इस कृत्य को देशभर में पहुंचाएं। मैं कल (गुरुवार) अनशन करूंगा। मेरे सारे काम चलते रहेंगे, लेकिन मैं अनशन करूंगा। मेरा आप सबसे भी आग्रह है कि बहुत बड़ी संख्या में लोगों को जमा करके विधानसभा, लोकसभा क्षेत्र में अनशन करें और देश की संसद को बंदी बनाने वाले लोगों को बेनकाब करें।”