कलियुगाब्द……………..5119
विक्रम संवत्……………2074
शक संवत्………………1939
मास…………………….अगहन
पक्ष……………………….शुक्ल
तिथी………………………षष्ठी
प्रातः 07.57 पर्यंत पश्चात सप्तमी
रवि…………………दक्षिणायन
सूर्योदय……….06.46.29 पर
सूर्यास्त……….05.41.15 पर
तिथि स्वामी……….कार्तिकेय
नित्यदेवी…………..नित्याम्बा
नक्षत्र…………………….श्रवण
दोप 12.48 पर्यंत पश्चात धनिष्ठा
योग………………………..ध्रुव
रात्रि 02.37 पर्यंत पश्चात व्याघात
करण…………………….तैतिल
प्रातः 07.57 पर्यंत पश्चत गरज
ऋतु………………………..शरद
दिन…………………….शनिवार
आंग्ल मतानुसार :-
25 नवम्बर सन 2017 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक…………………..7
शुभ रंग………………..नीला
👁🗨 राहुकाल :-
प्रात: 09.31 से 10.52 तक ।
दिशाशूल :-
पूर्वदिशा- यदि आवश्यक हो तो उड़द का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
✡ चौघडिया :-
प्रात: 08.10 से 09.31 तक शुभ
दोप. 12.13 से 01.34 तक चंचल
दोप. 01.34 से 02.55 तक लाभ
दोप. 02.55 से 04.16 तक अमृत
सायं 05.37 से 07.17 तक लाभ
रात्रि 08.55 से 10.34 तक शुभ।
आज का मंत्र :-
|| ॐ वीरवीराय नमः ||
संस्कृत सुभाषितानि :-
अष्टावक्र गीता – अष्टादश अध्याय :-
सुप्तोऽपि न सुषुप्तौ च
स्वप्नेऽपि शयितो न च।
जागरेऽपि न जागर्ति
धीरस्तृप्तः पदे पदे॥१८- ९४॥
अर्थात:-
धीर पुरुष पद-पद पर तृप्त रहता है। वह सोकर भी नहीं सोता, वह स्वप्न देखकर भी नहीं देखता और जाग्रत रहने पर भी नहीं जगता॥९४॥