««« आज का पंचांग »»»
कलियुगाब्द……………..5119
विक्रम संवत्……………2074
शक संवत्………………1939
मास…………………….भाद्रपद
पक्ष……………………….शुक्ल
तिथी…………………….दशमी
प्रातः 07.36 पर्यंत पश्चात एकादशी
रवि………………….दक्षिणायन
सूर्योदय………..06.09.23 पर
सूर्यास्त………..06.44.11 पर
तिथि स्वामी……………….धर्म
नित्यदेवी………….महावज्रेश्वरी
नक्षत्र…………………..पूर्वाषाढ़ा
दुसरे दिन प्रातः 07.24 पर्यंत पश्चात उत्तराषाढ़ा
योग………………….आयुष्मान
रात्रि 03.03 पर्यंत पश्चात सौभाग्य
करण……………………..गरज
प्रातः 07.36 पर्यंत पश्चात वणिज
ऋतु………………………..वर्षा
दिन……………………शुक्रवार
🇬🇧 आंग्ल मतानुसार :-
01 सितम्बर सन 2017 ईस्वी ।
☸ शुभ अंक……………….1
🔯 शुभ रंग………………नीला
👁🗨 राहुकाल :-
प्रात: 10.52 से 12.26 तक ।
🚦 दिशाशूल :-
पश्चिमदिशा – यदि आवश्यक हो तो जौ का सेवन कर यात्रा प्रारंभ करें।
✡ चौघडिया :-
प्रात: 07.45 से 09.19 तक लाभ
प्रात: 09.19 से 10.52 तक अमृत
दोप. 12.26 से 01.59 तक शुभ
सायं 05.06 से 06.40 तक चंचल
रात्रि 09.33 से 10.59 तक लाभ ।
💮 आज का मंत्र :-
।। ॐ वक्रतुण्डाय नम: ।।
📢 संस्कृत सुभाषितानि —
अष्टावक्र गीता – अष्टादश अध्याय :-
प्रवृत्तौ वा निवृत्तौ वा
नैव धीरस्य दुर्ग्रहः।
यदा यत्कर्तुमायाति
तत्कृत्वा तिष्ठते सुखम्॥१८- २०॥
अर्थात —
तत्त्वज्ञ का प्रवृत्ति या निवृत्ति का दुराग्रह नहीं होता। जब जो सामने आ जाता है तब उसे करके वह आनंद से रहता है॥२०॥