रवि शास्त्री की नियुक्ति के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) ने गेंदबाजी कोच जहीर खान और बल्लेबाजी सलाहकार राहुल द्रविड़ की हाल ही में नियुक्तियों से अचानक पल्ला झाड़ लिया है। वहीं प्रशासकों की समिति(सीओए) ने इन नियुक्तियों को केवल सिफारिशे बताकर किनारा कर लिया है। बीसीसीआई और सीओए के रवैये के बाद राहुल और जहीर अधर में लटक गए हैं। ज्ञातव्य है कि बीसीसीआई की क्रिकेट सलाहकार समिति ने 11 जुलाई को पूर्व क्रिकेटर रवि शास्त्री को भारतीय टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया था जबकि द्रविड़ को विदेशी दौरो पर भारतीय बल्लेबाजी सलाहकार तथा पूर्व तेज़ गेंदबाज जहीर खान को गेंदबाजी कोच बनाने की घोषणा की थी। लेकिन अब बोर्ड ने अपने इस फैसले पर बड़ा यू-टर्न ले लिया है। वहीं माना जा रहा है कि शास्त्री अब खुद ही अपना सपोर्ट स्टाफ चुनेंगे ।
रवि शास्त्री की मर्जी पर निर्भर है भविष्य
जहीर और द्रविड की स्थिति पर प्रशासकों की समिति के अघ्यक्ष विनोद राय ने कहा कि दोनों नामों की सपोर्ट स्टाफ में इन पदों पर केवल सिफारिश ही की गयी थी और उनकी नियुक्तियों पर मुहर के लिये सीओए से और मुख्य कोच शास्त्री से सलाह किये जाने की जरूरत है। माना जा रहा है कि नवनियुक्त कोच शास्त्री अपना सपोर्ट स्टाफ खुद ही चुनेंगे । वहीं सीओए ने शनिवार को ही एक नयी चार सदस्यीय समिति का गठन किया है जो द्रविड़ और जहीर को लेकर आगे का फैसला करेगी।
चार सदस्यीय समिति बनाने चली लंबी कवायद
भारतीय क्रिकेट टीम के नवनियुक्त मुख्य कोच रवि शास्त्री और सपोर्ट कोचिंग स्टाफ के वेतन निर्धारणा के लिये प्रशासकों की समिति शनिवार को चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। इस समिति में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना और मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी को भी शामिल किया गया है। बोर्ड का संचालन कर रही सीओए की सदस्य डियाना इडुलजी और बोर्ड के कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी दो अन्य सदस्य हैं । यह समिति इस मुद्दे पर 19 जुलाई को अपनी बैठक में फैसला करेगी। नयी समिति 22 जुलाई को सीओए के सामने अपनी सिफारिशें भी रखेगी। भारत का अगला श्रीलंका दौरा 19 जुलाई से शुरू हो रहा है और फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि द्रविड़ और जहीर टीम के साथ जाएंगे या नहीं। भारत और श्रीलंका के बीच पहला टेस्ट 26 जुलाई को होना है।