कलियुगाब्द………….5119
विक्रम संवत्………..2074
शक संवत्…………..1939
मास…………………….पौष
पक्ष……………………कृष्ण
तिथी………………….नवमी
रात्रि 01.22 पर्यंत पश्चात दशमी
तिथिस्वामी…………….सर्प
नित्यदेवी……….कुलसुन्दरी
रवि……………..दक्षिणायन
सूर्योदय…….06.57.01 पर
सूर्यास्त…….05.43.15 पर
नक्षत्र……….उत्तराफाल्गुनी
संध्या 06.08 पर्यंत पश्चात हस्त
योग………………आयुष्मान
रात्रि 01.51 पर्यंत पश्चात सौभाग्य
करण…………………तैतिल
दोप 01.12 पर्यन्त पश्चात गरज
ऋतु…………………..हेमंत
दिन………………..सोमवार
आंग्ल मतानुसार :-
11 दिसम्बर सन 2017 ईस्वी ।
👁🗨 राहुकाल :-
प्रात: 08.19 से 09.39 तक ।
दिशाशूल :-
पूर्व दिशा- यदि आवश्यक हो तो दर्पण देखकर यात्रा प्रारंभ करें।
☸ शुभ अंक…………..4
शुभ रंग………….लाल
✡ चौघडिया :-
प्रात: 07.00 से 08.19 तक अमृत
प्रात: 09.39 से 10.59 तक शुभ
दोप. 01.38 से 02.58 तक चंचल
अप. 02.58 से 04.18 तक लाभ
सायं 04.18 से 05.38 तक अमृत
सायं 05.38 से 07.18 तक चंचल ।
आज का मंत्र :-
|| ॐ महादेवाय नमः ||
संस्कृत सुभाषितानि :-
अष्टावक्र गीता – विंश अध्याय :-
जनक उवाच –
क्व भूतानि क्व देहो वा
क्वेन्द्रियाणि क्व वा मनः।
क्व शून्यं क्व च नैराश्यं
मत्स्वरूपे निरंजने॥२०-१॥
अर्थात :-
राजा जनक कहते हैं – मेरे निष्कलंक स्वरुप में पाँच महाभूत कहाँ हैं या शरीर कहाँ है और इन्द्रियाँ या मन कहाँ हैं, शून्य कहाँ है और निराशा कहाँ है॥१॥
