बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त के खिलाफ मुंबई की एक अदालत में शकील नूरानी मामले में गैर-जमानती वारंट जारी किया था। अब खबर ये है कि संजय दत्त का अरेस्ट वारंट कैंसिल हो गया है। संजय दत्त ने अपनी गैर मौजूदगी को लेकर कोर्ट में एप्लीकेशन दी थी। जिसके बाद अंधेरी मेट्रो पोलिटीयन कोर्ट ने इस एप्लीकेशन को एक्सेप्ट कर उनके अरेस्ट वारंट को कैंसिल कर दियागया
है।
यह मामला 15 साल पुराना
यह वारंटशकील नूरानी को धमकी दिए जाने के मामले में जारी किया गया था। दरअसल, यह मामला 15 साल पुराना है| वर्ष 2002 में शकील नूरानी ‘जान की बाजी’ नामक फिल्म बना रहे थे। उन्होंने इस फिल्म के लिए अभिनेता संजय दत्त को पचास लाख रुपये देकर साइन किया था। फिल्म की शूटिंग चल रही थी। सब ठीक था लेकिन अचानक संजय ने यह फिल्म बीच में ही छोड़ दी थी। संजय दत्त के फिल्म छोड़ने की वजह से निर्माता शकील नूरानी को करीब पांच करोड़ रुपये का भारी नुकसान हुआ था। इस बात से नूरानी काफी खफा भी थे। आरोप था कि इसके बाद जब शकील नूरानी ने संजय दत्त से संपर्क किया था तो संजय ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी।
धमकी का आरोप
नूरानी का आरोप यह भी है कि संजय ने उन्हें अंडरवर्ल्ड की तरफ से भी धमकी दिलाई थी। संजय का बर्ताव देखकर नूरानी ने कानून का सहारा लिया था। और उनके खिलाफ धमकी देने का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके चलते वर्ष 2013 में अंधेरी मेट्रोपोलिटिन कोर्ट ने अभिनेता संजय दत्त के खिलाफ वारंट जारी किया था। तभी से यह मामला अदालत में चल रहा है। तब अदालत ने इस मामले में शनिवार को संजय दत्त को तलब किया था। लेकिन संजय कोर्ट में पेशी पर नहीं आए। इस बात से खफा होकर अंधेरी मेट्रोपोलिटियन कोर्ट ने एक बार फिर उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी किया था।
