प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के किसानों की आय 2022 तक दुगुनी करने के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष 31 जुलाई तक कृषि कल्याण अभियान चलाया जाएगा। कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने बताया कि इस अभियान की शुरुआत एक जून से कर दी गयी है। इसके तहत किसानों को तकनीक और आय बढ़ाने के बारे में सहायता और सलाह दी जाएगी।
कृषि कल्याण अभियान के लिए चुने गए प्रत्येक जिले के 1000 से अधिक आबादी वाले 25 गांवों में चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत किसानों को कृषि आय बढ़ाने और बेहतर पद्धतियों का इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस दौरान मृदा स्वास्थ्य कार्डों का सभी किसानों में वितरण किया जाएगा। प्रत्येक गांव में खुर और मुंह रोग (एफएमडी) से बचाव के लिए सौ प्रतिशत बोवाइन टीकाकरण किया जाएगा। भेड़ और बकरियों में बीमारी से बचाव की जानकारी दी जाएगी।
सभी किसानों के बीच दालों और तिलहन की मिनी किट का वितरण होगा। प्रति परिवार को पांच बागवानी, कृषि वानिकी या बांस के पौधें दिये जाएंगे। इसके अलावा कृत्रिम गर्भाधान के बारे में जानकारी दी जाएगी तथा सूक्ष्म सिंचाई से जुड़े कार्यक्रमों और बहु-फसली कृषि के तौर-तरीकों का प्रदर्शन होगा। सूक्ष्म सिंचाई और एकीकृत फसल के तौर-तरीकों के बारे में जानकारी दी जाएगी। किसानों को नवीनतम तकनीकों से परिचित कराया जाएगा।
इन कार्यक्रमों में महिला प्रतिभागियों और किसानों को प्राथमिकता दी जा रही है। गांवों का चयन ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नीति आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार किया है। प्रत्येक जिले के कृषि विज्ञान केन्द्र सभी 25-25 गांवों में कार्यक्रमों को लागू करने में सहयोग करेंगे। प्रत्येक जिले में एक अधिकारी को कार्यक्रम की निगरानी करने एवं सहयोग करने का जिम्मा दिया गया है।