राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के लिए चुने गए 140 कलाकारों में से सिर्फ 11 को ही इस बार राष्ट्रपति अपने हाथों सम्मानित करेंगे। बाकी लोगों को पुरस्कार सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी देंगी। अभी तक सभी कलाकारों को राष्ट्रपति के हाथों की सम्मानित करने की परंपरा रही है। ऐसे में पुरस्कार पाने वाले 60 से ज्यादा कलाकारों ने यहां के विज्ञान भवन में 3 मई को होने वाले इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने की धमकी दी है।
कलाकारों ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र
बदली व्यवस्था से नाखुश कलाकारों ने राष्ट्रपति कार्यालय, डायरेक्ट्रेट ऑफ फिल्म फेस्टिवल और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय को पत्र लिखा है। उनका कहना है कि उन्हें बदली व्यवस्था के बारे में आखिरी वक्त पर बताया गया। यह फैसला मायूस करने वाला है।
यह विश्वासघात है
कलाकारों ने पत्र में लिखा, “यह विश्वासघात करने जैसा है कि एक संस्थान जो सख्त प्रोटोकॉल का पालन करता है, वहां बिना बताए कार्यक्रम में बदलाव कर दिया जाता है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि 65 साल की परंपरा एक झटके में बदली जा रही है।” सम्मान पाने वाले मराठी फिल्म डायरेक्टर प्रकाश ओक ने कहा, “हम अपमानित महसूस कर रहे हैं। पुरस्कार जीतने वाले 75 लोगों ने समारोह के बहिष्कार की धमकी दी है।”
स्मृति ईरानी ने दिया पत्र का जवाब – कलाकारों ने कहा कि उन्होंने इस मसले पर स्मृति ईरानी से चर्चा की है। उन्होंने पत्र का जवाब देने का भरोसा दिलाया है। जवाब नहीं मिलने पर कलाकारों के पास समारोह छोड़ने के सिवाय कोई चारा नहीं रहेगा। कलाकारों का कहना है कि वे कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं करना चाहते, लेकिन इसमें शामिल न होकर वे असंतोष जाहिर करेंगे।
